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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट 2023-24 (Budget 2023) पेश कर दिया है. जब भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अर्थशास्त्रियों के बीच जहां एक तरफ अत्यधिक उम्मीद है तो दूसरी और उनकी कई चिंताए भी हैं.
उम्मीद इस तथ्य पर आधारित है कि भारत कोरोना महामारी के बाद सबसे अच्छी तरह से उबरने वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है- सरकारी क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और सरकार के टैक्स कलेक्शन में उछाल आया है. लेकिन दूसरी ओर आम जनता द्वारा निजी उपभोग पर खर्च और निजी पूंजी का निर्माण काफी मजबूत नहीं है. सरकार ने महंगाई पर काबू जरूर पाया है, लेकिन एक हद तक ही. राजकोषीय घाटा भी अधिक है. क्या रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण गहराए सप्लाई चेन के संकट से हम उबर गए हैं?
तो बजट 2023 से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन सबको एक साथ कैसे संभालेंगी?
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