ADVERTISEMENTREMOVE AD

सरकार अकेले नहीं कर सकती समस्याएं दूर: RSS के इवेंट में शिव नादर

इस साल संघ के विजयादशमी उत्सव के मुख्य अतिथि शिव नाडर बने

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्थापना दिवस पर आयोजित विजयादशमी उत्सव में HCL के फाउंडर-चेयरमैन शिव नादर ने 8 अक्टूबर को कहा कि देश तमाम चुनौतियों का सामना कर रहा है, मगर सरकार अकेले सभी समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती.

उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्रों, नागरिकों और NGOs को भी देश के सामने खड़ी चुनौतियों से निपटने में योगदान देना होगा. इसके साथ ही उन्होंने प्राइमरी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी 'शिक्षा' नामक पहल के बारे में बताया कि कैसे देश के कई राज्यों की बेसिक शिक्षा में संस्था खामोशी से क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में जुटी हुई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

नादर ने कहा,

“आज हमारे सामने नई चुनौतियां हैं. पिछले कई दशकों तक हमने पोलियो, स्माल पॉक्स, भूख, अशिक्षा, बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं आदि से संघर्ष किया. इन समस्याओं के समाधान के लिए सभी हितधारकों को कोशिश करनी होगी, इसमें निजी क्षेत्र और नागरिकों की समान सहभागिता जरूरी है.”
शिव नादर, HCL के चेयरमैन

बता दें कि डॉ. हेडगेवार ने 1925 में विजयादशमी के मौके पर संघ की स्थापना की थी, तब से संघ हर साल विजयादशमी पर ही स्थापना दिवस मनाता है. यह संघ के साल के सबसे बड़े आयोजनों में से एक है. इस साल संघ के विजयादशमी उत्सव के मुख्य अतिथि शिव नादर बने.

न्यूज एजेंसी IANS के मुताबिक, संघ का मानना है कि ऐसी हस्तियां जब संघ के प्रतीकों, कार्यक्रमों और अधिकारियों से जुड़तीं हैं तो विचारधारा के प्रचार-प्रसार को और बल मिलता है.

शिव नादर और मोहन भागवत ने डॉ. हेडगेवार की समाधि पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किए.

संघ के इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे.

अजीम प्रेमजी ने भी दी संघ के मुख्यालय पर दस्तक

शनिवार को नागपुर पहुंचे अजीम प्रेमजी ने रेशिमबाग में संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि दी. इसके बाद वह महाल स्थित संघ मुख्यालय में सरसंघचालक मोहन भागवत से मिले.

करीब आधे घंटे तक उनके बीच बातचीत चली. RSS से जुड़े एक पदाधिकारी के मुताबिक, "अजीम प्रेमजी उन चुनिंदा उद्योगपतियों में हैं, जो समाजिक दायित्वों को निभाने के लिए भी जाने जाते हैं. शिक्षा क्षेत्र में उनका फाउंडेशन अच्छा काम कर रहा है. भारी भरकम धनराशि भी वह समाजसेवा के लिए दान कर चुके हैं. अजीम प्रेमजी के व्यक्तित्व में छिपे इस गुण के कारण संघ उन्हें पसंद करता है."

इससे पहले बीते 14 सितंबर को उद्योगपति राहुल बजाज ने रेशिमबाग में डॉ. हेडगेवार स्मृति परिसर पहुंचकर संघ संस्थापक की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए थे. वहीं, टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा 5 महीने में दो बार संघ मुख्यालय जा चुके हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×