लखनऊ में मंगलवार को हुए एनकाउंटर में मारे गए सैफुल्लाह के ISIS से संबंध होने के सबूत नहीं मिले हैं. ये कहना है यूपी के एडीजी दलजीत चौधरी का. आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस के पास अब तक एेसे कोई सबूत नहीं हैं जिससे ये कहा जा सके कि सैफुल्ला आतंकी संगठन ISIS से जुड़ा था.
मंगलवार को 10 घंटे से भी ज्यादा चले एनकाउंटर में यूपी एटीएस ने सैफुल्लाह को मार गिराया था. जिसके बाद ये खबरें थी कि वो आतंकी संगठन ISIS से जुड़ा है.
पुलिस को सैफुल्लाह के पास से 8 पिस्टल, 600 कार्टेज और बम बनाने का सामान मिला है. साथ ही विदेशी करेंसी और 45 ग्राम सोना भी मिला है.
क्या है मामला?
7 मार्च को मध्यप्रदेश के शाजापुर में भोपाल-पैसेंजर ट्रेन में ब्लास्ट हुआ. इसमें 10 लोग घायल हुए थे. ब्लास्ट के बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने पिपरिया से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया. इसके बाद कानपुर से दो और इटावा से एक संदिग्ध को पकड़ा गया.
इन संदिग्धों और खुफिया जानकारी के बाद यूपी एटीएस ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में एक घर को घेरा. बताया गया कि यहां संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह छुपा है. एटीएस ने उसे सरेंडर करने को कहा लेकिन वो नहीं माना. इसके बाद 11 घंटे चले एनकाउंटर के बाद उसे मार गिराया गया. उसके घर से 8 रिवॉल्वर, 650 कारतूस, कई बम, रेलवे का मैप. 45 ग्राम सोना और विदेशी करेंसी मिला है.
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