advertisement
Uttarakhand Election Result Live: उत्तराखंड में जनता ने बीजेपी के सिर सजाया है जीत का सेहरा. खटीमा सीट से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हार गए जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी अपनी सीट गंवा बैठे। उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों के लिए 14 फरवरी, 2022 को मतदान हुआ था.
बीजेपी बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार कर फिर सरकार बनाने को तैयार.
उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों के लिए 14 फरवरी, 2022 को हुआ था मतदान.
उत्तराखंड में जीतने के लिए मैजिक नंबर यानी बहुमत का आंकड़ा 36 है.
खटीमा सीट से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हार चुके हैं.
लालकुआं सीट से पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत भी बुरी तरह हार रहे हैं.
पंजाब चुनाव नतीजों (Punjab Election Results) पर ताजा अपडेट यहां पढ़ें
उत्तर प्रदेश चुनाव नतीजों (UP Election Results) पर ताजा अपडेट यहां पढ़ें
गोवा और मणिपुर चुनाव नतीजों (Goa, Manipur Election Result) पर ताजा अपडेट यहां पढ़ें
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
उत्तराखंड में बीजेपी के शानदार जीत के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि “हम समान नागरिक संहिता को लागू करने के लिए सरकार बनाने के बाद एक उच्च स्तरीय समिति बनाएंगे. समिति एक मसौदा तैयार करेगी और हम इसे उत्तराखंड में लागू करेंगे जैसा कि हमने राज्य के लोगों से वादा किया था." यह रिपोर्ट न्यूज एजेंसी ANI ने प्रकाशित की है.
चंपावत सीट से जीते कैलाश गहतोड़ी ने कहा है कि वो खटीमा विधानसभा सीट से हार का मुँह देखने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ देंगे. साथ ही उन्होंने कहा है कि खटीमा में विश्वासघात करने वालों पर कार्यवाही हो.
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि पूरे राज्य का दायित्व कंधे पर होने के कारण वो अपने विधानसभा पर ध्यान नहीं दे पाए. अजय भट्ट के अनुसार उत्तराखंड के अगले सीएम के नाम पर फैसला पार्टी हाईकमान लेगी.
देवभूमि उत्तराखंड में शानदार प्रदर्शन के बावजूद खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मिली हार ने पार्टी को उलझन में डाल दिया है. आसानी से बहुमत के आंकड़े को पार करती दिख रही बीजेपी के सामने सबसे बड़ा सवाल है कि अगला मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए.
खटीमा विधानसभा सीट पर उत्तराखंड से सीएम पुष्कर सिंह धामी को कांग्रेस के उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी से हार का सामना करना पड़ा है. हालांकि चुनाव आयोग की तरफ से इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है.
3 बजने तक देवभूमि उत्तराखंड में स्थिति और साफ होती दिख रही है. बीजेपी 47 सीटों पर जीत की ओर है जबकि कांग्रेस 19 सीटों पर सिमटती दिख रही. आम आदमी पार्टी के लिए राज्य से बुरी खबर है. पार्टी के लिए खाता खोलना भी मुश्किल दिख रहा.
रुझानों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि "हमें पहले से पता था कि सरकार बनाएंगे क्योंकि पीएम मोदी ने उत्तराखंड की जनता से किए सभी वादों को पूरा किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पिछले 6 महीनों में लोगों की समस्याओं को हल किया है."
अगर उत्तराखंड में अब तक का रूझान नतीजों में बदलता है तो यह ट्रेंड ब्रेकर होगा. आजतक उत्तराखंड में किसी पार्टी ने लगातार 2 बार सरकार नहीं बनाई है. लेकिन इस बार बीजेपी ऐसा करता दिख रही है.
दोपहर 12.30 बजने के साथ उत्तराखंड में तस्वीर साफ होती दिख रही है. अब तक के रूझान में बीजेपी 48 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस के खाते में केवल 18 सीट ही जाते दिख रही हैं.
