क्या आप बढ़ती उम्र में भी कमसिन चेहरा चाहते हैं? चेहरे से जुड़े योग से आपकी ये ख्वाहिश पूरी हो सकती है. कुछ योगासनों को डेली रुटीन का हिस्सा बनाकर आप चिकनी त्वचा और चमकता चेहरा पा सकते हैं.
सूक्ष्म व्यायाम
कपोलशक्ति विकासक: अपने मुंह को हवा से पूरी तरह भरने के लिए एक गहरी सांस लें. आपका मुंह नीचे की तस्वीर की तरह बंद होना चाहिए. दोनों हाथों की आठों अंगुलियों के आगे के भाग को आपस में मिलाकर दोनों अंगूठे से दोनों नाक को बंद कर लें. फिर अपने मुंह को कौवे की चोंच की भांति बनाकर मुंह से सांस को अंदर खींचे. फिर दोनों अंगूठों से नाक को बन्द कर लें और अपने गालों को गुब्बारे की तरह फुलाएं. अपनी क्षमतानुसार सांस रोककर धीरे-धीरे दोनों नाक के छिद्रों से अंगूठे को हटाते हुए नाक से सांस निकाल दें.
हवा के गरारे
गहरी सांस लें और मुंह में हवा भरकर इस तरह गरारे करें कि हवा मुंह के हर कोने तक जाए. कुछ देर बाद हवा को बाहर निकाल दें. चेहरे की मांसपेशियों के लिए यह बेहतरीन व्यायाम है.
प्रवत्सना
अपने हाथों को बगल में रखते हुए फर्श पर उल्टे लेट जाएं. सांस अंदर लें. फिर कमर के हिस्से को ऊपर उठाते हुए धीर-धीरे सांस बाहर छोड़ें. ध्यान रखें कि इस स्थिति में आप अपने पेट को अंदर की तरफ खींचें. सिर को नीचे की तरफ झुकाते हुए, उल्टे V की तरह की आकृति बनाएं. इस स्थिति में आप 20 से 25 सेकेंड तक रह सकते हैं.
सर्वांग आसन
सीधे लेट जाएं. सांस को अंदर लेते हुए अपने पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं. अब सांस को छोड़ते हुए अपने शरीर को और ऊपर उठाएं और शरीर का बोझ कोहनियों पर डाल दें. इस स्थिति में 20 से 50 सेकेंड तक रहें.
सिंहासनम
पैरों को मोड़ कर दूर-दूर रखते हुए चटाई पर बैठ जाएं. हाथों को कंधे की सीध में रखते हुए, पैरों के बीच में रखें. मुंह खोल कर जीभ बाहर निकालें. एक गहरी सांस लें और शेर की तरह दहाड़ने की आवाज निकालें. ऐसा तीन बार दोहराएं. फिर अपनी हथेलियों को रगड़कर गर्म करें और ऊपर की ओर हाथ ले जाते हुए गर्दन की मालिश करें.
प्राणायाम
कपालभाति: सांस का यह व्यायाम आपके शरीर को नया जीवन दे सकता है. इससे आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलेगी और चेहरे को चमक.
किसी भी आरामदेह आसन में बैठें. एक गहरी सांस लें और फिर बलपूर्वक सांस को बाहर निकालें. कम से कम 10 से 15 मिनट तक ऐसा करें. सांस बाहर निकालते वक्त पेट को पंप करना न भूलें.
चेतावनी: अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं, तो यह आसन तब तक ही करें, जब तक आपको परेशानी न हो.
अनुलोम-विलोम
बारी-बारी से सांस लेने की ये तकनीक न सिर्फ शरीर से अशुद्धियों को बाहर निकालती है, बल्कि तनाव भी कम करती है.
किसी भी आरामदेह आसन में बैठकर अपने दाएं अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करें. एक बार बाएं छिद्र से सांस अंदर लेने के बाद उसे रिंग फिंगर और मिडिल फिंगर से बंद कर दाएं से छिद्र से सांस बाहर निकालें. फिर दाएं छिद्र से सांस अंदर लेकर इसी तरह बाएं से बाहर निकालें. 10 से 15 मिनट तक दोहराएं. बेहतर नतीजों के लिए सुबह खाली पेट करें.
(योगगुरु नेहा, होलिस्टिक हैल्थकेयर फाउंडेशन सोसाइटी की संस्थापक सदस्य हैं. नेहा योग विशेषज्ञ हैं और पिछले 11 सालों से योग पढ़ा रही हैं. आप उन तक theyogaguru.com एवं tygyoga.com पर पहुंच सकते हैं)
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