हर बोतलबंद पानी की एक एक्सपायरी डेट होती है. यह अपने आप में काफी बुरी बात है कि हमें उन चीजों के लिए पैसा देना होता है जो मुफ्त होनी चाहिए या मुफ्त मिलनी चाहिए. किसी के लिए भी यह समझ पाना कठिन है कि दूध और दूसरी चीज की तरह पानी की भी एक्सपायरी डेट होती है.
लेकिन हकीकत में इसका क्या अर्थ है? क्या कुछ समय के बाद पानी भी खराब हो जाता है?
क्या “एक्सपायरी” पानी पीना सुरक्षित है?
यह इस पर निर्भर करता है कि आप इसे स्टोर कैसे करते हैं.
चंद दिनों के लिए बाहर रखे पानी का स्वाद बदल जाता है. कारण- जब पानी तत्वों के संपर्क में आता है तो इसका पीएच लेवल बदल जाता है और यह अधिक अम्लीय हो जाता है. तो क्या इसका मतलब यह असुरक्षित हो गया? नहीं.
अम्लीयता में जरा सा परिवर्तन भी नुकसानदायक है, लेकिन सिर्फ शेलफिश के लिए. लेकिन आप तो इंसान हैं (हां!)
आमतौर पर नलके का पानी क्लोरिनेटेड होता है और यह एक या दो दिन के लिए बैक्टीरिया को बढ़ने से रोक देता है, लेकिन इसके बाद यह कमजोर पड़ जाता है और पानी शैवालों और मच्छरों के लार्वा का प्रजनन स्थल बन जाता है. इसमें आपके घर की धूल (जिसमें लेड और कई तरह के टॉक्सिन शामिल हो सकते हैं) का भी इजाफा हो जाता है जो पानी को वाकई असुरक्षित (और अपरिष्कृत) बना देता है.
सबक: मंगलवार का पानी बृहस्पतिवार तक ठीक है. एक हफ्ते पहले का पानी तो सीधे पौधों को ही पिला देना चाहिए.
बोतलबंद पानी की दूसरी तरफ अलग कहानी है. व्यावसायिक स्तर पर उत्पादित ज्यादातर पानी की बोतल पर 6 से 9 महीने की एक्सपायरी डेट की मुहर लगी होती. हालांकि इसका कोई बहुत महत्व नहीं है; लेबलिंग कानून के तहत पैकेज्ड फूड और पेय पदार्थों के लिए न्यूट्रीशन वैल्यू, इसमें डाली गई चीजों का नाम और “बेस्ट बिफोर” तारीख लिखना जरूरी है.
और लेबल पर साफ-साफ लिखा होने के बाद भी इसका कोई सबूत नहीं है कि क्या इस एक्सपायरी डेट के बाद पीने का पानी सेहत पर कोई बुरा असर डालता है. यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन का मानना है कि बोतलबंद पानी की “बेमियादी शेल्फ लाइफ” होती है.
समस्या है स्टोर करने के तरीके में.
एक सर्वमान्य नियम के तहत बोतलबंद पानी को धूप से दूर रखना चाहिए. सीधी गर्मी पाकर कुछ प्लास्टिक बिसफेनॉल-ए या बीपीए नाम का हॉर्मोन विघटक पानी में छोड़ते हैं. प्रति ग्राम बीपीए का एक लाख करोड़वां हिस्सा भी आपकी कोशिकाओं के काम करने के तरीके को बदल सकता है, जो आपको ब्रेस्ट कैंसर की संभावना को बढ़ा सकता है, दिमाग की लाइनिंग को नुकसान पहुंचा सकता है, पुरुषों में नपुंसकता और दिल की बीमारियों को पैदा कर सकता है.
तो जब आप किसी पुरानी मिनरल वाटर बोतल को पीने के लिए उठाते हैं, तो संभावित रूप से आप उसी अनुपात में प्लास्टिक भी पीने जा रहे हैं. अगर आप प्यास से बेचैन हैं तो एक्सपायरी बोतल से एक घूंट पानी पी सकते हैं और दुआ कीजिए कि यह सुरक्षित रूप से स्टोर की गई हो या फिर पता लगाइये कि इस प्लास्टिक को शरीर से किस तरह बाहर निकाला जा सकता है. या फिर रम पी लीजिए.
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