ADVERTISEMENTREMOVE AD

Kerala Student Suicide: क्या 'शेमिंग कल्चर' की वजह से हुई श्रद्धा की मौत?

Kerala Student Sucide: 6 जून को सैकड़ों छात्रों ने 'श्रद्धा के लिए न्याय' की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

(ट्रिगर चेतावनी:  यदि आप खुदकुशी करने के बारे में सोच रहे हैं या किसी ऐसे व्यक्ति जानते हैं जिनको ऐसे ख्याल आ रहे हैं, तो कृपया उन तक पहुंचें और स्थानीय आपातकालीन सेवाओं, हेल्पलाइन नंबरों और मानसिक स्वास्थ्य एनजीओ के इन नंबरों पर कॉल करें.)

(Kerala) केरल के कोट्टायम में अमल ज्योति इंजीनियरिंग कॉलेज की 20 साल की छात्रा श्रद्धा सतीश की शुक्रवार 2 जून को सुसाइड  से मौत हो गई थी. उसकी मौत के 4 दिन बाद उसकी दोस्त ने उसके बारे में कई बातें साझा की हैं. श्रद्धा की एक क्लासमेट ने कहा, "वह इतनी बेबाक और मुखर थी - हम अभी भी उसकी मौत के सदमे से उबर नहीं पाए हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
श्रद्धा की मौत ने इस बात को उजागर कर दिया है कि कैसे कॉलेज मेनेजमेंट कंजीरापल्ली में छात्रों के साथ 'दुर्व्यवहार' कर रहा है और 'जहरीले वातावरण' को बढ़ावा दे रहा है.

6 जून को सैकड़ों छात्रों ने 'श्रद्धा के लिए न्याय' की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया, इस दौरान छात्रों में काफी तनाव था.

कॉलेज को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है, संस्थान में अभी भी विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं, जिसके मेनेजमेंट पर श्रद्धा को 'मानसिक रूप से प्रताड़ित' करने, उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित करने और समय पर मेडिकल सहायता ना देने का आरोप लगा है. 

प्रदर्शनकारी छात्रों ने द क्विंट से कहा कि उनमें से कई को कैंपस के बाहर बंद कर दिया गया था, जबकि कई अन्य को मंगलवार को खाने के बिना उनके हॉस्टल तक ही सीमित कर दिया गया था .

छात्र प्रतिनिधियों और केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू की बैठक चल रही है - जिसके बाद छात्र तय करेंगे कि वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे या नहीं.

कौन थी श्रद्धा ?

एर्नाकुलम जिले के तिरुवंकुलम की रहने वाली श्रद्धा अमल ज्योति कॉलेज में फूड टेक्नॉलजी की सेकेंड ईयर की छात्रा थी.  उसके कॉलेज के साथी उसे बहुत टैलेंटेड स्टूडेंट के तौर पर याद करते हैं. उसके क्लासमेट जोस ने द क्विंट को बताया-

श्रद्धा बहुत पॉपुलर थी और बहुत सी एक्सट्रा करिक्युलर एक्टिविटीज में शामिल थी. वह गाना गाती थी और डांस करती थी,  हाल ही में, हमने एक फैशन शो का आयोजन किया और वह इसका नेतृत्व कर रही थी," 

जोस ने आगे बताया कि वह 1 जून को सेमेस्टर की छुट्टियों के बाद कॉलेज वापस लौटी और अगले दिन, उसे कथित तौर पर एक लैब के अंदर अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा गया, जिसे एक टीचर ने जब्त कर लिया था. थर्ड ईयर के छात्र एल्धो बाबू ने द क्विंट को बताया कि उसे HOD  के कमरे में बुलाया गया, जहां एचओडी अनूप और एक दूसरे टीचर मौजूद थे.

"एचओडी और टीचर ने उसे मानसिक रूप से परेशान किया. वह बेहद शर्मिंदा थी,  उसे 'रेड स्ट्रीट गर्ल' कहा गया, और उन्होंने उससे कहा कि वह जिंदगी में कभी सफल नहीं होगी. वह रोते हुए बाहर आई और उसने अपने दोस्तों से कहा कि वह मरना चाहती है "

एल्धो ने कहा कि एचओडी ने उसके परिवार को भी यह कहते हुए बुलाया था कि उसकी बैकलॉग हैं. "लेकिन उसके दोस्तों और रूममेट्स का कहना है कि वह एचओडी के साथ अपनी बातचीत से स्पष्ट रूप से परेशान थी और वह तब तक ठीक थी.

मेनेजमेंट ने झूठ बोला

एल्धो ने दावा किया कि इस घटना को लेकर हॉस्टल वार्डन माया ने भी श्रद्धा को डांटा था. उस शाम के बाद, जब श्रद्धा के रूममेट डिनर कर रहे थे, तो उसने कथित तौर पर फांसी लगाकर सुसाइड करने की कोशिश की.

