इजरायल और हमास (Israel-Hamas War) के बीच पिछले 7 महीनों से युद्ध जारी है. रविवार, 26 मई को हमास ने करीब 4 महीने में पहली बार मध्य इजरायल के तेल अवीव शहर पर बड़ा रॉकेट हमले का दावा किया है. वहीं इजराइली सेना ने कहा कि दक्षिणी गाजा के राफा क्षेत्र से कम से कम आठ रॉकेट दागे गए और उनमें से कई को हवा में ही तबाह कर दिया गया.
हमास ने क्यों किया हमला?
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास की सशस्त्र शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड ने रविवार को अपने टेलीग्राम चैनल पर एक बयान में कहा कि उसने “नागरिकों के खिलाफ जायोनी नरसंहार” के जवाब में तेल अवीव पर एक “बड़ा मिसाइल” हमला किया है.
वहीं अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले से पहले पहले, कस्साम ब्रिगेड ने कहा था कि उसके लड़ाकों ने जबालिया कैंप में इजरायली सैनिकों को “मारा और बंधक बना लिया” है. हालांकि, इजरायली सेना ने इस दावे का खंडन किया है.
वहीं हमले के बाद इजरायली डिफेंस फोर्स ने ट्वीट किया, "कुछ ही देर पहले राफा से मध्य इजराइल की ओर रॉकेटों की बौछार की गई. आज सुबह केरेम शालोम क्रॉसिंग के माध्यम से गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाई जा रही है, और अब मध्य इजराइल पर रॉकेट दागे जा रहे हैं."
हमले की खबरों के बीच, इजरायली सेना ने पिछले कुछ महीनों में पहली बार तेल अवीव में सायरन बजाकर संभावित रॉकेट हमलों की चेतावनी दी है.
इजरायली मीडिया का कहना है कि दक्षिणी गाजा के राफा से रॉकेट दागे गए, जहां इजरायली सेना एक गहन सैन्य अभियान चला रही है. मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि तेल अवीव के अलावा हर्जलिया और पेटाह टिकवा सहित कई शहरों और कस्बों में रॉकेट सायरन बजे हैं.
टाइम्स ऑफ इजरायल ने सेना के हवाले से कहा कि लगभग 10 रॉकेट दागे गए. रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली रक्षा प्रणालियों द्वारा कई रॉकेटों को रोक दिया गया है, साथ ही यह भी कहा गया है कि कुछ अन्य रॉकेट विभिन्न क्षेत्रों में गिरे.
गाजा में मृतकों की संख्या 35,984 तक पहुंची
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायली हमलों में कम से कम 35,984 फिलिस्तीनी लोग मारे गए हैं, जबकि 80,643 घायल हुए हैं.
मंत्रालय ने कहा है कि अक्टूबर से अब तक मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं, वहीं तबाह हो चुके इलाके में मलबे के नीचे हजारों शव अभी भी पड़े होने की आशंका है.
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