दोपहर 12.30 बजे की स्थिति
बीजेपी-48
कांग्रेस-18
आप-0
अन्य-4
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में पहली सीट पर अंतिम नतीजा आ गया है. लोहाघाट विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है. इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी खुशाल सिंह अधिकारी ने 5693 मतों से जीत दर्ज की. खुशाल सिंह अधिकारी ने बीजेपी उम्मीदवार पूरन सिंह फर्टयाल को मात दी है.
अब तक की काउंटिंग में पीछे चल रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कमबैक किया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार 11.40 बजे तक के अपडेट के बाद खटीमा विधानसभा सीट पर पुष्कर धामी अब कांग्रेस के उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी से केवल 16 सीट पीछे हैं.
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री चेहरे कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री विधानसभा सीट से पीछे चल रहे हैं. 11.15 बजे तक के अपडेट में यहां बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार क्रमशः 4882 और 3366 वोट अपने नाम किये थे जबकि कैप्टन अजय कोठियाल को अबतक केवल 748 वोट ही मिले हैं.
पंजाब में आम आदमी की जीत का सबसे बड़ा कारण फ्रीबीज की राजनीति नहीं, क्योंकि ऐसा होता तो उत्तराखंड में उसका प्रदर्शन इतना निराशाजनक नहीं होता. कहीं न कहीं उत्तराखंड में ग्राउंड पर कैडर की गैरमौजूदगी आप को ले डूबी.
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट पर 10:40 बजे तक 7 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे चल हैं. बीजेपी उम्मीदवार डॉ. मोहन सिंह बिष्ट 17854 वोटों के साथ आगे हैं.
10.15 AM तक बीजेपी देवभूमि उत्तराखंड में कांग्रेस को पीछे छोड़ बहुत आगे दिख रही है, कुल 70 सीटों में से अब तक आये 68 सीटों के रुझान में बीजेपी 40 पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस 22 पर सिमटती नजर आ रही.
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी अपनी खटीमा सीट पर 935 वोटों से पीछे चल रहे हैं. मालूम हो कि कांग्रेस नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी अपने लालकुआं सीट से पीछे चल रहे हैं.
भारतीय चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार 9.35 AM तक के अपडेट में कांग्रेस नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने लालकुआं सीट से पीछे चल रहे हैं. बीजेपी उम्मीदवार डॉ. मोहन सिंह बिष्ट अब तक गिने गए वोटों के कुल वोटों में 62.62% के साथ एक नंबर पर हैं जबकि रावत 30.99% वोट ही अपने पाले में कर सके हैं.
देवभूमि उत्तराखंड में एक बार फिर सरकार बनाने की रेस में कांग्रेस और बीजेपी आगे दिख रही है. हालांकि दोनों के बीच कांटे की टक्कर है और जैसे जैसे शुरूआती रुझान आ रहे हैं, कभी कांग्रेस आगे दिख रही तो कभी बीजेपी. खास बात है कि आम आदमी पार्टी अभी भी किसी सीट पर बढ़त बनाने में असफल रही है.
9.30 AM तक बढ़त
बीजेपी-28
कांग्रेस-16
आप-0
अन्य-2
9 बजे तक की गिनती पर कांग्रेस उत्तराखंड में बीजेपी से 5 सीट पर आगे नजर आ रही है. अबतक कुल 32 सीटों पर शुरूआती रुझान आए हैं.
9 AM तक बढ़त
बीजेपी-14
कांग्रेस-18
आप-0
अन्य-0
देहरादून में एसएसपी जनमेजय खंडूरी ने बताया है कि अभी वहां पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है. एसएसपी के अनुसार देहरादून में काउंटिंग सेंटर में करीब 550 पुलिसकर्मी तैनात हैं. काउंटिंग सेंटर के अंदर मोबाइल फोन के उपयोग की मनाही है और शहर में बिना अनुमति के विजय जुलूस नहीं निकाला जा सकता.
पंजाब में सरकार बनाने का दावा करनी वाली आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में कहीं भी लड़ाई में नजर नहीं आ रही है- कम से कम शुरूआती रुझानों में. मतगणना को शुरू हुए 40 मिनट हो चुके हैं लेकिन अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली यह पार्टी किसी भी सीट पर आगे नहीं चल रही. ध्यान रहे कि शुरुआत में पोस्टल बैलेट से डाले गए वोटों की गिनती की जा रही है.
