अगर आप आईपीएल (IPL 2022) के डाय-हार्ड फैन हैं तो आईपीएल में नियमों में कई बदलाव हुए हैं जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए. यदि आपके पसंदीदा खिलाड़ी को अंपायर के गलत फैसले के चलते आउट करार दिया गया और अब DRS समाप्त होने के चलते रिव्यू भी नहीं ले सकते तो एसी स्थिती में अब निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि IPL ने सीजन 2022 से DRS की संख्या बढ़ा दी है.
DRS एक मात्र नियम नहीं है जिसमें बदलाव किया गया है बल्कि ऐसे और भी कई नियम हैं. आइए देखते हैं कि आईपीएल ने किन-किन नियमों में बदलाव किया है.
1. कैच आउट होने पर स्ट्राइक में बदलाव
आईपीएल में इस सीजन आपको कैच आउट के बाद स्ट्राइक चेंज नियमों में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. इससे पहले नियम था कि यदि बल्लेबाज स्ट्राइक पर है और शॉट के बाद गेंद हवा में रहते हुए क्रीज पर मौजूद दोनों बल्लेबाजों ने दौड़ कर स्ट्राइक बदल ली तो कैच आउट होने के बाद दूसरे छोर का बल्लेबाज पहली गेंद खेलता था, लेकिन अब से ऐसा नहीं होगा.
यदि कोई बैटर कैच आउट हुआ तो नया बल्लेबाज ही पहली गेंद खेलेगा, बशर्ते बैटर ओवर की आखिरी गेंद पर आउट न हुआ हो. ओवर की आखिरी गेंद पर आउट होने पर अगले ओवर की पहली गेंद पहले से पिच पर मौजूद बैटर ही खेलेगा.
2. DRS नियमों में बदलाव
डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) को पहली बार IPL में 2018 में लागू किया गया था. तीन सालों से इस नियम के तहत एक पारी में एक टीम को एक ही असफल रिव्यू की सीमा थी. एक बार आपका रिव्यू आपके पक्ष में नहीं गया तो आप दोबारा उस पारी में रिव्यू का प्रयोग नहीं कर सकते थे, लेकिन इस सीजन में इसे बढ़ाकर दो कर दिया गया है.
3. कोरोना के चलते नहीं हुई टीम पूरी तो क्या होगा?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने कहा है कि अगर कोई टीम कोरोना के कारण अपनी टीम मैदान में नहीं उतार पाती है तो उस मैच को आगे के लिए दोबारा से शेड्यूल करने की कोशिश की जाएगी.
नियम के मुताबिक एक टीम में 12 खिलाड़ी उपलब्ध होने चाहिए. इसमें से 11 मैदान पर होंगे जिनमें कम से कम सात भारतीय होगे और एक विकल्प मैच के दिन सेलेक्शन के लिए रखा जा सकता है.
यदि किसी स्थिती में मैच को दोबारा शेड्यूल करना संभव नहीं हुआ तो ये मामला IPL की टेक्नीकल कमेटी को भेजा जाएगा और उसका फैसला अंतिम होगा.
4. लीग स्टेज की रैंकिंग भी होगी फाइनल के लिए महत्वपूर्ण
आईपीएल में मैच टाई होने पर विजेता का फैसला सुपर ओवर के जरिए किया जाता है, लेकिन यदि इस बार फाइनल में सुपर ओवर के लिए समय नहीं बचता है, तो दोनों टीमों में से जो भी लीग स्टेज के दौरान प्वाइंट टेबल में आगे होगा उसे सीजन का विजेता घोषित कर दिया जाएगा.
5. 'मांकडिंग' अब रन आउट की श्रेणी में
क्रिकेट के नियम निर्धारित करने वाली संस्था MCC ने नॉन स्ट्राकर बल्लेबाज के क्रीज से बाहर होने पर बिना गेंद फेंके आउट किए जाने की विवादित परंपरा ('मांकडिंग') को वैध ठहराते हुए उसे रन आउट की श्रेणी में रख दिया है. IPL भी इसी सीजन से इस नियम को लागू करने जा रहा है.
यानी अब कोई नॉन स्ट्राकर बैटर गेंद फेंके जाने से पहले क्रीज छोड़ देता है तो उसे रन आउट करने का गेंदबाज के पास पूरा अधिकार होगा. इससे पहले इसे खेल भावना की कैटेगिरी में रखा जाता था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)