रूस के स्पुतनिक V वैक्सीन कोविड-19 के खिलाफ 91.6% असरदार है. मेडिकल जर्नल द लैंसेट में फेज 3 ट्रायल के अंतरिम परिणाम के आधार पर ये स्टडी मंगलवार को जारी की.
19,866 वॉलंटियर्स के डेटा को एफिकेसी विश्लेषण में शामिल किया गया था, जिनमें से 14,964 लोगों को वैक्सीन और 4,902 को प्लेसिबो दिया गया था.
ये रिजल्ट प्लेसिबो ग्रुप(62 मामलों) और वैक्सीन ग्रुप (16 मामलों) में पहचाने गए कोविड-19 के 78 पुष्ट मामलों के विश्लेषण पर आधारित है.
60 साल से अधिक उम्र के 2,144 वॉलंटियर्स के बुजुर्ग समूह में प्रभावकारिता 91.8% थी. स्टडी में कहा गया है कि स्पुतनिक V ने कोविड-19 के गंभीर मामलों में बेहतर काम किया.
स्पुतनिक V 11 अगस्त, 2020 को रूस द्वारा रजिस्टर्ड दुनिया का पहला कोरोना वायरस वैक्सीन है.
इस वैक्सीन को गामलेया नेशनल रिसर्च सेंटर ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने विकसित किया था.
कोई प्रतिकूल घटनाएं दिखी हैं?
94% तक प्रतिकूल घटनाएं मामूली थीं और इनमें फ्लू जैसे सिंड्रोम, इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द, सिरदर्द और अस्थिनीया शामिल था.
ऐसी कोई गंभीर प्रतिकूल घटना नहीं थी जिसकी पुष्टि स्वतंत्र डेटा मॉनिटरिंग कमिटी ने की हो. कोई गंभीर एलर्जी या एनाफिलेक्टिक शॉक भी नहीं दिखा है.
गामलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के डायरेक्टर अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने एक बयान में कहा, स्पुतनिक V के क्लीनिकल ट्रायल परिणामों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पीयर रिव्यू किए गए आंकड़ों का प्रकाशन कोविड-19 महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक बड़ी सफलता है.
वैक्सीन मैन्यूफैक्चरर्स ने कहा, स्पुतनिक V पहले से ही रूस, बेलारूस, सर्बिया, अर्जेंटीना, बोलीविया, अल्जीरिया, वेनेजुएला, पैराग्वे, तुर्कमेनिस्तान, हंगरी, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, गिनी गणराज्य, ट्यूनीशिया और आर्मेनिया समेत कई देशों में रजिस्टर्ड है.
फरवरी के पहले हफ्ते में स्पुतनिक V के साथ वैक्सीनेशन बोलीविया, कजाकिस्तान, आर्मेनिया, अल्जीरिया, वेनेजुएला और ईरान समेत कई देशों में शुरू हो रहा है.
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