ADVERTISEMENTREMOVE AD

इजरायल का नया फरमान, आखिरी 'पनाह' रफा भी खाली करें फिलिस्तिनी- हवाई हमला भी शुरू किया

UN और अमेरिका ने चेतावनी दी कि रफा में दस लाख से अधिक विस्थापित फिलिस्तीनी पहले से ही शरण लिए हुए हैं, इसलिए हमले के खतरनाक परिणाम हो सकते हैं.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

गाजा (Gaza) में जारी इजरायली (Israel) हमले एक बीच एक बार फिर फिलिस्तिनियों को इलाका खाली करने का निर्देश मिला है. इजरायल की सेना का कहना है कि उसने दक्षिणी गाजा शहर में "सीमित" ऑपरेशन शुरू करने से पहले फिलिस्तीनियों को पूर्वी रफा के कुछ हिस्सों को छोड़ने का आदेश दे दिया है. लगभग एक लाख लोगों को खान यूनिस और अल-मवासी की ओर जाने को कहा गया है.

बता दें इससे पहले गाजा के लोगों को खान यूनिस से निकाला गया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इजरायली सेना और हमास का क्या कहना है?

इजरायल का कहना है कि हमास को हराने के लिए उसे अब रफा इलाके में एक्शन लेना होगा.

वहीं हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इजरायली सेना के इस आदेश को "खतरनाक" बताया है.

रफा में इजरायली हवाई हमलों में कथित तौर पर रात भर में कम से कम 19 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. दरअसल इससे पहले हमास लड़ाकों ने यहां से रॉकेट लॉन्च किए थे जिसके बाद केरेम शालोम सीमा पार पर चार इजरायली सैनिकों की मौत हो गई थी. ये एंट्री पॉइंट है जहां से गाजा में मानवीय सहायता पहुंच रही है.

ये हमले तब हुए जब युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर चल रहे समझौतों को झटका लगा. हालांकि मध्यस्थ करने वालों का कहना है कि उनके प्रयास जारी हैं.

इजरायली रक्षा बल (IDF) के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नदाव शोशानी ने जोर देकर कहा कि रफा में जो ऑपरेशन चलाने की तैयारी है वो "सीमित दायरे" का है. उन्होंने कहा कि कोई समय सीमा घोषित नहीं की गई है और अनुमानित 1,00,000 लोगों को निकाला जा रहा है, उसे "सही तरीके से" किया जाएगा.

IDF लोगों को स्थानांतरित करने के लिए संदेश, फ्लायर्स और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है. सेना ने प्लेन से अरबी में लिखे फ्लायर्स गिराए जिसमें से एक में नक्शा बना है जो दक्षिण-पूर्वी रफा में नौ ऐसे क्षेत्रों के बारे में बता रहा है जहां सेना का कहना है कि वो यहां "आतंकवादी संगठनों के खिलाफ काम करेगा".

इन नक्शों में IDF द्वारा बनाए गए मानवीय क्षेत्र में जाने का रास्ता बताया गया है. IDF ने कहा कि मानवीय क्षेत्र में "क्षेत्रीय अस्पताल, तंबू और भोजन, पानी, दवा और बाकी जरूरी चीजें उपलब्ध हैं.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

पीड़ित लोगों ने क्या बताया? 

गाजा छोड़ने की कोशिश कर रहे एक ब्रिटिश सर्जन निक मेनार्ड ने एक ऑडियो मैसेज में समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि: “क्रॉसिंग के तुरंत बाहर दो बड़े बम फट गए हैं. हमसे लगभग 100 मीटर की दूरी पर भी भारी गोलीबारी हुई है. हम बहुत अस्पष्ट हैं कि हम बाहर निकल पाएंगे या नहीं. रफा में ड्राइविंग करते समय, काफी तनाव था और लोग जितनी तेजी से हो सके वहां से निकल रहे थे."

वहीं बीबीसी से बातचीत में पिछले चार महीनों में छह बार विस्थापित हो चुकी दो बच्चों की एक फिलिस्तीनी मां ने कहा कि वह प्रभावित क्षेत्रों में से एक से केवल 15 मिनट की दूरी पर शरण ले रही थीं, फिलहाल वहीं रह रही हैं. "ईमानदारी से कहूं तो मैं बहुत उलझन में हूं. मेरे पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है. यह आखिरी जगह है जिसे मैं जानती हूं."

उन्होंने आगे कहा कि:

"अगर मैं खान यूनिस वापस आना चाहूं तो कोई जगह नहीं है - वहां सब खत्म हो गया है. जहां तक अल-मवासी के इलाकों की बात है, वे भीड़भाड़ वाले हैं और मैं अब तंबू के अंदर नहीं रह सकती. वो बहुत गर्म है और मेरा स्वास्थ्य खराब है, जो मुझे ऐसी स्थिति में रहने की अनुमति नहीं देता है. दीर अल-बलाह और नुसीरात [शरणार्थी शिविर] के बारे में बताऊं तो वहां अभी भी बहुत सारे हवाई हमले हो रहे हैं... और वो एक बहुत ही खतरनाक इलाका है."
ADVERTISEMENTREMOVE AD

रफा की स्थिति

रफा में 14 लाख से ज्यादा गजावासी रहते हैं - जो पहले की तुलना में 5 गुना अधिक है. नॉर्वेजियन शरणार्थी परिषद के अनुसार हर वर्ग किलोमीटर पर 22,000 लोग रह रहे हैं. पहले से ही बीमारी फैल रही है, डायरिया, हेपेटाइटिस ए और मेनिनजाइटिस के प्रकोप के साथ-साथ भूखमरी का संकट भी जारी है.

रफा वह जगह है जिसके आगे अंतराष्ट्रीय सीमा आ जाती है और यहां से आगे ईजिप्ट है. ईजिप्ट ने अपनी सीमा को सख्ती के साथ बंद कर रखा है. इसीलिए रफा गाजा वासियों के लिए एक तरह से आखिरी 'पनाह' है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इजरायल के नए आदेश की दुनिया भर में आलोचना 

  • संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रफा में दस लाख से अधिक विस्थापित फिलिस्तीनी पहले से ही शरण लिए हुए हैं, इसलिए यहां हमला करने के खतरनाक परिणाम हो सकते हैं.

  • वहीं फ्रांस ने भी चेतावनी दी है कि यदि इजरायल रफा से फिलिस्तीनी नागरिकों को जबरन विस्थापित करना चाहता है तो वह अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत युद्ध अपराध होगा.

  • यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने भी इजरायल के आदेश की आलोचना की है.

  • जॉर्डन के विदेश मंत्री ने कहा, "फिलिस्तीनियों का एक और नरसंहार होने वाला है."

  • एक बयान में, ईजिप्ट के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने इजरायल से "आत्म-संयम" बरतने और इस "बहुत संवेदनशील समय" में किसी भी अधिक तनाव से बचने का आह्वान किया है, जबकि संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत जारी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×