कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपना तुगलक लेन बंगला खाली करने के नोटिस दिए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को कहा कि सांसद के तौर पर अयोग्य ठहराए जाने के बाद वह लोकसभा सचिवालय के निष्कासन नोटिस का पालन करेंगे. उन्होंने कहा, लोकसभा के लिए चार बार निर्वाचित सदस्य के रूप में यहां बिताए समय की सुखद यादें हैं.
सोमवार को कांग्रेस नेता को दिल्ली के लुटियंस जोन में तुगलक लेन स्थित बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया था. अधिकारियों ने कहा कि नियमों के मुताबिक उन्हें 30 दिनों के भीतर इसे खाली करना होगा. लोकसभा की हाउसिंग कमेटी ने उन्हें एक नोटिस भेजकर 22 अप्रैल तक अपने इस सरकारी आवास को खाली करने को कहा है.
राहुल गांधी को भेजे गए इस नोटिस में यह कहा गया है कि लोक सभा सचिवालय ने 24 मार्च 2023 को एक नोटिफिकेशन जारी कर 23 मार्च 2023 से उनकी लोक सभा की सदस्यता को रद्द कर दिया गया है. इसलिए 17वीं लोक सभा के सांसद के तौर पर उन्हें अलॉट किए गए 12 तुगलक लेन के सरकारी आवास में अब वह सिर्फ अधिकतम एक महीने यानी 22 अप्रैल 2023 तक ही रह सकते हैं. नोटिस में कहा गया है कि उनको आवंटित किए गए इस सरकारी आवास का आवंटन 23 अप्रैल 2023 से रद्द किया जाता है.
शुक्रवार को सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के 24 घंटे बाद राहुल गांधी को सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था.
खड़गे ने राहुल को अपने घर में रहने का दिया न्योता
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह लोग राहुल गांधी को कमजोर करने की पूरी कोशिश करेंगे. वह अपनी मां के यहां जाकर रह सकते हैं या अगर हमारे पास आएंगे तो हम अपने घर में जगह देंगे. मैं सरकार के डराने, धमकाने वाले इस रवैये की निंदा करता हूं. ऐसा बहुत बार हुआ है कि हम (सांसद) 3-4 महीने बिना घर के रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)