बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने ऐलान किया है कि 2024 के आम चुनाव के बाद केंद्र में गैर-बीजेपी दलों की सरकार बनने पर देश के सभी पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा दिया जाएगा. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर हमें सरकार बनाने का मौका मिला तो हम निश्चित रूप से पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा देंगे. मैं सिर्फ बिहार की बात नहीं कर रहा हूं, बल्कि अन्य राज्यों की भी बात कर रहा हूं, जिन्हें विशेष दर्जा मिलना चाहिए.
पिछले दिनों नीतीश कुमार ने दिल्ली का दौरा किया था, इस दौरान उन्होंने कई विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात की, जिससे अगले आम चुनाव में बीजेपी की चुनावी मशीनरी का मुकाबला करने के लिए एक विपक्षी मोर्चे को एक साथ जोड़ने की संभावना तलाशी जा सके.
पटना के संवाद भवन में मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी हमेशा से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते रहे हैं.
जब प्रधानमंत्री पटना आए थे, उस वक्त भी उन्होंने बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग की थी लेकिन प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया.अगर बिहार को विशेष दर्जा दिया गया होता तो राज्य का और विकास हुआ होता. हमारी सरकार राज्य के विकास के लिए हमेशा से कोशिश करती रही है.नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी सरकार काम करती है, उसका प्रचार नहीं करती.
ऐसे राज्य जिनको मिला है विशेष दर्जा
मौजूदा वक्त में देश के अंदर 11 राज्य ऐसे हैं, जिनको विशेष दर्जा मिला हुआ है. इसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर (अब एक केंद्र शासित प्रदेश), मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और उत्तराखंड शामिल है.
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