आदित्य L1 मिशन (Aditya L1 Mission) के अपने लक्ष्य तक पहुंचने के साथ ही भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और इतिहास रच दिया है. सूर्य के अध्ययन के लिए भारत द्वारा लॉन्च किया गया सोलर ऑब्जर्वेटरी- आदित्य L1 अपने लक्ष्य "लैग्रेंज प्वाइंट" तक सफलतापूर्वक पहुंच गया. आदित्य L1 को पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग 126 दिनों का समय लगा.
चलिए आपको यहां बताते हैं कि आदित्य L1 मिशन की सफलता पर राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी से लेकर तमाम नेताओं ने क्या कहा?
पीएम नरेंद्र मोदी नें आदित्य L1 मिशन की सफलता पर लिखा, "भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की. भारत की पहली सोलर ऑब्जर्वेटरी आदित्य-एल1 अपने मंजिल पर पहुंच गई है. यह मिशन सबसे जटिल और पेचीदा अंतरिक्ष अभियानों को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है. मैं इस विशेष उपलब्धि की सराहना करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं. हम मानवता के लाभ के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे."
भारत कीं राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "इसरो द्वारा हासिल की गई एक और बड़ी उपलब्धि. भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 के हिस्से के रूप में, ऑब्जर्वेटरी को अंतिम कक्षा में स्थापित किया गया है. आदित्य L1 अपने मंजिल "लैग्रेंज प्वाइंट 1" पर पर पहुंच गया है. इस महान उपलब्धि के लिए पूरे भारतीय वैज्ञानिक समुदाय को बधाई. यह मिशन सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के बारे में हमारे ज्ञान को बढ़ाएगा और पूरी मानवता को लाभान्वित करेगा. इसरो मिशनों में महिला वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भागीदारी महिला सशक्तिकरण को भी नई ऊंचाई पर ले जाती है."
गृह मंत्री अमित शाह ने मिशन की सफलता पर लिखा,
"हमारी पहली सोलर ऑब्जर्वेटरी AdityaL1 अंतरिक्ष में अपने मंजिल तक पहुंची. यह इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है जो हमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता के माध्यम से मानव कल्याण प्राप्त करने के हमारे सभ्यतागत लक्ष्य के करीब ले जाती है. हमारे प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों और हमारे देश के लोगों को मेरी हार्दिक बधाई."अमित शाह, गृह मंत्री
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट किया, "मून वॉक से सन डांस तक! भारत के लिए यह साल कितना शानदार रहा! पीएम नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, टीम इसरो द्वारा लिखी गई एक और सफलता की कहानी. सूर्य-पृथ्वी कनेक्शन के रहस्यों की खोज के लिए आदित्य एल1 अपनी अंतिम कक्षा में पहुंच गया है. "
"दूरदर्शिता, प्रतिबद्धता और ईमानदार प्रयासों का प्रमाण"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा, "भारत अब गर्व से सूर्य की ओर देख रहा है. भारत की पहली सोलर ऑब्जर्वेटरी AdityaL1 अपने मंजिल तक पहुंच गई है. भारत ने सूर्य की अपनी यात्रा 2006 में शुरू की, जब हमारे वैज्ञानिकों ने सूर्य के लिए एक ही उपकरण के साथ एक सोलर ऑब्जर्वेटरी का प्रस्ताव रखा था. जुलाई 2013 में, इसरो ने आदित्य-एल1 मिशन के लिए सात पेलोड का चयन किया. इस मिशन की उपलब्धि हमारे संस्थापकों की दूरदर्शिता, प्रतिबद्धता और ईमानदार प्रयासों का प्रमाण है."
"भारत की अंतरिक्ष गाथा और ऊंची उड़ान"
परिवहण मंत्री नितीन गडकरी ने आदित्य L1 मिशन की सफलता के बाद एक्स पर लिखा, "एक और ऐतिहासिक क्षण, भारत की अंतरिक्ष गाथा और ऊंची उड़ान. हमारी सोलर ऑब्जर्वेटरी, आदित्य-एल1 अपने दिव्य निवास पर पहुंच गई है. जटिल अंतरिक्ष अभियानों के प्रति हमारे वैज्ञानिकों की अटूट प्रतिबद्धता एक प्रमाण है."
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, "इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए इसरो की टीम को बधाई. भारत की पहली सोलर ऑब्जर्वेटरी आदित्य L1 अपने लक्ष्य तक पहुंच गई है. पीएम श्री नरेंद्र मोदी के वैज्ञानिक प्रगति के प्रतिबद्धता ने भारत के अंतरिक्ष खोज प्रयासों को प्रेरित किया है, और हमारा देश वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों को छू रहा है."
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