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हरियाणा हिंसा: 5 मौत, 44 FIR-70 हिरासत में, विज ने कहा- मोनू मानेसर का रोल नहीं

नूह, गुरुग्राम, पलवल, रेवाड़ी, सोहाना में धारा 144 लागू कर दी गई है.

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हरियाणा (Haryana Violence) के नूंह में सोमवार, 31 जुलाई को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा अब भयानक रूप ले चुकी है. इसमें गुरुग्राम की एक मस्जिद को आग के हवाले कर दिया गया. अब तक हिंसा में कुल 5 लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने कई इलाकों में धारा 144 लागू किया है तो, केंद्र भी अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर रहा है. कई इलाकों में इंटरनेट सेवा भी बंद है. इस पूरे मामले में अब तक का अपडेट यहां देखें.

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नूंह में कर्फ्यू, गुरुग्राम, पलवल, रेवाड़ी, सोहाना में धारा 144 लागू

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नूंह में हालात को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है.

जब हिंसा शुरू हुई तो नूह से सटे हुए जिलों, फरीदाबाद, पलवल, गुड़गांव, झझर, रेवाड़ी से हमने अधिकारियों सहित फोर्स भेज दी. आज हरियाणा के बाकी हिस्सों से भी फोर्स भेज रहे हैं.
अनिल विज, गृहमंत्री हरियाणा

अनिल विज ने आगे कहा कि केंद्रीय गृह सचिव ने 20 कंपनियां मुहैया कराई हैं, इन्हें एयरलिफ्ट करने की जरूरत आती है तो हम वो भी करेंगे. इसके लिए एयरफोर्स को स्टैंडबाय पर रहने के लिए कह दिया गया है.

इसके अलावा हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने स्थिति का जायजा लेने के लिए अपने आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की

'भारी संख्या में फोर्स तैनात'

हरियाण के नूंह में सोमवार (31 जुलाई) को हुई घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दुख जताया है. ANI से बात करते हुए खट्टर ने कहा, "नूंह की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. घटना के तुरंत बाद हमने डीजीपी, एडीजी सीआईडी, एडीजी कानून-व्यवस्था और अन्य आसपास के जिलों के पुलिस फोर्स को तुरंत वहां रवाना किया. घटना दोपहर 2 बजे के आसपास हुई."

'हिंसा बड़े षड्यंत्र का हिस्सा'

मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, "समाज की एक यात्रा जो हर वर्ष निकलती है, उसका आयोजन किया जा रहा था, लेकिन कुछ लोगों ने एक षड्यंत्र रच कर उस यात्रा पर आक्रमण करना शुरू किया. आक्रमण करने वालों ने यात्रा के साथ पुलिस पर भी हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप यात्रा को भंग किया गया और बहुत सी जगहों पर आगजनी भी हुई, गाड़ियां जला दी गई, ये निश्चित रूप से बड़े षड्यंत्र का हिस्सा लगता है."

केंद्र और राज्य के पुलिस फोर्स ने नूह में स्थिति को सामान्य किया है. आसपास के जिलों की जो छिटपुट घटनाएं हैं, चाहे वो पलवल, गुरुग्राम या फरिदाबाद की हैं, सब पर काबू पा लिया गया है. सब जगहों पर शांति स्थापित की गयी है. फिर भी एहतियात के तौर पर वहां पर कर्फ्यू लगाया गया है और कुछ जिलों में धारा 144 को लागू किया गया है.
मनोहर लाल खट्टर, सीएम, हरियाणा

44 FIR, 70 गिरफ्तार, 5 की मौत

उन्होंने आगे कहा, "जो लोग षड्यंत्र में नूह के बाहर के भी शामिल हुए हैं, उसकी पहचान करके कार्रवाई की जाएगी. कुल 44 FIR हुई है और 70 लोगों को नामजद कर हिरासत में लिया गया है. जांच को दौरान जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. कुल 5 लोगों की मौत हुई है जिसमें 2 पुलिस के कर्मचारी और तीन सामान्य नागगिक हैं, सभी को नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा. मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं, प्रशासन ने भी शांति कमेटी के साथ बैठक की, जिससे उम्मीद है स्थिति नहीं बिगड़ेगी."

'सोशल मीडिया के जरिए उकसाया गया'

नूंह के कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने कहा, "कहीं मोनू मानेसर का नाम आ रहा है. कहीं बिट्टू बजरंगी का. सोशल मीडिया पर चैलेंज दिया गया था. उकसाया गया है. हमने प्रशासन को इस बारे में आगाह किया था."

