ADVERTISEMENTREMOVE AD

"आज काम पूरा कर लिया": बदायूं में नाबालिग बच्चों की हत्या, आरोपी का एनकाउंटर

Badaun Double Murder Case: धारा 452, 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत FIR दर्ज की गई है.

छोटा
मध्यम
बड़ा

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं (Badaun Double Murder Case) में दो नाबालिग बच्चों की हत्या हो गई है, जिसके बाद इलाके में आक्रोशित भीड़ ने आगजनी की. कुछ घंटे बाद सूचना मिली कि आरोपी पुलिस मुठभेड़ (Encounter) मे मारा गया है. घटना 19 मार्च के शाम की है. इलाके में फिलहाल भारी पुलिस बल की तैनाती है. मामले में FIR भी दर्ज हो चुकी है. क्या है पूरा मामला, सिलसिलेवार तरीके से बताते 1हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

डीएम मनोज कुमार ने बताया कि, "ये मामला बदायूं के मंडी चौकी के पास का है. यहां एक व्यक्ति ने घर में घुस कर दो नाबालिग बच्चों की हत्या कर दी है. इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने आगजनी की, सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और मामले को नियंत्रण में ले लिया गया है. हत्या के पीछे का कारण अभी नहीं पता है."

Badaun Double Murder Case: धारा 452, 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत FIR दर्ज की गई है.

आगजनी

(फोटो- स्क्रीनग्रैब)

19 मार्च की रात को मौके पर मौजूद बरेली आईजी राकेश सिंह ने बताया कि जांच जारी है, "हत्या के पीछे का कारण अब तक पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने आरोपी का पीछा किया जिसमें आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की, अपने बचाव में पुलिस ने भी बैकफायर किया है जिसमें उसकी मौत हो गई है. फिलहाल आरोपी की जानकारी भी जुटाई जा रही है. इस मामले में कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी."

बदायूं पुलिस के ट्वीट के अनुसार आईजी राकेश सिंह ने बताया कि, "आरोपी पहले घर में घुसा फिर वह छत पर गया, जहां तीन बच्चे थे, उसने दो बच्चों की हत्या की, तीसरे बच्चे को मामूली चोट आई है. आरोपी खून से लथपथ था और मौके से भागा था. इसी सूचना पर पुलिस ने उसका पीछा किया. वह जवाबी कार्रवाई में मारा गया है."

समाचार एजेंसी पीटीआई ने आईजी राकेश सिंह के हवाले से बताया कि आरोपी को शेखुपुरी जंगल के पास देखा गया था.

वहीं समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में मृतक भाइयों के तीसरे भाई (मामले में प्रत्यक्षदर्शी) ने कहा:

"सैलून में काम करने वाले दो लोग यहां आए थे. वह मेरे भाइयों को ऊपर ले गए, मुझे नहीं पता कि उसने उन्हें क्यों मारा. उसने मुझ पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन मैंने उसे धक्का दे दिया और मैं नीचे भाग गया, मेरे हाथ और सिर में चोटें आईं... दो लोग (आरोपी) यहां आए थे..."
0

कैसे घटी घटना, FIR में क्या है?

इस मामले में बदायूं पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर आरोपी साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ FIR दर्ज़ की है. दोनों के खिलाफ धारा 452 (बिना अनुमति के किसी के घर में उसे चोट पहुंचाने के इरादे से घुसना), 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

Badaun Double Murder Case: धारा 452, 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत FIR दर्ज की गई है.

FIR में किन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा.

(फोटो: स्क्रीनशॉट फ्रॉम FIR)

FIR में लिखा गया, " बजे नाई की दुकान पर काम करने वाले साजिद और जावेद (दोनों भाई) बाइक पर पहुंचे. आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पांच हजार रुपये चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी बच्चे को जन्म देने वाली है. जब वह पैसे लेने के लिए अंदर गई, तो उसने कहा कि वह अस्वस्थ महसूस कर रहा है और छत पर टहलने जाना चाहता है और मेरे बेटों (मृतक) को अपने साथ ले गया. उसने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुला लिया और फिर मेरे बच्चों की हत्या कर दी."

जब मेरी पत्नी लौटी तो उसने साजिद और जावेद को हाथों में चाकू लिए देखा, उनके हाथ खून से लथपथ थे. साजिद ने मेरे जीवित बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की और उसे चोटें आईं. दोनों भाग रहे थे और साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि आज उसने अपना काम पूरा कर लिया है.
FIR
Badaun Double Murder Case: धारा 452, 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत FIR दर्ज की गई है.

FIR में क्या लिखा है?