"जब वे वापस लौटे, तो उन्होंने दरवाजे को बंद पाया और उन्होंने उसे खिड़की से देखा. उन्होंने फौरन वार्डन को सूचित किया, जिन्होंने दरवाजा तोड़ा और खुद को पांच मिनट के लिए अंदर बंद कर लिया. बाद में गार्ड्स ने अंदर आकर उसे नीचे से काटा."
एल्धो बाबू

एल्धो ने कहा कि उसे अस्पताल ले जाया गया, जो 3 किमी दूर था, लेकिन मेनेजमेंट ने कथित तौर पर अस्पताल को बताया कि वह बेहोश हो गई थी. "जब नर्स ने उसे IV पर रखा, तो एक चश्मदीद के मुताबिक, उसे दौरे पड़ने लगे जब उसे आईसीयू में ले जाया जा रहा था, तब उसकी मौत हो गई"

शनिवार सुबह छात्रों को उसकी मौत की सूचना मिली.  सोमवार को, उन्होंने मेनेजमेंट के खिलाफ यह आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कि वे इस स्थिति से संवेदनशील तरीके से निपटने में नाकाम रहे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
जब हमने सोमवार को प्रदर्शन शुरू किया, तो उन्होंने सभी क्लासेज कैंसिल कर दीं. मंगलवार की सुबह, उन्होंने हॉस्टल में सभी को परिसर खाली कर घर जाने के लिए कहा. जब छात्र विरोध करने के लिए परिसर में गए, तो उन्होंने सभी गेट बंद कर दिए और उन छात्रों को बंद कर दिया जो अंदर थे. उन्होंने उन्हें खाना भी नहीं दिया.

शेमिंग कल्चर 

विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि श्रद्धा की मौत कॉलेज में उत्पीड़न और शेमिंग कल्चर का नतीजा है. एल्धो का कहना है-

मेनेजमेंट हमेशा रूड होता है.  यदि वे एक लड़की और लड़के को एक साथ बैठे देखते हैं, तो वे तुरंत उनके माता-पिता को बुलाएंगे और कहेंगे कि वे कॉलेज के नियमों के अनुसार व्यवहार नहीं कर रहे हैं. इस वजह से, माता-पिता का भी अपने बच्चों के ऊपर से भरोसा उठ जाता है.

उसने कहा, "अगर कोई छात्र कम मार्क्स लाता है, तो मैनेजमेंट तुरंत कहेगा कि वह ड्रग्स ले रहा है और डिस्ट्रैक्ट है. अगर यह एक छात्रा है, तो वे उसे बदनाम करते हैं, वे छात्रों को बहुत प्रताड़ित करते हैं और उनके माता-पिता को बुलाते हैं"

रिपोर्ट्स से यह भी पता चलता है कि श्रद्धा ने हाल ही में एक ऑनलाइन सर्वे में हिस्सा लिया था, जिसमें एक काल्पनिक सवाल था कि वह अपने जीवन में क्या अलग करेगी. श्रद्धा ने शेयर किया था कि वह एक अलग कॉलेज चुनेंगी.

News18 द्वारा शूट किए गए प्रदर्शन के एक वीडियो में,  छात्राओं के एक ग्रुप को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि कैसे  मेनेजमेंट अक्सर छात्राओं को 'रेड स्ट्रीट गर्ल्स' कहता है और उनकी बेज्जती करता है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इंस्टाग्राम पर एक वीडियो में, एक मशहूर मलयालम स्क्रिप्ट राइटर और कॉलेज के पूर्व छात्र शरीस मोहम्मद ने प्रदर्शन के साथ एकजुटता दिखाई और कहा, "उसके दोस्तों और परिवार ने कहा कि उसे कॉलेज द्वारा भावनात्मक रूप से प्रताड़ित kiकिया गया और उस पर दबाव डाला गया. 14 साल पहले वहां पढ़ने वाले किसी व्यक्ति के रूप में, मैं कह सकता हूं कि मैं भी इसी चीज से गुजरा हूं"

मंत्री आर बिंदू ने सोमवार को मामले की तत्काल जांच के आदेश दिए थे और उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव इशिता राय को विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था.

इस बीच, कॉलेज प्रबंधक फादर मैथ्यू पैकट ने कहा कि श्रद्धा की मौत में उनकी कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा, "पुलिस को जांच करने दीजिए, हम भी सच्चाई का पता लगाना चाहते हैं. छुट्टी के बाद, छात्र पहली (जून) को लौटे और यह दूसरी तारीख को हुआ.  अब छात्र भावनात्मक रूप से जो कह रहे हैं जरूरी नहीं है कि वह सही हो " द न्यूज मिनट के मुताबिक उन्होंने मीडिया से कहा- 

द क्विंट कॉलेज मेनेजमेंट से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है, और जब हमें कोई प्रतिक्रिया मिलेगी तो इस स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×