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असम NRC: परिवार से बिछड़ने के डर में जीते बच्चे- ग्राउंड रिपोर्ट

NRC लिस्ट से बाहर हुए बच्चों का भविष्य क्या?

त्रिदीप के मंडल
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19 लाख लोग NRC से हुए बाहर
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19 लाख लोग NRC से हुए बाहर
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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वीडियो एडिटर: संदीप सुमन

31अगस्त को NRC की आखिरी लिस्ट आने के बाद असम के 19 लाख लोगों को विदेशी घोषित होने, अपना घर बार छूटने का डर सता रहा है. NRC से जुड़ी कहानियां आपतक पहुंचाने के लिए क्विंट मौजूद है ग्राउंड जीरो पर. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे बच्चों की कहानी जिनके सामने अपने मां-बाप से बिछड़ने का डर पैदा हो गया है.

असम के बाक्सा जिले में सद्दाम हुसैन का परिवार रहता है. उनके 5 साल के बेटे साहिन को छोड़कर परिवार के सभी लोगों का नाम NRC लिस्ट में शामिल है.

सद्दाम बताते हैं, 2018 में जो NRC ड्राफ्ट आया था उसमें साहिन का नाम शामिल नहीं था. परिवार ने नाम शामिल करने के लिए आवेदन दिया था लेकिन फिर भी अंतिम लिस्ट में उसका नाम शामिल नहीं हो सका.

समस्या ये है कि उसका नाम साहिन अश्वर है लेकिन NRC अधिकारियों ने उसका नाम लिखा है सचिन अश्वर. पूरा परिवार पहली सूची में था इसलिए उसे सुनवाई के लिए बुलाया गया. सुनवाई के दौरान सभी दस्तावेजों की जांच की गई लेकिन उसका नाम अभी भी शामिल नहीं किया गया.
सद्दाम हुसैन, साहिन अश्वर के पिता

तोतली बोली में साहिन कैमरे पर कहता है,

मेरा नाम NRC में नहीं है. जिसका NRC में नाम नहीं है तो वो विदेशी है.
साहिन अश्वर
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कुछ ऐसा ही हुआ 5वीं क्लास में पढ़ने वाले 12 साल के मुजम्मिल के साथ. पूरे परिवार में सिर्फ उन्हीं का नाम NRC लिस्ट में शामिल नहीं है.

जो लोग NRC में नहीं हैं, बांग्लादेशी कहलाते हैं. मुझे बुरा लगता है, जब मुझे बांग्लादेशी कहा जाता है.
मुजम्मिल, निवासी, बाक्सा

मुजम्मिल को कई बार सुनवाई के लिए बुलाया गया.

3 बार सुनवाई हुई.दो बार यहीं और एक बार बागानपारा में. उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या वो मेरा बेटा है? मैंने उन्हें कहा कि मेरा सिग्नेचर ले लीजिए. लेकिन उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है. इसका हल निकाल लिया जाएगा. उसका नाम अभी भी NRC में नहीं है. मुझे लगता है कि उन्होंने उसे सुनवाई से गैरहाजिर बताया होगा.
अशरफ अली, मुजम्मिल के पिता

परिवार अब मुजम्मिल की भारतीय नागरिकता के लिए फॉरेनर्स ट्रिब्युनल जाएगा. क्या उन्हें डर लग रहा है कि मुजम्मिल को विदेशी घोषित किया जा सकता है? इसके जवाब में उनके पिता कहते हैं,


वो ऐसा नहीं कर सकते, हम भारतीय हैं. अगर माता-पिता भारतीय हैं, तो बच्चे विदेशी कैसे हो सकते हैं?  मुझे लगता है कि मेरे बेटे का नाम जानबूझकर NRC में शामिल नहीं किया गया
अशरफ अली, मुजम्मिल के पिता

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