बिहार(Bihar) के सासाराम में दो पक्षों के बीच रामनवमी पर शुरू विवाद ने एक दिन बाद शुक्रवार को उग्र रूप ले लिया. दोनों पक्षों में हुए विवाद में जमकर पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और कई झोंपड़ी नुमा दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है, जिसे देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है. शहर में गोला बाजार की ओर जाने वाली सड़के ईट-पत्थरों से पटी हुई हैं. यह तक की उपद्रव में एक पुलिसकर्मी का सिर भी फट गया.
उपद्रव में कई लोगों को घायल होने की सूचना है. कुछ लोगों को सासाराम के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जबकि सासाराम के एसडीओ मनोज कुमार के बॉडीगार्ड सीमांत कुमार मंडल का सिर फट गया. उन्हें सासाराम के सदर अस्पताल लाया गया है.
सासाराम के कादिर गंज मुबारक गंज चौखंडी नवरत्न बाजार में पूरी तरह से दुकानें बंद हो गई हैं. इस बीच डीएम धर्मेंद्र कुमार तथा एसपी विनीत कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचें हैं. प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन दोनों पक्षों में अभी तनाव बना हुआ है. वहीं, एडीएम चंद्रशेखर प्रसाद ने बताया कि दोनों पक्षों को समझाने में लगे हुए माहौल को शांतिपूर्ण करने के लिए जिला प्रशासन तत्पर है.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
मिली जानकारी के अनुसार 30 मार्च को रामनवमी के दिन जब रामनवमी का जुलूस निकलने के बाद एक पंडाल खाली था. इसी बीच कथित रूप से कुछ लोगों ने वहां तोड़फोड़ की थी. जुलूस खत्म होने के बाद पंडाल पहुंचे लोगों को वहां टूटी हुई मूर्ति और पंडाल देखने को मिला. इससे आहत लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों को पीट दिया और माहौल गर्म हो गया. पुलिस प्रशासन इस बात की भनक तक नहीं लगी. आरोप है कि इसके बाद रातों-रात एक पक्ष द्वारा मीटिंग कर दूसरे पक्षों की पहचान कर उन्हें खोज कर पीटा जाने लगा.
शुक्रवार को हिंसा ने लिया उग्र रूप
मिली जानकारी के अनुसार रामनवमी के जुलूस के बाद देर रात लौट रहे लोगों के साथ कथित तौर पर मारपीट की घटना हुई थी तथा कुछ मंदिरों पर पथराव भी हुए थे. जिसके बाद शुक्रवार की सुबह से दूसरा पक्ष गोलबंद हो गया तथा प्रतिकार करने लगा. देखते ही देखते सासाराम के सहजलाल इलाके में दोनों पक्ष के बीच पथराव शुरू हो गया. कथित तौर पर इस दौरान बम भी फोड़े गए. साथ ही 3 घरों में आग लगा दिया गया.
शुक्रवार दोपहर के बाद इलाके में तनाव बढ़ता गया. देखते ही देखते सासाराम के बस्ती मोर, चौखंडी, आदमखानी, सोना पट्टी आदि इलाके में पथराव शुरू हो. पूरे शहर में धारा 144 लगाने के बाद पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है.
जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार तथा एसपी विनीत कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. उपद्रव में कई लोगों को घायल होने की सूचना है. कुछ लोगों को सासाराम के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सासाराम के एसडीओ मनोज कुमार के बॉडीगार्ड और पुलिसकर्मी सीमांत कुमार मंडल का सिर फट गया है. उन्हें सासाराम के सदर अस्पताल लाया गया है.
सासाराम हिंसा पर क्या बोले नेता?
सासाराम में जारी हिंसा पर एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि इंसानी जीवन में छोटे-मोटे विवाद होते रहते हैं, मगर पर्व और त्योहार के समय खूनी हिंसा और झड़प होना बिल्कुल गलत है. मगर भारत ऐसा देश है जहां सभी धर्मों का आदर और पालन होता है वहां सौहार्द और प्रेम की जगह न जाने क्यों नफरत का माहौल पैदा हो जाता है, और ऐसे समय जो लोग इस यीशु पर राजनीति रोटी सकते हैं वह गलत है. इस मामले के सामने आने के बाद एक बार फिर से स्पष्ट हो गया है कि बिहार सरकार इस मामले पर पूरी तरह से फेल है.
दूसरी तरफ BJP सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राम नवमी के जुलूस को देखकर कुछ लोगों ने प्रतिक्रिया में कुछ धार्मिक स्थानों में तोड़फोड़ की.धार्मिक स्थानों पर जो तोड़फोड़ हुई उसकी प्रतिक्रिया में आज सासाराम में कई जगह हिंसा, आगजनी की घटना घटी. मैं लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं. पुलिस को मामले की जांच और तोड़फोड़ करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
अभी स्थिति शांतिपूर्ण - पुलिस
31 मार्च को बिहार पुलिस ने बयान जारी कर कहा है कि घटनास्थल पर जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक के द्वारा तत्काल पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की गई. आवश्यक सभी निरोधात्मक उपाय किये जा रहे हैं. इस घटना क्रम में कोई फायरिंग की घटना घटित नहीं हुई है और ना ही किसी के जख्मी होने की सूचना है. 1 सिपाही के सिर में चोट आई है, जिनका उपचार चल रहा है और उनकी हालात स्थिर है. उपरोक्त प्रकरण में काण्ड दर्ज कर जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)