अहमदाबाद की जाइडस कैडिला कंपनी के मुताबिक उसकी एंटीवायरल दवा ‘Virafin’, Pegylated Interferon alpha-2b (PegIFN) को वयस्कों में कोरोना संक्रमण के औसत मामलों के इलाज में इस्तेमाल किए जाने की मंजूरी मिल गई है.
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने जाइडस की इस दवा को रिस्ट्रिक्टेड इमरजेंसी यूज अप्रूवल दिया है.
कंपनी की ओर से इसकी घोषणा एक प्रेस रिलीज के जरिए 23 अप्रैल 2021 को की गई.
Virafin: ट्रायल में कितनी कारगर रही ये एंटीवायरल दवा?
कंपनी के मुताबिक ये दवा कोरोना रोगियों को तेजी से ठीक होने और कई जटिलताओं से बचाने में मदद करेगी. Virafin मेडिकल स्पेशलिस्ट के पर्चे पर हॉस्पिटल/संस्थागत सेटअप में इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
पूरे भारत में 20-25 केंद्रों में कराए गए ट्रायल में पाया गया कि Virafin से सप्लीमेंटल ऑक्सीजन की जरूरत घटी, सांस लेने में कठिनाई और रेस्पिरेटरी फेल्योर को नियंत्रित करने में मदद मिली, जो कि कोरोना के इलाज में बड़ी चुनौतियां हैं. ये दूसरे वायरल इंफेक्शन में भी प्रभावी देखी गई है.
कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. शर्विल पटेल ने कहा कि जब इस सिंगल डोज दवा को जल्द दिया जाता है, तो ये वायरल लोड को तेजी से घटाती है, जिससे बीमारी को बेहतर मैनेज करने में मदद मिलती है.
कंपनी के मुताबिक फेज 3 ट्रायल में पाया गया कि इस दवा को देने से कई मरीजों का RT-PCR टेस्ट 7 दिन में निगेटिव आया.
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