हरियाणा (Haryana) के नूंह (Nuh), मेवात (Mewat) और गुरुग्राम (Gurugram) सहित कई इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन नियंत्रण में है. पिछले दिनों नूंह में हुई हिंसा का असर गुरुग्राम तक देखने को मिला, जहां पर एक मस्जिद को आग के हवाले कर दिया गया और इमाम की हत्या कर दी गई. इस दौरान भीड़ ने 100 से अधिक वाहनों को आग लगा दी और कई दुकानें लूट लीं.
अब तक के 10 बड़े अपडेट्स
नूंह से गुरुग्राम तक फैली हिंसा में अब तक दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित 6 लोगों की मौत हो चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा हिंसा में अब तक 83 FIR, 165 गिरफ्तार- नूंह में सबसे ज्यादा गिरफ्तारी
हरियाणा सरकार ने कानून-व्यवस्था और शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए द्वितीय भारत रिजर्व बटालियन (IRB) के बटालियन हेडक्वार्टर को तत्काल प्रभाव से पुलिस परिसर भोंडसी से नूंह जिले में ट्रांसफर करने का फैसला लिया है.
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को केंद्रीय बलों की चार एडिशनल कंपनियों की मांग की थी. हरियाणा में केंद्रीय बलों की 20 कंपनियां- 14 नूंह में, तीन पलवल में, दो गुरुग्राम में और एक फरीदाबाद में पहले से ही तैनात हैं.
हरियाणा सरकार ने नूंह, फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम जिले के उप-मंडल सोहना, पटौदी और मानेसर इलाके में मोबाइल इंटरनेट और SMS सेवाओं के निलंबन को 5 अगस्त तक बढ़ा दिया है. स्थिति की समीक्षा की गई और यह पाया गया कि संबंधित जिलों में स्थितियां अभी भी गंभीर और तनावपूर्ण हैं.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार शाम को दंगाइयों के खिलाफ "कड़ी कार्रवाई" का आश्वासन दिया और कहा कि अगर हर कोई एक-दूसरे का विरोध करने पर अड़ा रहे, तो कोई सुरक्षा नहीं है. पुलिस, सेना या आपके और मेरे लिए हर व्यक्ति की रक्षा करना संभव नहीं है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को कहा कि नूंह में हुई हिंसा के साजिशकर्ताओं की लगातार पहचान की जा रही है.
हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई सांप्रदायिक झड़प की लहर दिल्ली की सीमा से लगे गुरुग्राम के पॉश इलाकों तक पहुंचने के बाद राष्ट्रीय राजधानी और दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
गुरुग्राम में स्कूलों को बुधवार से फिर से खोलने की अनुमति दी गई थी, कई संस्थानों ने सुरक्षा चिंताओं के बीच फिजिकल क्लासेज निलंबित करने और ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने का विकल्प चुना.
बुधवार को हरियाणा में हुई हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया.
फेडरल मिनिस्टर और बीजेपी सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने Indian Express से बातचीत में 'जुलूस में शामिल लोग हथियार क्यों लिए थे' सवाल पर कहा कि जुलूस में तलवार या लाठियां लेकर कौन जाता है? यह गलत है. हिंसा के लिए दोनों तरफ से उकसावे की कार्रवाई जिम्मेदार थी.
नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा की बात अमेरिका तक पहुंच गई है. BBC की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार द्वारा सवाल किए जाने पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 'हिंसक घटनाओं के मद्देनजर मैं ये कहना चाहूंगा कि हम हमेशा ही पक्षों से शांत रहने और हिंसा से दूर रहने के लिए कहते हैं. जहां तक इस हिंसा में अमेरिकी नागरिकों के प्रभावित होने की बात है, मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है. मैं दूतावास से इस बारे में पता करूंगा.
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