'मोनू मानेसर का कोई ताल्लुक नहीं'

मोनू मानेसर का इससे कोई ताल्लुक नहीं है.विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की कलश यात्रा निकल रही थी. जो हर साल निकलती है.सौहार्दपूर्ण माहौल में वो यात्रा निकल रही थी.
अनिल विज, गृह मंत्री हरियाणा

मणिपुर के बाद हरियाणा की वारदात अच्छे संकेत नहीं: केजरीवाल

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दुख जताया है. सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, "हरियाणा के नूंह (मेवात) में सांप्रदायिक हिंसा बेहद परेशान करने वाली है. पूर्वोत्तर में मणिपुर के बाद अब हरियाणा में इस तरह की वारदात अच्छे संकेत नहीं हैं. हरियाणा की समस्त जनता से मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि ऐसे नाज़ुक समय में हम शांति और आपसी भाईचार कायम रखें. अमन विरोधी ताकतों और हिंसा की सियासत को हम सभी को मिल-जुलकर हराना है."

अभी तक के बड़े अपडेट्स

नूंह में हुई हिंसा की आग पलवल तक पहुंच गई है. होडल से पुनहाना सड़क मार्ग पर दंगाइयों ने समान से भरे 4 ट्रकों में आग लगा दी. आग लगने से इनमें भरा समान जलकर राख हो गया. सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह पुलिस भारी बल के साथ मौके पर पहुंचे. आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं.

  • गुरुग्राम में 31 जुलाई की शाम करीब 6 बजे अंबेडकर चौक, सोहना में 200-250 के करीब प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने उपद्रव मचाया. 05 गाड़ियों, 01 ऑटो, 01 दुकान व 04 छोटी दुकानों में आग लगा दी. इसके अलावा पथराव भी किया गया.

  • गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, रात 12:10 AM पर गुरुग्राम के सेक्टर 57 में स्थित अंजुमन मस्जिद को आग के हवाले कर दिया गया. हमला करने वाले कुछ लोगों ने एक व्यक्ति की हत्या भी कर दी. एक व्यक्ति घायल भी बताया जा रहा है. इस मामले में FIR दर्ज हो चुकी है. धार्मिक स्थलों के आस-पास की सुरक्षा को मजबूत किया गया है. सोहना, पटोदी और मानेसर में भी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.

  • नूंह, गुरुग्राम, पलवल, रेवाड़ी, सोहाना में धारा 144 लागू कर दी गई है. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और पुलिस के अधिकारी भी ग्राउंड पर अलग-अलग समुदाय के लोगों से मुलाकात कर शांति की अपील करवाने की कोशिश कर रहे हैं.

  • हिंसा के बाद नूह और सोहाना में अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां तैनात की गई हैं, 6 और कंपनियां जल्द ही पहुंचेंगी. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए 1 अगस्त, को गुड़गांव और पलवल में सभी निजी और सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रखे गए हैं.

  • गुड़गांव पुलिस ने मृतक होम गार्ड की पहचान नीरज और गुरसेवक के रूप में की है. वे गुड़गांव के खेड़की दौला पुलिस स्टेशन से जुड़े थे. पुलिस ने कहा कि एक अन्य अज्ञात व्यक्ति को अस्पताल में मृत घोषित किया गया है.

  • गुड़गांव के पास सोहना चौक पर भी हिंसा देखने को मिली. कथित तौर पर बजरंग दल के सदस्यों द्वारा कुछ वाहनों में आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ की.

  • जिला प्रशासन के एक अधिकारी के मुताबिक, नूंह के नलहर मंदिर से शुरू हुई यात्रा को पहले से अनुमति थी. इसमें शामिल लोग दोपहर करीब एक बजे बसों, कारों और बाइकों में सवार होकर फिरोजपुर झिरका के लिए रवाना हुए. रास्ते में तीन जगहों पर लगभग 1,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था.

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  • इस हिंसा में 2 होम होम गार्ड के जवानों समेत कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल भी हुए हैं. हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. राज्य के गृह मंत्री ने केंद्र से अतिरिक्त बल भेजने की मांग की. उन्होंने दावा किया, "3,000-4,000 लोगों को एक मंदिर में बंधक बनाया गया था". देर शाम उन्हें निकाल लिया गया.

  • मुख्यमंत्री ने कहा है, "नूंह में जिस तरह की स्थिति सामने आई है, उससे राज्य के सभी लोगों के लिए और अधिक जिम्मेदार होना और भाईचारा सुनिश्चित करना और भी महत्वपूर्ण हो गया है. सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए हल किया जा सकता है. किसी को भी गलत सूचना/संदेश भेजने/प्रसारित करने में शामिल नहीं होना चाहिए. कोई भी भारत के संविधान से ऊपर नहीं है.”

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