आपके लिए डॉ. वर्जीनिया एपगार के बारे में जानना उतना ही जरूरी है, जितना आपके घर या आपके करीबी के घर बच्चा पैदा होने पर हॉस्पिटल के बाहर खड़े होकर बच्चे की सलामती की खबर सुनना.
एपगार स्कोर टेस्ट बनाने के लिए दुनियाभर में मशहूर डॉ. वर्जीनिया एपगार को आज उनके जन्मदिन पर गूगल याद कर रहा है. गूगल ने डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
डॉ. वर्जीनिया का आज 109वां जन्मदिन है. उनका जन्म आज ही के दिन 1909 में अमेरिका के न्यू जर्सी में हुआ था. साल 1974 में न्यूयार्क में उन्होंने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया.
क्या है एपगार स्कोर टेस्ट?
एपगार टेस्ट नवजात बच्चों को दिया जाने वाला टेस्ट है. जो नवजात बच्चों के पैदा होने के तुरंत बाद दिया जाता है. जो बच्चे के सेहतमंद पैदा होने की पुष्टि करता है या फिर उन्हें किसी इमरजेंसी केयर की जरूरत को भी बताता है.
ये टेस्ट बच्चे के पैदा होने के 1 मिनट के अंदर दिया जाता है और फिर 5 मिनट के बाद भी दिया जाता है. बच्चे की कंडीशन के हिसाब से अगर दोबारा इसकी जरूरत हो तो दोबारा भी दिया जा सकता है.
एपगार स्कोर टेस्ट का मतलब
अंग्रजी में APGAR का फुल-फॉर्म है.
- Appearance
- pulse Rate
- grimace response,
- Activity
- Respiration
इस टेस्ट से बच्चे की स्किन का कलर, दिल की धड़कन का अंदाजा, प्रतिक्रिया देना, मांसपेशियों का हाल इसके अलावा ये देखा जाता है की बच्चा सांस ले रहा है या नहीं.
डॉक्टर नवजात बच्चे के पैदा होते ही ये टेस्ट करते हैं और फिर उनके हेल्थ को देखते हुए उन्हें 0 से 2 नम्बर तक देते हैं. 2 नम्बर देने का मतलब है बच्चा बिल्कुल फिट है. लेकिन अगर 0 नम्बर आता है तो बच्चे को इमरजेंसी केयर की जरूरत है. फिर उसी के अनुसार उनकी देखभाल की जाती है.
डॉक्टर वर्जीनिया एपगार का बनाया टेस्ट आज पूरी दुनिया में फॉलो किया जा रहा है. अब ये नवजात के जन्म के बाद एक जरूरी प्रक्रिया के रूप में अपनी जगह बना चुका है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)