Israel Hamas War: "अचानक हमने एक मिसाइल की आवाज सुनी. हम भागे और देखा कि सड़क के चारों तरफ धुआं ही धुआं है. अंधेरा इतना ज्यादा था कि हमें कुछ दिख ही नहीं रहा था." ये बात प्रत्यक्षदर्शी फादी दुखन ने रॉयटर्स को बताई, और कहा कि घटना के वक्त वो वह एक घर के दरवाजे पर बैठे थे, जब उनहोंने एक विस्फोट की आवाज सुनी.
उन्होंने कहा, एक घर में प्रवेश करने पर उन्हें अंदर कोई नहीं मिला, लेकिन बाद में उन्हें "एक लड़की और एक युवक का शव बहुत ही बुरी अवस्था में मिला.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने रॉयटर्स को बताया कि ताल अल-सुल्तान (रिफ्यूजी कैंप) का पूरा इलाका "जला" दिया गया है.
पीड़ितों के एक बुजुर्ग रिश्तेदार ने अल जजीरा को हमले के बारे में बताया.
उन्होंने कहा, "दोपहर का समय था, लोग अपने घरों में सुरक्षित और स्वस्थ बैठे थे, हमने एक बड़े विस्फोट की आवाज सुनी, जिसने क्षेत्र को हिलाकर रख दिया और पूरे ब्लॉक को तहस-नहस कर दिया. लोग जान बचाने के लिए भागे और फिर आश्चर्यचकित रह गया कि मेरे भाई का घर भी तहस-नहस हो गया."
"अंदर मौजूद सभी लोगों के साथ घर पूरी तरह नष्ट हो गया. लोग इलाके की ओर दौड़े और जिसे भी वे बचा सकते थे, उसे बचाने की कोशिश की. लेकिन अन्य लोग मारे गए."
“ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब इस परिवार को निशाना बनाया गया है, अब तक इनमें से 100 की मौत हो चुकी है, सभी महिलाएं और बच्चे हैं. हमारे भाइयों ने लोगों को मलबे से निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया. भगवान उन्हें सुरक्षा प्रदान करें.”
रफा में हुई इजरायली बमबारी
गाजा पट्टी के सबसे दक्षिणी शहर रफा में इजरायल ने बमबारी की है, अलजजीरा और फिलीस्तीनी मीडिया के अनुसार, हमले में कम से कम 40 लोग मारे गए और कई घायल हो गए. मृतकों में महिला और बच्चे भी शामिल हैं.
एसोसिएटेड प्रेस ने फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रवक्ता के हवाले से कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
दरअसल, रफा में हजारों फिलिस्तीनी शरणार्थी टेंट में संयुक्त राष्ट्र के राहत शिविर और कार्य एजेंसी के गोदामों के पास रह रहे हैं, जहां इजरायली सेना ने रविवार (26 मई) को लगभग आठ रॉकेट दागे.
स्थानीय सूत्रों ने शिन्हुआ को बताया कि यह विस्थापित परिवारों की घनी आबादी वाले इलाके पर एक "अभूतपूर्व" इजरायली हवाई हमला था, जिसमें प्लास्टिक और टिन से बने तंबू और साथ ही नागरिक वाहन भी नष्ट हो गए.
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक पर प्रसारित वीडियो क्लिप में दिखाया गया है कि क्षेत्र में आग की लपटें तेजी से उठ रही हैं और आग ने तंबुओं को अपनी चपेट में ले लिया.
सूत्रों ने बताया कि नागरिक सुरक्षा और एम्बुलेंस कर्मचारियों को शवों को निकालने में काफी मशक्क्त करनी पड़ी.
फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने शिन्हुआ को बताया कि इस क्षेत्र को हमले से पहले इजरायली सेना ने "सुरक्षित क्षेत्र" बताया था.
रविवार रात जारी एक बयान में, हमास ने बमबारी की निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) के फैसले की पूर्ण अवज्ञा और अवहेलना बताया है. आईसीजे ने इजरायल से रफा में आक्रमण रोकने की मांग की थी.
इजरायल रक्षा बल ने क्या कहा?
इजरायल रक्षा बल (IDF) ने एक बयान में कहा कि "आईडीएफ विमान ने रफा में हमास परिसर पर हमला किया, जहां हमास आतंकवादी थे".
इसमें कहा गया है, "अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर हमला किया गया."
इससे पहले 7 मई को, इजरायली सेना ने घोषणा की थी कि उसने मिस्र की सीमा पर गाजा पट्टी के दक्षिण में रफा के पूर्वी क्षेत्र में स्थित क्रॉसिंग के फिलिस्तीनी हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है, जिसके चलते गाजा में प्रवेश करने वाली सहायता रोक दी गई है.
आवास के अधिकार पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत बालकृष्णन राजगोपाल ने राफा में विस्थापित फिलिस्तीनियों पर हमले के मद्देनजर इजराइल के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान किया है.
फिलिस्तीनी क्षेत्र में मानवाधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत फ्रांसेस्का अल्बानीज ने राफा में राहत शिविर पर इजराइल के हमले को "अधिक भयावह" बताया है.
इजरायल रफा को हमास का आखिरी गढ़ मानता है, जिसने 2007 से गाजा पट्टी को नियंत्रित किया हुआ है.
(इनपुट-बीबीसी/रॉयटर्स/आईएएनएस/अल जजीरा)
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