Tips On Winter Eye Care: सर्दी के मौसम में कम तापमान, ठंडी हवाएं और बर्फबारी के कारण हम अक्सर ड्राई स्किन और आंखों के सूखेपन की परेशानी का सामना करते हैं. इसके अलावा, हम शरीर को गर्म रखने के लिए धूप में अधिक समय बिताते हैं और उस समय हम अक्सर आंखों पर धूप का चश्मा नहीं पहनते, जिससे धूप का सीधा संपर्क हमारी आंखों के लिए बुरा भी हो सकता है. ऐसी कई वजहों से सर्दियों में आंखों की देखभाल एक बड़ी चिंता बन जाती है.
सर्दियों के दौरान आंखों में होने वाली सबसे आम समस्या नमी की कमी यानी आंखों का ड्राई होना है.
हर व्यक्ति को अपनी आंखों की उचित देखभाल करनी चाहिए. फिट हिंदी को शार्प साईट आई हॉस्पिटल की सीनियर आई डॉक्टर- डॉ. मधु ने ठंड के मौसम में आंखों को सेफ रखने के आसन उपायों के बारे में बताया.
ये हैं ठंड के मौसम में आंखों की समस्या के प्रमुख लक्षण
आंखों में जलन, खुजली और सूजन: ड्राई हवा से आंखों की नेचुरल नमी कम हो जाती है, जिससे जलन और खुजली हो सकती है.
लाली और सूजन: ठंडे मौसम में ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं, जिससे आंखों में लाली और सूजन आ सकती है.
धुंधला दिखाई देना: ड्राइनेस के कारण आंसू की कमी से नजर में धुंधलापन आ सकता है.
इन्फेक्शन के कारण आंखों में दर्द या चुभन: ठंड के मौसम में, खास कर जब हवा ड्राई होती है, आंखों में इन्फेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में आंखों में दर्द या चुभन जैसे लक्षण उभर सकते हैं.
आंखों की सतह पर सूखापन: ठंडे मौसम में आंखों की सतह पर सूखापन आमतौर पर मौसम में नमी के कम होने के कारण होती है, जिससे आंखों में नेचुरल नमी का लेवल कम हो जाता है.
ठंड के मौसम में आंखों की समस्या के ये हैं कारण
ठंड के मौसम में आंखों की समस्याओं के मुख्य कारण हैं:
ड्राई और ठंडी हवाएं: ठंडी हवाएं आंखों की नमी को कम कर देती हैं, जिससे ड्राइनेस और जलन होती है.
इनडोर हीटिंग: हीटर्स और ब्लोअर्स का उपयोग आंखों के आसपास की हवा को ड्राई बना देता है.
कम पानी का सेवन: ठंड में अक्सर लोग कम पानी पीते हैं, जिससे शरीर में नमी की कमी होती है.
सूरज की तेज किरणें: ठंड में भी सूरज की तेज किरणें आंखों को प्रभावित कर सकती हैं.
सर्दी के मौसम में आंखों को सेफ और हेल्दी रखने के उपाय
आंखों को सेफ और हेल्दी रखने के लिए एक्सपर्ट के बताए ये सभी उपाय कारगर हो सकते हैं:
आर्टिफिशियल टियर्स: डॉक्टर की सलाह से आर्टिफिशियल टियर्स का इस्तेमाल करें, जो आंखों की नमी बनाए रखने में मदद करते हैं.
एयर ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल: हीटर की सेटिंग्स को बहुत अधिक न रखें, हवा में कुछ नमी जोड़ने के लिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें, अगर जरुरी लगे तो अपने कमरे की खिड़कियां थोड़ी खोल कर रखें.
UV प्रोटेक्शन वाले सनग्लासेस: बाहर निकलते समय यूवी प्रोटेक्शन वाले सनग्लासेस पहनें ताकि सूरज की किरणों से आंखें सेफ रहें.
खुद को हाइड्रेट रखें: जैसे ही मौसम ठंडा हो जाता है, हमारा पानी का सेवन कम हो जाता है और डिहाइड्रेशन बढ़ जाता है. रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पिएं.
आंखों की नियमित सफाई: आंखों को रोजाना साफ करें और मेकअप का इस्तेमाल कम से कम करें.
स्क्रीन टाइम कम करें: लंबे समय तक स्क्रीन के सामने न बैठें और रेगुलर इंटरवल पर ब्रेक लें.
ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार: मछली, अखरोट और दूसरे ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार आपने खाने में जरुर शामिल करें.
इन उपायों के साथ-साथ, अगर आंखों में गंभीर समस्या या लगातार समस्या बनी रहती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
आंखों की समस्याओं को अनदेखा न करें क्योंकि यह हमारी दृष्टि और पूरे हेल्थ के लिए जरुरी है. ठंड के मौसम में आंखों की सही देखभाल से आप न केवल अपनी दृष्टि को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि हेल्दी और हैप्पी लाइफस्टाइल का जी सकते हैं.
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