तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने 13 दिसंबर को संसद में अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के विकास को लेकर आकंड़ों को बताते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला. निशाना साधते हुए वो बोलीं अब असली पप्पू कौन है? महुआ मोइत्रा ने कहा, किसी को नीचा दिखाने के लिए पप्पू शब्दावली का इस्तेमाल किया गया. आंकड़ों के जरिये पता चलता है कि असली पप्पू कौन है?
महुआ मोइत्रा ने कहा कि, हर फरवरी में सरकार लोगों को विश्वास दिलाती है कि अर्थव्यवस्था बहुत अच्छा कर रही है. सभी को गैस सिलेंडर, आवास और बिजली जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं. लेकिन दिसंबर आते-आते दावों की हवा निकल जाती है और सच्चाई लंगड़ाती नजर आने लगती है.
उन्होंने कहा कि, "राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने जारी किए आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में देश का औद्योगिक उत्पादन चार प्रतिशत घटकर 26 महीने के निचले स्तर पर आ गया था, लेकिन विनिर्माण क्षेत्र जो अभी भी सबसे बड़ा उत्पादक है, उसमें नौकरियों में 5.6 प्रतिशत तक की कमी आई है. इस साल फॉरेक्स रिजर्व भी 72 बिलियन डॉलर से गिरा."
उन्होंने आगे कहा कि, साल 2022 के शुरुआत में 1 लाख 83 हजार से ज्यादा लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है और इस सरकार के 9 साल के कार्यकाल में 12.5 लाख लोगों ने नागरिकती छोड़ी. अमीर लोग भी देश छोड़ रहे हैं क्या अच्छी अर्थव्यवस्था की पहचान है.
महुआ ने ईडी के खिलाफ भी खोला मोर्चा
महुआ मोइत्रा ने कहा कि, देश में ईडी द्वारा फैलाए गए डर का माहौल है जिसकी वजह से अमीर लोग देश छोड़कर भाग रहे है, यही नहीं राजनैतिक नेताओं को ईडी द्वारा डराया जा रहा है. टीएमसी सांसद ने कहा, “विरोधी दलों के नेताओं को परेशान करने के लिए ईडी को इस्तेमाल किया जा रहा है."
उन्होंने कहा कि, "ईडी ने पीएमएलए के तहत 5,422 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया लेकिन सजा केवल 23 को ही हुई या 0.5 फीसदी से कम लोगों को सजा दी गई. क्या सिर्फ लोगों को परेशान करने के लिए इस एजेंसी का इस्तेमाल हो रहा है? असली पप्पू कौन है?”
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