भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा बाजार सज चुका है और अब इस बाजार में पूरी चमक-धमक देखने को मिलने वाली है. 26 मार्च से आईपीएल 2022 (IPL 2022) की शुरुआत होनी है. टीम, फ्रैंचाइजी, कप्तान, दर्शक सबने अपनी कमर कस ली है.
हम आपके लिए आईपीएल की अब तक की यात्रा में से कुछ विवाद निकालकर लाए हैं, जिसे इस सबसे चर्चित लीग के लिए में 'चांद पर दाग' की तरह समझ सकते हैं. इन विवादों ने आईपीएल की साख को खूब नुकसान पहुंचाया है. आईए देखते हैं आईपीएल के 6 सबसे बड़े विवाद कौन से हैं.
1. स्पॉट फिक्सिंग के जाल में राजस्थान और चेन्नई
आईपीएल के सबसे बड़े विवादों में से एक मैच फिक्सिंग है. पूरा क्रिकेट जगत 2013 में राजस्थान टीम के तीन क्रिकेटरों श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण की गिरफ्तारी से हैरान रह गया. इन तीनों खिलाड़ियों पर फिक्सिंग के गंभीर आरोप लगे थे.
इसके अलावा, एक बार चेन्नई सुपर किंग्स को भी इसी तरह के मामले में शामिल पाया गया था. मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनके मालिक के दामाद विंदू दारा सिंह और गुरुनाथ मयप्पन के साथ-साथ बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को भी सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया था.
2015 में, सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान और चेन्नई को दो साल के लिए निलंबित कर दिया और वे 2016 और 2017 दोनों आईपीएल टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सके. हालांकि, सीजन 2018 में दोनों टीमों की IPL में वापसी हुई.
2. प्रीति जिंटा-नेस वाडिया का झगड़ा
बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा और बिजनसमैन नेस वाडिया ने 2008 में साथ मिलकर आईपीेल टीम किंग्स 11 पंजाब खरीदी. उस समय वे दोनों डेट कर रहे थे हालांकि, उनका रिश्ता 2009 में खत्म हो गया. उन्होंने लगभग चार साल तक डेट किया. विवाद तब सामने आया जब 13 जून 2014 को प्रीति जिंटा ने नेस वाडिया पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. प्रीति ने अपनी शिकायत में कहा था,
"हमने अपना रिश्ता खत्म कर लिया है, हालांकि हम अपनी टीम 'किंग्स 11 पंजाब' के सह-मालिक हैं, लेकिन अब हम रिश्ते में नहीं हैं और केवल पेशेवर कारणों और काम के लिए बात करते हैं."
घटना के चार साल बाद फरवरी 2017 में मुंबई पुलिस ने मामले में चार्जशीट दाखिल की थी. नेस वाडिया फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. उनकी जमानत की शर्तों में यह भी है कि उन्हें हर बार देश से बाहर यात्रा करने पर अदालत से अनुमति लेनी होगी.
3. 2019 अश्विन का 'मांकडिंग' विवाद
आईपीएल के बारहवें सीजन में 'मांकडिंग' विवाद खूब छाया रहा. पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने राजस्थान के जोस रटियर को बिना कोई वॉर्निंग दिए नॉन स्ट्राईकर एंड पर रन आउट कर दिया था.
राजस्थान और पंजाब के बीच मैच में इस घटना ने खेल की भावना से जुड़े बहस को जन्म दिया और क्रिकेट की दुनिया को दो हिस्सों में बांट दिया. एमसीसी ने इसपर कहा कि "ये क्रिकेट की खेल भावना के भीतर नहीं आता."
4. किंग खान को वानखेड़े स्टेडियम में 'नो एंट्री'
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान, जो कोलकाता टीम के सह-मालिक हैं उनको मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) ने आईपीएल में अपने अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए वानखेड़े स्टेडियम में प्रवेश करने से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहरुख खान के बच्चे मैदान पर खेलना चाहते थे और गार्ड ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया. इसके बाद वह कथित तौर पर एक गार्ड के साथ बहस में पड़ गए और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.
खान ने बाद में कहा कि जब गार्ड ने उनकी बेटी के साथ मारपीट की तो वह परेशान हो गए और किसी भी पिता की तरह ही प्रतिक्रिया दी.
5. ललित मोदी का IPL से 'एग्जिट'
इंडियन प्रीमियर लीग के तीसरे सीजन पर आईपीएल के तत्कालीन अध्यक्ष ललित मोदी को बर्खास्त कर दिया गया था. ललित मोदी इंडियन प्रीमियर लीग के पहले अध्यक्ष और आयुक्त थे. उन्हें कथित तौर पर कदाचार, अनुशासनहीनता और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप के बाद बर्खास्त कर दिया गया था.
बीसीसीआई ने उनके खिलाफ एक जांच शुरू की और उन्हें सभी आरोपों के लिए दोषी पाया. 2013 में उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया.
ललित मोदी ने इन आरोपों से इनकार किया और इससे पहले की प्रवर्तन निदेशालय (ED) उनके खिलाफ जांच शुरू करती वे लंदन चले गए.
6. जब हरभजन ने मारा श्रीसंत को थप्पड़
आईपीएल के पहले सीजन में, पंजाब टीम के भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंत को स्पिनर हरभजन सिंह ने थप्पड़ मारा था. हरभजन उस समय मुंबई के कप्तान थे. इस घटना पर श्रीसंत पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन से पहले मैदान पर रोते हुए कैमरों में कैद हो गए.
पंजाब के कोच टॉम मूडी इस घटना के बाद परेशान थे और उन्होंने हरभजन के व्यवहार को "अस्वीकार्य" कहा. जबकि खुद श्रीसंत ने बाद में हरभजन को माफ कर दिया और कहा कि उन्हें हरभजन के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है.
इतना ही नहीं उन्होंने हरभजन को बड़ा भाई भी बता दिया. हालांकि, हरभजन को बचे हुए टूर्नामेंट से बैन कर दिया गया था और आईपीएल ने दोषी पाए जाने के बाद उनका वेतन भी रोक दिया था. यहां तक कि बीसीसीआई ने भी मामले की अलग से जांच करने के बाद हरभजन को पांच वनडे के लिए प्रतिबंधित किया.
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