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हरियाणा हिंसा: मस्जिद के इमाम की हत्या,भाई बोला-अंधेरे में दंगाइयों ने गोली मारी

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Haryana Violence: "उसका आज (मंगलवार) संपर्क क्रांति ट्रेन से रिजर्वेशन था, जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन और नूंह हिंसा को देखते हुए मैंने उसे समझाया था कि वो टिकट कैंसिल करा दे, लेकिन अब अल्लाह ने उसको अपने पास बुला लिया", ये शब्द हरियाणा के गुरुग्राम की एक मस्जिद के इमाम साद, जिन्हें दंगाईयों ने मार डाला है उनके भाई के हैं.

दरअसल, हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा की आग अब गुरुग्राम पहुंच गई है और इसी आग ने गुरुग्राम के सेक्टर 57 की अंजुमन मस्जिद के इमाम हाफिज साद की जान ले ली.

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'गोली लगी है और चाकू मारा है'

22 साल के हाफिज साद बिहार के जिला सीतामढ़ी के पंडौल बुजुर्ग के मनिया डीह गांव के रहने वाले थे. क्विंट से बात करते हुए हाफिज साद के भाई शादाब कहते हैं, "हम लोग शव को लेकर अपने घर बिहार जा रहे हैं. हमें मस्जिद और जमीयत उलेमा हिंद के लोगों ने एंबुलेंस उपलब्ध कराया है. उसे गोली कहां लगी, किस हिस्से में चाकू मारा गया, कुछ नहीं बताया गया. डॉक्टरों ने बस इतना कहा कि गोली लगी है और चाकू मारा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सब आ जाएगा. रिपोर्ट बुधवार (2 अगस्त) तक आने की उम्मीद है."

उपद्रवियों ने कई समानों को आग लगाकर जला दिया.

(फोटो: PTI)

शादाब भी हाफिज हैं और वो गुरुग्राम में रहकर आसपास के बच्चों को अरबी और उर्दू का ट्यूशन पढ़ाकर अपना गुजारा करते हैं.

क्या है पूरा मामला?

हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को एक धार्मिक जुलूस के दौरान उपजे विवाद के बाद हुई हिंसा की आग गुरुग्राम तक पहुंच गई और सोमवार रात को ही उपद्रवियों ने मस्जिद में आग लगा दी. इस दौरान मस्जिद के इमाम मोहम्मद साद (22) की हत्या कर दी गई. जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है, जो फिलहाल आईसीयू में भर्ती है. उसकी पहचान खुर्शीद आलम के रूप में हुई, जो बिहार के अररिया के निवासी हैं और करीब 40-42 साल के हैं.

मस्जिद के बाहर पुलिस बल तैनात है.

(फोटो: PTI)

क्विंट हिंदी ने मृतक इमाम साद के भाई शादाब से बात की और ये जानने की कोशिश की कि उस रात मस्जिद में क्या हुआ?

घटना रात 12 से 12:30 बजे के बीच हुई. मेरी भाई से रात 11:30 बात हुई थी. मैंने समझाया था, आज उसको संपर्क क्रांति से बिहार आना था. वो छुट्टी पर जाने वाले था, अल्लाह ने उसको अपने पास बुला लिया. मैंने मुंबई जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में हादसे (जिसमें एक आरपीएफ जवान ने 4 लोगों को गोली मार दी थी) और नूंह में हुए हिंसा को लेकर समझाया था कि अभी सफर करना ठीक नहीं है, टिकट कैंसिल कर दो, ये सब कहकर मैंने फोन रख दिया.
शादाब, मृतक इमाम का भाई

'फोन पर मिली जानकारी'

शादाब ने आगे कहा, "करीब 1:30 बजे मेरे पास फोन आया कि आप हॉस्पिटल आ जाएं, आपके भाई घायल हैं. हालत खराब होने की वजह से मैं रात को नहीं जा पाया, मैं सुबह में गया. हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि गोली लगी है और चाकू से हमला हुआ है. गोली कहां लगी है, ये नहीं दिखाया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट कल (2 अगस्त) आएगी. हमने एफआईआर दर्ज करा दी है."