8.40 AM तक बढ़त
बीजेपी-7
कांग्रेस-6
आप-0
अन्य-0
देवभूमि उत्तराखंड में शुरूआती रुझानों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है.
8.20 AM तक बढ़त
बीजेपी-7
कांग्रेस-6
आप-0
अन्य-0
8 बजने के साथ ही चुनावी राज्यों में वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. 8 बजे से सबसे पहले पोस्टल बैलेट से डाले गए वोटों की गिनती होगी. उसके बाद 8:30 बजे से EVM में डाले गए वोटों की काउंटिंग होगी. 70 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में 59.51% वोट पड़े थे.
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार देहरादून के जिलाधिकारी आर. राजेश कुमार ने बताया है कि " तैयारी पूरी हो चुकी है. 8 बजे पोस्टल बैलेट और 8:30 बजे EVM में डाले गए वोटों की काउंटिंग होगी"
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा है कि "एक बार मैंने 48 सीटों पर जीत की बात कही थी कुछ उसके आसपास ही सीटें आएंगी. हमें किसी भी तरह की चिंता नहीं है"
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने विधानसभा चुनाव की वोटिंग शुरू होने से पहले अपने आवास पर पूजा की है. न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "मैं अपनी और पार्टी जीत को लेकर आश्वस्त हूं, लोग कांग्रेस को बहुमत देंगे. एक-दो घंटे में तस्वीर साफ हो जाएगी."
देवभूमि उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर सोमवार, 14 फरवरी को 65.10% वोट पड़े थे. हालांकि यह 2017 के चुनावों में पड़े कुल वोटों से कम है क्योंकि तब 65.64% वोट पड़े थे.
वर्ष 2000 में तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कार्यकाल में एक नए राज्य के रूप में निर्माण के बाद से ही सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस ने उत्तरखंड में सरकार बनाई है. अपने राजनीतिक अस्थिरता के लिए जाने जाने वाले उत्तराखंड की राजनीति में आम आदमी पार्टी ने नई एंट्री मारी है. क्या वो बीजेपी और कांग्रेस के प्रभुत्व देने में कामयाब रहेगी.
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत इस साल लालकुवा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने उनकी सीट में फेरबदल किया है.लालकुवा विधानसभा क्षेत्र उत्तराखंड के नैनीताल जिले के अंतर्गत आता है. इससे पहले रावत को रामनगर सीट से चुनाव लड़ना था लेकिन पार्टी ने उनकी सीट बदल दी. मुख्यमंत्री पद का सपना देख रहे हरीश रावत के लिए फिर से कुर्सी पर वापसी के लिए अपनी खुद की सीट पर बड़ी जीत कर यह दावा मजबूत करना होगा. याद रहे कि 2017 के चुनाव में वो अपनी दोनों सीट से हार गए थे.
मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में फिर से कुर्सी पर काबिज होने के लिए पूरी ताकत झोक दी है. हालांकि उत्तराखंड में बीजेपी ने पिछले 5 साल में नेतृत्व में लगातार बदलाव किए हैं. पार्टी की बागडोर धामी के हाथों में सौंपे जाने से पहले दो मुख्यमंत्रियों ने एक ही कार्यकाल में इस्तीफा दे दिया. क्या यह परिणामों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा? इसका जवाब भी जल्द ही साफ हो जायेगा. 2017 के चुनावों में बीजेपी ने कांग्रेस को भारी अंतर से हराते हुए 57 सीटें जीती थीं.
स्टार उम्मीदवारों में खटीमा सीट से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लालकुआं सीट से हरीश रावत और गंगोत्री सीट से कर्नल अजय कोठियाल हैं. एनडी तिवारी को छोड़कर राज्य में किसी भी मुख्यमंत्री ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है. साथ ही, राज्य में किसी भी मौजूदा मुख्यमंत्री का लगातार दूसरा कार्यकाल नहीं रहा है. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी पुष्कर सिंह धामी के चेहरे पर दांव खेलकर इस ट्रेंड को तोड़ने में कामयाब होती है.