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Room Heater And Angeethi Precautions: उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में सर्दी से निपटने के लिए रूम हीटर और अंगीठी का इस्तेमाल बढ़ गया है पर कई परिस्थितियों में अंगीठी या हीटर का इस्तेमाल करना जानलेवा भी हो सकता है.
बंद रूम में हीटर या अंगीठी का इस्तेमाल करते हुए हमें कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. अगर हम इन बातों को अनदेखा कर अंगीठी या रूम हीटर का इस्तेमाल करते हैं, तो यह हमारे लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हम जब भी बंद जगह पर हीटर या अंगीठी का इस्तेमाल कर रहे हों, तो हमें कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना चाहिए क्योंकि इन बातों में की गई छोटी सी लापरवाही हमारे पूरा परिवार के लिए घातक साबित हो सकती है. जानते हैं रूम हीटर और अंगीठी चलाने पर क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
दिल्ली फायर सर्विस (DFS) के प्रमुख, अतुल गर्ग ने एक आर्टिकल के दौरान द क्विन्ट को बताया था कि कैंपर या गैरेज जैसी बंद जगह या कम वेंटिलेशन वाली बालकनी में लकड़ी का कोयला जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड पॉइजनिंग हो सकती है.
एक्सपर्ट के मुताबिक, एस्फिक्सिया दिल, दिमाग और सभी जरूरी अंगों सहित बॉडी के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन की सप्लाई को कम कर देता है. जब दिल ब्लड कम मिलता है, तो यह दूसरे अंगों को पर्याप्त ब्लड नहीं दे पाता. ऐसे में दिल काम करना बंद कर देता है, जिसे हम कार्डीऐक अरेस्ट कहते हैं.
मुंबई के पी डी हिंदुजा हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के कंसल्टेंट डॉ. कायन सिओदिया के मुताबिक, अगर आपको दम घुटने का खतरा है, तो तुरंत ये कदम उठाएं:
सबसे पहले, बाहर निकलने का रास्ता ढूंढने का प्रयास करें.
दूसरा, जब ऐसी घटना होती है, तो हम घबरा जाते हैं और जब घबराहट होती है, तो व्यक्ति की सांस, रेस्पिरेटरी रेट और हार्ट रेट तेजी से बढ़ जाती है.
यहां महत्वपूर्ण है कि हम शांत रहें ताकि उपलब्ध ऑक्सीजन का पूरी तरह से उपयोग कर सकें.
DFS चीफ गर्ग के मुताबिक, लोगों को इलेक्ट्रॉनिक रूम हीटर का इस्तेमाल करते समय भी सावधानी बरतनी चाहिए. ये हैं आपके लिये बताई कुछ जरुरी सावधानियां:
वैसे रूम हीटर का इस्तेमाल करें, जिसमें एलिमेंट खुले में न हों.
रूम हीटर को बंद कमरे में चलाने से परहेज करें. हीटर का इस्तेमाल करते समय रूम की खिड़की या दरवाजे थोड़े से खुले रखें ताकि कमरे में वेंटिलेशन बना रहे.
हमेशा सोने से पहले हीटर को बंद कर दें या ऑटोमेटिक टाइमर वाले हीटर का इस्तेमाल करें.
ऐसे रूम हीटर का इस्तेमाल करें जिसमें ह्यूमिडिफायर लगा हो ताकि हवा में मॉइस्चर बना रहे. अगर ह्यूमिडिफायर नहीं लगा है, तो हीटर के सामने एक बर्तन में पानी भरकर रख दें. इससे हवा ड्राई नहीं होती इसमें मॉइस्चर बना रहता है.
हीटर को बच्चों की पहुंच से दूर किसी सुरक्षित जगह रखकर चलाएं.
रूम हीटर बनाने वाले कंपनी ने जो गाइडलाइन दी हैं, उनका पालन करें.
सर्दियों में इस्तेमाल करने से पहले हीटर की सफाई और सर्विसिंग करा कर ही इस्तेमाल करें. दरअसल, हीटर का इस्तेमाल सिर्फ सर्दियों में ही किया जाता है. ऐसे में लंबे समय तक बंद रहने की वजह से इसमें कुछ खराबी होने की आशंका बनी रहती है.
कई बार हीटर की गर्म हवा से अचानक बाहर ठंडी हवा में जाने से भी कई बीमारियां हो सकती हैं. जिन लोगों को सांस की एलर्जी और अस्थमा है उन्हें ज्यादा परेशानी होती है. इसलिए एकदम से ठंडी हवा में न जाएं.
जब भी आप रूम हीटर का इस्तेमाल करें तो यह ध्यान रखें कि हीटर को रजाई, कंबल या कपड़ों से करीब 5 फीट से ज्यादा की दूरी पर रखें. दरअसल, हीटर को इन कपड़ों के पास रखने से उसमें आग पकड़ने में आशंका बनी रहती है.
आप जब कभी भी हीटर का इस्तेमाल करें, तो यह ध्यान रखें कि स्विच बोर्ड पर ओवरलोडिंग न हो. अगर स्विच बोर्ड पर किसी भी तरह का ओवर लोड पड़ा तो इससे हीटर के फटने की आशंका काफी बढ़ जाती है, जिससे आग लगने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है.
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