हत्या के दोषी BJP विधायक की विधानसभा सदस्यता रद्द
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के बीजेपी विधायक अशोक कुमार सिंह चंदेल को फिर बड़ा झटका लगा है. हत्या के मामले में जेल की सजा काट रहे चंदेल की अब विधायकी भी चली गई है. चंदेल की विधानसभा सदस्यता खत्म होते ही अब विधानसभा की 12 सीटें खाली हो गई हैं. सजा सुनाए जाने के बाद चंदेल अपने पद के लिए अयोग्य घोषित हो गए हैं. इस बात की अधिसूचना जारी कर दी गई है. अब हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से चंदेल का स्थान 19 अप्रैल 2019 से खाली माना जाएगा. इसी दिन चंदेल को सजा सुनाई गई थी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वरलु ने विधानसभा के प्रमुख सचिव और प्रमुख सचिव (गृह) को खत लिखा था, जिसमें अशोक चंदेल की विधानसभा की सदस्यता खत्म करने की मांग की गई थी.
बता दें कि 22 साल पहले 26 जनवरी, 1997 को हमीरपुर के सुभाष नगर में राजीव शुक्ला के दो भाइयों और एक भतीजे समेत पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस साल 19 अप्रैल को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इस मामले में अशोक सिंह चंदेल सहित सभी 10 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.
चंदेल ने 13 मई को अदालत में सरेंडर किया था. तभी से वे जेल में हैं. सुप्रीम कोर्ट के 13 जुलाई 2010 के आदेश के मुताबिक तीन साल से ज्यादा की सजा होने पर जनप्रतिनिधि की सदस्यता खत्म हो जाती है. विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने गुरुवार को विधानसभा में उनका स्थान सजा वाले दिन से खाली घोषित करने की अधिसूचना जारी कर दी.
ऊर्जा मंत्री ने 31 भ्रष्ट कर्मियों पर कार्रवाई का आदेश दिया
उत्तर प्रदेश में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हुए पावर कॉर्पोरेशन के 31 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं. ऊर्जा मंत्री के कदम से विभाग में हड़कंप मच गया है. मंत्री के आदेश को यूपी पावर कॉर्पोरेशन और उसकी सहयोगी कंपनियों में कड़ाई से लागू किया जाएगा. जिन कर्मचारियों के खिलाफ उपभोक्ता उत्पीड़न या भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच लंबित है, उन पर समयबद्ध तरीके से कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. जिन अधिकारियों ने जांच या विजिलेंस के मामलों को जान बूझकर दबाकर रखा है, उन पर भी प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.
मंत्री के कड़े तेवर देखते हुए प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष आलोक कुमार ने भी विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाइयों की समीक्षा करते हुए बताया कि ऊर्जा मंत्री ने साफ निर्देश दिए हैं कि विभाग में ईमानदार एवं अच्छी छवि के कर्मियों को प्रोत्साहन दिया जाए और विभाग को भ्रष्टाचार मुक्त किया जाए.
प्रमुख सचिव ने बताया कि पावर कॉर्पोरेशन द्वारा बिजली आघात से मौत, बिलों में हेराफेरी, आय से अधिक संपत्ति, घूस लेना, अकाउंट्स में गलती, बिजली चोरी में संलिप्तता, राजस्व हानि पहुचाने और लापरवाही आदि अनियमितताओं में दोषी पाए गए 31 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा चलाए जाने की मंजूरी दी गई है.
अधिकारी, कर्मचारी ना दे सम्मान तो मारिए जूता : BJP विधायक
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले की सदर विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक रामरतन कुशवाहा का एक विवादित बयान सामने आया है. गुरुवार को महरौनी कस्बे में आयोजित पार्टी के एक अभिनंदन समारोह में रामरतन कुशवाहा ने कहा, "अधिकारी और कर्मचारी यदि सम्मान न दे तो उसे जूता मारिए."
उन्होंने कार्यकर्ताओं के सामने बड़ी तेज आवाज में कहा कि बर्दाश्त की भी एक हद होती है. बीजेपी विधायक जब यह बोल रहे थे, उस दौरान उनके साथ मंच में कार्यक्रम में योगी सरकार के श्रम और सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ और नव निर्वाचित सांसद अनुराग शर्मा मौजूद थे. हलांकि दोनों लोगों ने इस बयान से अपना किनारा कर लिया.
उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी और कर्मचारी समाजवादी पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी की मानसिकता वाले हैं, जिन्हें सुधरने के लिए एक-दो महीने का समय दिया जाता है. उन्होंने राजस्व और पुलिस के कर्मचारियों को सर्तक रहने को कहा है.
वाराणसी के महंत ने ममता को भेजी रामचरितमानस
वाराणसी के पातालपुरी मंदिर के महंत बालक दास ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'रामचरितमानस' की एक प्रति इस उम्मीद के साथ भेजी है कि इसे पढ़ने से उनकी 'सोच शुद्ध होगी'. उन्होंने मीडिया से कहा, "मुझे उम्मीद है कि एक बार रामचरितमानस को पढ़ने के बाद उनकी सोच शुद्ध होगी."
महंत ने कहा, “वह ‘जय श्री राम’ के नारे का विरोध कर रही हैं, जो भगवान राम के प्रति उनकी नफरत को दर्शाता है. इस कारण एक दिन उनका पतन होना निश्चित है. मैंने उन्हें शास्त्र की एक प्रति भेजी है और मुख्यमंत्री से इसे पढ़ने का अनुरोध किया है.”
उन्होंने कहा कि वह शास्त्र को समझने में ममता की मदद करने को तैयार हैं और उन्हें और ज्यादा प्रतियां भेजना जारी रखेंगे. 'रामचरितमानस' 16वीं शताब्दी के भक्ति पंथ के कवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित हिंदी की अवधी बोली में एक महाकाव्य है.
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने यह घोषणा की थी कि पार्टी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री ममता को 10 लाख पोस्टकार्ड भेजेंगे, जिस पर 'जय श्री राम' लिखा होगा. ममता राज्य में 'जय श्री राम' का जाप करने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं पर नकेल कस रही हैं.
पीलीभीत में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर सांप्रदायिक हिंसा
उत्तर प्रदेश में पीलीभीत जिले के रोहानिया गांव में भीड़ द्वारा एक मंदिर में तोड़-फोड़ करने और मंदिर की मूर्तियों को उठाकर बाहर फेंक देने के बाद से क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव हो गया है. बुधवार शाम को हुई इस घटना के बाद भीड़ ने मंदिर के लाउड स्पीकर भी तोड़ दिए. पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर गांव के बाहर है, जहां प्रत्येक शाम श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूजा करने आती है और लाउड स्पीकरों पर धार्मिक गीत बजते रहते हैं. गांव में हिंदू और मुस्लिम- दोनों समुदाय रहते हैं. बुधवार शाम भीड़ ने मंदिर जाकर ईद के उत्सव की वजह से लाउड स्पीकर बंद करने को कहा. मंदिर में मौजूद लोगों ने यह कहकर उनका विरोध किया कि नमाज तो गांव में पढ़ी जा रही है. आक्रोशित भीड़ ने इसके बाद लाउड स्पीकर के तार काट दिए और यहां तक कि मूर्तियों को भी उनके स्थान से हटाकर दूर फेंक दिया. मंदिर के पुजारी ने जब इसका विरोध किया तो भीड़ ने उन्हें भी पीट दिया.
पुलिस को बुलाया गया और मूर्तियों को मंदिर में दोबारा स्थापित किया गया. इस घटना के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है और अतिरिक्त बल को तैनात कर दिया गया है.
(इनपुट: IANS)
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