संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार, 23 मई को 2022 के नतीजे घोषित किए और इसी के साथ एक नया इतिहास बन गया. इस बार चयनित महिलाओं की संख्या पिछले किसी भी साल की तुलना में सबसे ज्यादा है.
इस बार एक तिहाई से भी अधिक, 933 में से 320 महिला उम्मीदवारों को UPSC के नतीजों में सफलता मिली. इसके अलावा टॉप 4 रैंक पर भी महिलाएं ही काबिज हैं. ये लगातार दूसरा साल है, जब टॉप 3 में महिलाओं ने बाजी मारी.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट इशिता किशोर ने टॉप किया, जबकि दूसरे स्थान पर बिहार के बक्सर की गरिमा लोहिया रहीं. तेलंगाना की उमा हरथी एन तीसरे स्थान पर रहीं. पिछले 5 सालों के ग्राफ पर नजर डालेंगे तो भी महलाओं की संख्या में इजाफा होता साफ नजर आ रहा है.
लगभग 2 दशक पहले तक UPSC में महिलाओं की भागीदारी महज 20 फीसदी थी. 2019 में ये 29 फीसदी तक पहुंची. इस साल ये 34% रही है. 1980-90 के दशक की बात करें तो ये 20 प्रतिशत से भी कम था, लेकिन धीरे-धीरे इसमें बढ़ोतरी हो रही है.
पिछले साल अपॉइंटमेंट के लिए 684 उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश की गई थी, जिसमें 508 पुरुष और 177 महिलाएं थीं. इस बार 933 में से 320 महिलाएं हैं, जो करीब 9 फीसदी ज्यादा है.
इस साल की टॉपर इशिता किशोर भारतीय वायु सेना परिवार में पली-बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि परिवार में कम उम्र से ही सेवा की भावना पैदा हो गई थी. वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होना चाहती हैं और उत्तर प्रदेश कैडर को अपनी प्राथमिकता के रूप में चुना है.
पहले और दूसरे स्थान की टॉपर्स ने नतीजों पर क्या कहा, आप इस वीडियो में देख सकते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)