राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे. वह शाम को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले हैं.
शाम 7 बजे के आसपास होने वाली इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. अटकलें लगाई जा रही हैं कि पायलट को पार्टी में एक मजबूत स्थिति मिल सकती है, जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. वह राजस्थान के पूर्व राज्य पार्टी प्रमुख भी हैं.
बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ उनके छत्तीसगढ़ समकक्ष भूपेश बघेल सहित अन्य लोगों द्वारा दी गई प्रस्तुति में शामिल हुए थे.
एक दिन बाद पायलट को नई दिल्ली बुलाया गया है, जिससे कांग्रेस में बदलाव और उन्हें एक बड़ी भूमिका दिए जाने की अटकलें शुरू हो गई हैं.
सूत्रों ने पुष्टि की कि किशोर ने युवा नेताओं को और अधिक शक्तियां देने का सुझाव दिया है और यदि उनके विचारों को स्वीकार कर लिया जाता है, तो पायलट को कोई बड़ी भूमिका दी जा सकती है.
इसके अलावा, कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पायलट के सुझावों को अधिक ध्यान से मानने, राज्य में बहुप्रतीक्षित राजनीतिक नियुक्तियां होने और पायलट खेमे के नेताओं को बड़ी भूमिका दिए जाने की संभावना है.
पायलट ने पिछले साल नवंबर में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और हाल ही में अप्रैल में उन्होंने राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी.
सूत्रों ने बताया कि पायलट अगले साल विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सोनिया गांधी से राजस्थान के मुद्दों और रेगिस्तानी राज्य में कांग्रेस को मजबूत करने के सुझावों पर भी चर्चा करेंगे.
सूत्रों ने कहा कि चूंकि जिला और प्रखंड स्तर पर कई महत्वपूर्ण पद खाली पड़े हैं, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द भरने के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी.
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