हमारी आदतें बदल रही हैं, हमारी लाइफस्टाइल बदल रही और इसका सीधा असर हमारी सेहत पर दिख रहा है. कम उम्र में मोटापा, डायबिटीज और दिल के रोग जैसी समस्याओं का खतरा अब पहले से कहीं ज्यादा है.
सेहत से जुड़ी नई चुनौतियों से लड़ने के लिए बदलना होगा आपको भी. जितना समय अपने मनोरंजन के लिए बचाते हैं उसका एक हिस्सा आपको अपने सेहत पर भी खर्च करना होगा.
तो समय की तंगी के बहाने गिनाना बंद कीजिए और अपने कमर को कमरा बनने से रोकिए.
अगर आप अपने हेल्थ को लेकर सीरियस हैं तो योग करेगा आपकी मदद. तो फिर देर किस बात की, देखिए पांच असरदार योग पोजिशन जो आपकी कमर को असकी हद में समेट देंगी.
1. उत्तानपाद आसन
कमर के बल योगा मैट पर लेट जाएं और सांस को भरते हुए अपने दोनों पैरों को 30 डिग्री पर उठाएं. 20 से 30 सेकेंड तक सांस रोककर इस आसन मे रुकें.
सांस को छोड़ते हुए दोनों पैरों को 45 डिग्री तक उठाएं. 20 से 30 सेकेंड तक सांस को रोकते हुए इस आसन में रुकें.
इसके बाद इसी तरह 60 और 90 डिग्री का भी अभ्यास करें. फिर सांस को छोड़ते हुए वापस आएं. इसका तीन बार आभ्यास करें.
2. चक्रासन
कमर के बल योगा मैट पर लेट जाएं. अपने दोनों पैरों को मोड़ लें और अपने दोनों हाथों की हथेलियों को कंधे के नीचे रखें. सांस को भरें और सांस को छोड़ते हुए अपने शरीर के निचले भाग को ऊपर ऊठाएं. फिर सांस को भरते हुए अपने शरीर के ऊपरी भाग को ऊठाएं.
60 से 90 सेकेंड तक इस आसन में रुकें. फिर सांस को छोड़ते हुए, पहले शरीर के निचले भाग तथा बाद में ऊपरी भाग को नीचे लाएं.
3. पूर्ण पवनमुक्तासन
कमर के बल लेट जाएं और सांस को भरते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं. फिर सांस छोड़ते वक्त अपने दोनों पैरों को मोड़ लें और हाथों से दोनों पैरों को पेट पर अधिकतम दबाव देते हुए कस के दबाएं.
फिर सांस लें और सांस छोड़ते वक्त अपने सर को ऊठाएं और नाक को घुटने के बीच में रखें. 60 से 90 सेकेंड तक इसमें बने रहें. उसके बाद सांस छोड़ते हुए वापस आएं.
4. नौकासन
पीठ के बल सीधा लेट जाएं. गहरी लंबी सांस लें तथा सांस छोड़ते वक्त दोनों पैरों को 45 डिग्री तथा हाथों को सर के ऊपर तक उठाएं. 45 से 60 सेकेंड तक इस आसन में रुकें.
ध्यान दें, ऊपर दिए आसन नंबर दो व तीन को दोहराएं.
5. द्विचक्रिक आसन
दोनों पैरों को 90 डिग्री मे उठाएं. गहरी लंबी सांस ले तथा सांस छोड़ते वक्त पैरों को 20 से 30 बार एक साथ गोल-गोल घुमाएं. फिर पैरों को आराम से नीचे रखें. दोबारा से सांस भरते हुए पैरों को उठाएं और सांस को छोड़ते हुए एक साथ, गोल-गोल विपरीत दिशा में 20 से 30 बार घुमाएं.
दूसरा
तरीका
- दोनों पैरों को 90 डिग्री में उठाएं. दोनों पैरों के
मध्य उचित दूरी बनाएं तथा दोनों पैरो को अलग-अलग करके गोल-गोल सीधा व उलटा घुमाएं.
जिस प्रकार सांस लेने की विधि ऊपर बताई गई है उसी प्रकार इसमें भी अभ्यास करें. 30 से 60 बार घुमाएं और दो बार इसका अभ्यास करें.
नोट - पीठ दर्द से परेशान व्यक्ति 1,4 और 5 न करें.
(लेखिका नेहा वशिष्ठ योगा और मेडिटेशन गुरु हैं)
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