भारतीय महिली क्रिकेट की पायनीर झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami Retirement) इंग्लैंड के खिलाफ अपना अंतिम मैच खेलने के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लेंगी. दुनिया भर में सबसे ज्यादा ODI विकेट लेने वाली महिला गेंदबाज जिसका करियर 20 साल 8 महीने का रहा, वो किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. भारत के लिए कई मैच जिताने वाली झूलन भारत में तो प्रेरणा हैं ही साथ ही दूसरे मुल्कों में भी झूलन को देखकर लोगों ने क्रिकेट को चुना है. इसका सबसे बेहतर उदाहरण पाकिस्तान से है जहां कि एक महिला क्रिकेटर झूलन को प्रेरणा मानकर क्रिकेट में आ गई.
कायनात इम्तियाज ने माना है झूलन को प्रेरणा
पाकिस्तानी तेज गेंदबाज कायनात इम्तियाज ने खुलासा किया था कि गोस्वामी उनके क्रिकेटर बनने की प्रेरणा हैं. एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने बताया कि 2005 के एशिया कप के दौरान वो एक बॉल पिकर थीं, जब गोस्वामी भारत की स्टार तेज गेंदबाज थीं. झूलन के लिए अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि
"चलिए मैं आप सभी के साथ एक कहानी साझा करता हूं. 2005 में मैंने पहली बार भारतीय टीम को देखा जब एशिया कप पाकिस्तान में आयोजित किया गया था. मैं टूर्नामेंट के दौरान बॉल पिकर थी...मैंने झूलन गोस्वामी को देखा. उस समय की सबसे तेज गेंदबाज."
उन्होंने आगे लिखा कि "मैं इतना प्रभावित हुई कि मैंने क्रिकेट को करियर के रूप में चुना, खासकर तेज गेंदबाजी. यह मेरे लिए गर्व का क्षण है क्योंकि आज 2017 में 12 साल बाद मैं उनसे और अधिक प्रेरित होकर यह एकदिवसीय विश्व कप खेल रही हूं."
झूलन ने जनवरी 2002 में भारत के लिए टीम इंडिया में डेब्यू किया था. झूलन और मिताली राज का डेब्यू एक ही दिन था. इसके अलावा दोनों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भी एक ही दिन लिया. झूलन ने भी आज अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया.
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