(फोटो: स्क्रीनशॉट फ्रॉम FIR)

'हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं'

मृतक बच्चों के पिता विनोद कुमार ने कहा, "दोनों मेरे घर पांच हजार रुपये मांगने आए थे और कहा कि सुबहर वापस कर देंगे. मेरे पत्नी ने फोन कर मुझसे पूछा तो मैंने कहा दे दो, सामने की बात है. मेरे पत्नी ने पैसा दे दिया तो उसने मेरे लड़के आयुष से कहा चलो ऊपर चलते हैं और छोटे वाले हनी से कहा कि पानी लेकर आना. इसके बाद उसने आयुष को मार दिया और बाद में हनी को वहीं पकड़कर खत्म कर दिया."

Badaun Double Murder Case: धारा 452, 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत FIR दर्ज की गई है.

विनोद कुमार, मृतक के पिता

(फोटो: स्क्रीनशॉट फ्रॉम वीडियो)

मेरा बीच वाला लड़का जब ऊपर गया तो देखा की वहां उसके भाई को चाकू से काटा जा रहा है., उसने तुरंत अपनी मां को बताया तो उसने शोर मचाया तब जाकर एक को गिरफ्तार किया गया. हमारी प्रशासन से मांग है कि हमें न्याय मिले और जो दूसरा गिरफ्तार नहीं हुआ है, उसे जल्द से जल्द पकड़ा जाए.
विनोद कुमार, मृतक बच्चों के पिता
ADVERTISEMENTREMOVE AD

विनोद ने आगे कहा, "मैं बाहर रहता हूं और टैंक का काम करता हूं. इनकी दुकान हमारे घर के सामने थी, तो बच्चे और हम लोग इनके यहां बाल कटवा लेते थे, लेकिन हमारी कोई दुश्मनी नहीं थी. घटना को क्यों अंजाम दिया गया, ये समझ नहीं आ रहा है."

'पत्नी की डिलीवरी के लिए मांगे थे पैसे'

मृतक बच्चों की मां संगीता ने कहा, "जावेद और साजिद दुकान आए, तीन क्लेचर लिये और मुझे पैसे देकर बोला कि भाभी पत्नी की 11 बजे डिलीवरी करानी है तो पांच हजार रुपये दे दीजिए. मैंने अपने पति से पूछा तो उन्होंने कहा दे दो अच्छे लोग हैं, सुबह वापस कर देंगे. मैंने पैसे दे दिये और कहा कि बैठ जाओ चाय पीकर जाना और फिर मैं चली गई."

Badaun Double Murder Case: धारा 452, 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत FIR दर्ज की गई है.

संगीता, मृतक बच्चों की मां

(फोटो: स्क्रीनशॉट फ्रॉम वीडियो)

जावेद बाहर खड़ा था और साजिद अंदर आया और आयुष को फुसलाकर पहले पॉर्लर ले गया और फिर ऊपर ले जाकर कमरा बंद करके उसके मार दिया. इसके बाद हनी की भी हत्या कर दी. इसके बाद जब बीच वाला बेटे पहुंचा तो उस पर भी हमला किया लेकिन वो बच निकला.
संगीता, मृतक बच्चों की मां

संगीता ने आगे बताया, "हमारी कोई दुश्मनी नहीं है. लेकिन हमको लगता है कि किसी ने इनसे ये सब करवाया है. जावेद सब जानता होगा. उससे पूछताछ की जाए और हमें न्याय मिले. हमको नहीं पता कि हत्या खुद की या किसी के कहने पर की है. हमें बस न्याय चाहिए."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

UP पुलिस के एनकाउंटर पर क्या बोली आरोपी की मां?

आरोपियों की मां नाजरीन ने कहा, "क्या पता उनके दिमाग में क्या कलेश चल रहा था, घर से रोटी खाई और दुकान के लिए निकल दिये. सुबह निकल जाते हैं और रात को 9-10 बजे के करीब आते हैं. कल सुबह 7 बजे दुकान गये थे,घर में कोई लड़ाई झगड़ा हो, तब तो टेंशन होगी, ऐसा कुछ है ही नहीं."

Badaun Double Murder Case: धारा 452, 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत FIR दर्ज की गई है.

आरोपियों की मां नाजरीन

(फोटो: स्क्रीनशॉट फ्रॉम वीडियो)

दोनों घर से हंसी-खुशी खाकर निकले थे, यहां आकर पता नहीं क्या हुआ. बहुत दिन से दुकान चला रहे थे, किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी, अगर कोई सौदा लेते हैं तो मोहल्ले वाले घर आकर पहुंचा जाते थे.
नाजरीन, आरोपियों की मां

नाजरीन ने आगे कहा, "हमें यहां के बारे में ये लोग कभी कुछ नहीं बताते थे. लेकिन बच्चों को लेकर दुख होता है. ये लोग न ऐसा करते और न इनके साथ कुछ होता. गलत किया है तो इनके साथ ( एनकाउंटर) सही हुआ है. एक बेटे की मौत हो गई है और दूसरे का पता नहीं है."

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×