उपद्रवियों ने एक दुकान में तोड़फोड़ की.

(फोटो: PTI)

'सोते वक्त घटना को दिया गया अंजाम'

शादाब ने बताया कि "मस्जिद में कुल पांच लोग थे, दो अलग और तीन अलग सो रहे थे. दो वाले में एक मेरा भाई था और दूसरा खुर्शीद था. इन्हीं लोगों पर सीधा हमला हुआ. मेरे भाई के साथ जो सो रहा था उसको भी गोली लगी है, वो अभी ICU में हैं."

खुर्शीद आलम टाइल्स लगाने का काम करते हैं, लेकिन वो मस्जिद में रहते हैं और उसकी देखभाल करते हैं. बाकी तीन लोग ठीक हैं.

गुरुग्राम के बादशाहपुर इलाके में उपद्रवियों द्वारा लगाई गई एक दुकान में लगी आग को बुझाने का प्रयास करते हुए अग्निशमन कर्मी.

(फोटो: PTI)

मुआवजे का किया गया ऐलान

न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत यादव ने कहा, "स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है, सोहना हमारा मुख्य फोकस क्षेत्र था, वहां शांति समिति की बैठक हुई है, सामान्य स्थिति बहाल हो गई है और बाजार खुल गए हैं. हमने आज फ्लैग मार्च भी किया है. गुरुग्राम के सेक्टर 57 की मस्जिद में एक की मौत हुई है और सोहना में 5 वाहनों को आग लगाई गई और 2-3 दुकानों को नुकसान पहुंचा है.रिपोर्ट बनाकर सरकार के पास भेजी जा रही है और सरकार की तरफ से मुआवजे की भी घोषणा की गई है."

गुरूग्राम के DC निशांत कुमार यादव ने मंगलवार (1 अगस्त) को गुरूग्राम के लघु सचिवालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया.

(फोटो: PTI)

'बहुत नुकसान किया'

शादाब ने आगे कहा, "उपद्रवियों ने मस्जिद में आग लगा दी, बहुत नुकसान किया, कैमरे भी तोड़ दिये. पुलिस वालों का कहना है कि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश जारी है."

अंजुमन मस्जिद के बाहर पुलिसकर्मी, जिसे गुरुग्राम जिले के सेक्टर 57 इलाके में आग लगा दी गई थी.

(फोटो: PTI)

8 महीने से मस्जिद में था हाफिज, 11 हजार रुपए मिलते थे

शादाब ने बताया कि परिवार में माता-पिता के अलावा चार भाई और तीन बहने हैं. "साद चौथे नंबर पर था. उसकी पढ़ाई दिल्ली में ही हुई थी. उसने छतरपुर, महरौली और आजादपुर में कुछ-कुछ दिन रहकर पढ़ाई की थी, इसी तरह वो हाफिज-ए-कुरान (कुरान को याद करने वाला) बन गया था. कुरान हिफ्ज भी उसने दिल्ली में ही किया था. उसकी अभी शादी नहीं हुई थी और वो करीब आठ महीने से मस्जिद में नाएब इमाम था और उसे ग्यारह हजार रुपये सैलरी मिल रही थी."

गुरुग्राम के बादशाहपुर इलाके में शरारती तत्वों द्वारा दुकानों और अन्य अस्थायी ढांचों में आग लगा दी गई.

(फोटो: PTI)

जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम में कुछ इलाकों में आज तोड़फोड़ की खबरें भी सामने आई हैं, हालांकि पुलिस का दावा है कि स्थिति कंट्रोल में है. जिले में इंटरनेट सेवा 31 जुलाई से ही बंद है और धारा 144 लागू है.

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