इंग्लैंड और भारत (IND vs ENG) के बीच एजबेस्टन टेस्ट (Edgbaston Test) में भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. 2-1 से सीरीज में आगे चल रही टीम इंडिया को 2-2 से सीरीज बराबरी के साथ संतोष करना पड़ा. जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में भारत ने टेस्ट मैच में शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन अंजाम मनमाफिक न हो सका.
पहली पारी में भारत ने 416 रनों का बड़ा टार्गेट खड़ा किया. इंग्लैंड जैसी बलशाली टीम को 284 रन पर समेट भी दिया, लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि देखते-देखते भारत के हाथ से ये मैच रेत की तरह फिसल गया. दरअसल भारत की हार के सबसे बड़े कारण जॉनी बेयरस्टो रहे और इस मैच में ऐसे 2 मौके आए जब बेयरस्टो के सामने भारत ने गलतियां की.
शांत बेयरस्टो को उकसाया
भारत की पहली पारी 416 रनों पर खत्म हो गई थी. इसके बाद इंग्लैंड की टीम पहली पारी के लिए आई तो भारतीय गेंदबाजों ने सिर्फ 83 रन पर आधी विरोधी टीम को वापस भेज दिया था. इस वक्त जॉनी बेयरस्टो क्रीज पर थे. सब कुछ अच्छा चल रहा था. लेकिन तभी विराट कोहली और बेयरस्टो के बीच कुछ कहासुनी हो गई. विराट ने बेयरस्टो को कहा "मुंह बंद करके बल्लेबाजी करो". इसके बाद बेयरस्टो ने इसका जवाब अपने बल्ले से दिया.
ऐसी स्थिती में 2 ही चीजें होती हैं, या तो बल्लेबाज अपना विकेट फेंक जाता है या मैच पलट जाता है. बेयरस्टो टिके और ताबड़तोड़ शतक जड़ दिया. उन्होंने सिर्फ 140 गेंदों में 106 रनों की पारी खेल डाली और भारत को पीछे ढ़केलना शुरू कर दिया.
कैच छोड़ने की गलती पड़ी भारी
भारत ने दूसरी गलती भी बेयरस्टो के ही सामने की. भारत ने इंग्लैंड को 378 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था. इंग्लैंड के रन चेज के 38वें ओवर के दौरान मोहम्मद सिराज की गेंद पर जॉनी बेयरस्टो के बल्ले का बाहरी किनारा लपक पाने में हनुमा विहारी असफल रहे. गेंद सीधे हनुमा विहारी के पास गई, जो स्लिप पर खड़े थे, लेकन हाथ से कैच छूट गया. इसके बाद तो बेयरस्टो ऐसा टिके कि तब तक सांस नहीं लिए जब तक भारत को हार से मुलाकात नहीं करा दिया.
बेयरस्टो ने इस पारी में 145 गेंदों में 114 रन बना डाले. जो रूट के साथ मिलकर उन्होंने भारत के सपने पर पानी फेर दिया. जो रूट ने भी दूसरी पारी में 145 रन ठोक दिए और अपनी टीम को सीरीज हार से बचा लिया.
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