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Nepal Plane Crash की पहली तस्वीर, फोन से मिली लोकेशन- विमान में 4 भारतीय कौन थे?

Nepal Plane Crash: पायलट का फोन प्लेन क्रैश के बाद भी बजता रहा, जिसकी वजह से लापता विमान का पता लगाया गया.

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नेपाल आर्मी (Nepal Army) ने सोमवार, 30 मई को सुबह जानकारी दी कि चार भारतीयों सहित 22 लोगों के साथ उड़ा प्लेन लापता (Nepal Missing Plane) हो गया था जिसकी लोकेशन मिल गई है. यह वो लोकेशन हैं जहां प्लेन क्रैश (Nepal Plane Crash) हो गया था. नेपाल आर्मी के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया कि रेस्क्यू टीम ने खुद जा कर क्रैश साइट का पता लगाया.

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यह टर्बोप्रॉप ट्विन ऑटर 9N AET प्लेन (Turboprop Twin Otter 9N-AET Plane) था. इसमें चार भारतीय सहित अन्य यात्रियों के अलावा प्लेन का स्टाफ था. यह प्लेन रविवार सुबह करीब 9:55 बजे पोखरा शहर से मध्य नेपाल के एक पर्यटन शहर जोमसोम जा रहा था, जिसके बाद वह लापता हो गया था.

नेपाल का प्राइवेट प्लेन मस्टैंग (Mustang) में क्रैश हुआ. बता दें कि इस प्लेन क्रैश कि लोकेशन रेस्क्यू टीम ने खुद जा कर ढूंढा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि यह प्लेन लामचे नदी पर क्रैश हुआ था.

मोबाइल फोन से पता चली लोकेशन

काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रेम नाथ ठाकुर ने MyRepublica पोर्टल को बताया कि, "लापता विमान के कप्तान घिमिरे का सेलफोन लगातार बज रहा था और नेपाल टेलीकॉम से कप्तान के फोन को ट्रैक करने के बाद नेपाल सेना का हेलीकॉप्टर संभावित दुर्घटना क्षेत्र तक पहुंच पाया."

रविवार शाम को खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया था जिसके बाद अब फिर से शुरू कर दिया गया है.

नेपाल सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने सोमवार सुबह समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि, "रेस्क्यू टीम ने प्लेन के मलबे का पता लगाया है और एक तस्वीर साझा की है. अतिरिक्त टीमें वहां जा रही हैं ताकि हमें और डीटेल मिल सकें"
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प्लेन में सवार चार भारतीय कौन थे?

प्लेन में सवार चार भारतीय- अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पूर्व पत्नी वैभवी त्रिपाठी, बेटा धनुष त्रिपाठी और बेटी ऋतिका त्रिपाठी थे. भारतीय दूतावास ने रविवार को कहा था कि वे परिवार के सदस्यों से संपर्क में हैं.

मुंबई से सटे ठाणे के कपूरबावड़ी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उत्तम सोनवणे ने कहा-

“हादसे में जान गंवाने वाली वैभवी और उनके पूर्व पति अशोक को उनके तलाक के बाद हर साल अपने बच्चों के साथ 10 दिनों की छुट्टी पर जाने के लिए एक पारिवारिक अदालत ने अनिवार्य किया था. सूचना मिलने के बाद हम उनके आवास पर गए. वैभवी बांद्रा स्थित एक कंपनी में काम करती है और अपनी मां की देखभाल करती है, जो लंबे समय से ठीक नहीं है. जैसे ही वह अपने परिवार के साथ छुट्टी मानाने निकली तब उनकी बहन कुछ समय के लिए मां की देखभाल करने के लिए आ गई थी.
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नेपाल में पोखरा से उड़ने के बाद प्लेन ने संपर्क खो दिया था जिसके बाद हादसे की सूचना मिली थी. काठमांडू पोस्ट के अनुसार, म्यागडी के मुख्य जिला अधिकारी चिरंजीबी राणा ने बताया, "प्लेन के क्रैश होने से पहले उसे बचाने के प्रयास किए गए लेकिन खराब मौसम की वजह से ऐसा हो न सका."

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