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Stye Eye Infection: स्टाई आंखों में होने वाला एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन होता है, जिसे हम होर्डियोलम, बिलनी या गुहेरी भी कहते हैं. यह एक बेहद दर्द देने वाले फोड़े या फुंसी के समान होता है. शहरों में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्टाई की समस्या लोगों में बढ़ रही है. डायबिटीज, हाई बीपी, ड्राई स्किन जैसे कई कारण और भी हैं जो स्टाई होने की आशंका को बढ़ती हैं.
क्या होता है स्टाई (STYE)? स्टाई की समस्या किन लोगों में अधिक देखने को मिलती है? क्या स्टाई से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है? स्टाई से कैसे बचा जा सकता है? स्टाई का इलाज क्या है? ऐसे ही कई जरूरी सवालों के जवाब फिट हिंदी ने एक्सपर्ट्स से जानें.
स्टाई (STYE) आपकी आंखों की पलकों पर बैक्टीरिया (आमतौर पर स्टेफिलोकोकल बैक्टीरिया) के कारण होता है, जो पलकों (eyelids) के ऑयल ग्लैंड्स (oil glands) में प्रवेश करता है और परेशानी का कारण बनता है. यह आम तौर पर आपकी पलक के किनारे के पास एक छोटी लाल गांठ जैसा दिखता है, जो फोड़े या फुंसी की तरह लग सकता है. स्टाई होने पर दर्द और परेशानी का सामना करना पड़ता है.
"स्टाई एक प्रकार का बैक्टीरियल इन्फेक्शन होता है, जिसमें आई लिड (eyelid) के पास एक या अधिक छोटे-छोटे ग्लैंड्स उभर आते हैं. यह एक फोड़ा या फुंसी के समान होता है और 1 या 2 सप्ताह के भीतर अपने आप ठीक भी हो जाता है. ऐसे तो स्टाई किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होते हैं, लेकिन जब तक वे ठीक नहीं हो जाते तब तक दर्द रहता है" ये कहना है डॉ. अनुराग वाही, सीनियर कंसलटेंट, शार्प साइट आई हॉस्पिटल का.
स्टाई की समस्या होने के ये हैं प्रमुख कारण:
बालों में डैन्ड्रफ की समस्या होना, जो अक्सर पलकों पर गिरती रहती हों
स्केलिंग डर्मेटाइटिस की समस्या होना
रोजेशिया की समस्या होना
हाई ब्लड शुगर होना
हाई कोलेस्ट्रॉल होना
रूखी त्वचा होने
शरीर के हॉर्मोन्स में बदलाव होना
पलकों पर किसी तरह का इन्फेक्शन होना
आंखों की सफाई नहीं रखना
आंखों को हाथ लगाते रहना और मलते रहना
डॉ. अनुराग वाही के अनुसार, अधिकतर मामलों में साफ-सफाई और स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से बचा जा सकता है. लेकिन अगर यह समस्या कई दिनों तक बनी रहे, तो इलाज कराना जरूरी हो जाता है, नहीं तो आंखों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंच सकता है. एक स्टाई से बैक्टीरियल इन्फेक्शन कभी-कभार फैल सकता है और अधिक स्टाई होने का कारण बन सकता है. कभी-कभी, पूरी पलक संक्रमित हो सकती है.
स्टाई दो प्रकार के होते हैं:
1. बाहरी स्टाई (external stye): बाहरी स्टाई, ऊपरी या निचली पलक के बाहरी भाग पर बनती हैं. आमतौर पर आपके आईलैश फॉलिकल में इन्फेक्शन के कारण होती हैं.
2. आंतरिक स्टाई (internal stye): इंटरनल स्टाई आपकी किसी भी आंतरिक पलक (आपकी आंखों के सामने) पर बनता है. वे आम तौर पर आंतरिक पलक ग्रंथि (eyelid gland) जो तेल पैदा करते हैं और आपकी पलक को नम रखने में मदद करता हैं, में इन्फेक्शन के कारण होता है.
इसके अलावा स्टाई को रगड़ने या “पॉपिंग” से बचना चाहिए, क्योंकि इससे ऑर्बिटल सेल्युलाइटिस नामक एक गहरा, अधिक गंभीर इन्फेक्शन हो सकता है.
स्टाई होने पर आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. आई स्पेशलिस्ट आपको आई ड्राप या पलक पर लगाने के लिए कुछ एंटीबायोटिक क्रीम का सुझाव दे सकते हैं. अगर आपकी पलक पर इन्फेक्शन बना रहता है या आपकी पलक के बाहर फैल जाता है, तो आपके आई स्पेशलिस्ट एंटीबायोटिक ड्राप के साथ ओरल एंटीबायोटिक्स और एंटी इंफ्लेमेटरी टैबलेट की सिफारिश कर सकते हैं, जिससे स्टाई का पूरा इलाज हो सके.
स्टाई को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है चेहरे की सफाई पर ध्यान देना. जिसमें अपने हाथों को अच्छी तरह से और अक्सर धोना शामिल है, खासकर अपने चेहरे और आंखों को छूने से पहले.
आंखों की पालक को साफ रखें
रात में मेकअप हटा कर ही सोएं
कांटेक्ट लेंस हटा कर सोएं
कॉन्टैक्ट लेंस निकालने से पहले और बाद में अपने हाथ धोएं
अगर घर पर किसी को आंख का इन्फेक्शन है, तो उनसे दूरी बनाएं
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