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अयोध्या (Ayodhya) में सोमवार, 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) समारोह के दिन देश के कई राज्यों में हिंसक घटनाएं सामने आई. तेलंगाना में कथित तौर पर एक मस्जिद के अंदर सैंडल फेंकने से लेकर दुकान जलाने, बिहार में एक कब्रिस्तान में आग लगाने सहित महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में हिंसक झड़पों के अलग-अलग मामले सामने आए हैं.
गुजरात में मंदिर के उद्घाटन का जश्न मना रही शोभा यात्रा पर कथित पथराव के बाद FIR दर्ज की गई है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बजाए जा रहे नफरत भरे गानों के वीडियो भी वायरल हुए हैं. वहीं समारोह से एक दिन पहले मध्य प्रदेश में एक चर्च पर राम मंदिर का भगवा झंडा लगाया गया था.
सोमवार दोपहर को अयोध्या में पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जश्न मनाते हुए तेलंगाना के नारायणपेट जिले में एक जुलूस निकाली गई. जुलूस के दौरान डीजे पर तेज आवाज में गाने बज रहे है, जो कोसगी शहर के अन्य इलाकों से होती हुई मदीना मस्जिद के सामने पहुंची. FIR के मुताबिक, "जुलूस में कथित तौर पर "मस्जिद के सामने पटाखे जलाए गए और कुछ लोगों ने मस्जिद में चप्पलें फेंकी". द क्विंट के पास मौजूद FIR में यह भी कहा गया है कि "कुछ कागज भी उड़ाए गए" जो मस्जिद परिसर में गिरी.
FIR में सात लोगों को नामजद किया गया है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
कोसगी पुलिस स्टेशन के SHO श्रीनिवास ने द क्विंट को बताया. “जुलूस एक छोटी सी गली में दाखिल हुआ और वहां स्थित मस्जिद के सामने रूक गया. उन्होंने डीजे पर संगीत बजाया और पटाखे फोड़े और कुछ कागज भी उड़ाये जो खिड़कियों के माध्यम से मस्जिद में चली गई. जुलूस निकलने के बाद, स्थानीय मुस्लिम पुलिस स्टेशन आए और शिकायत दर्ज कराई.''
जिन्नाराम पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने द क्विंट को बताया, "कुछ अज्ञात लोगों ने एक जुलूस पर जूता फेंका और फिर भीड़ भड़क गई और एक घंटे तक सड़क पर बैठी रही. जुलूस की भीड़ ने एक व्यक्ति की दुकान में आग लगा दी. एक मामला जूता फेंकने के लिए एक समुदाय के अज्ञात सदस्यों के खिलाफ और दूसरा मामला दुकान जलाने के लिए दूसरे समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दर्ज किया गया है."
बिहार के दरभंगा जिले के खिरमा गांव में अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मना रहे लोगों ने कथित तौर पर एक कब्रिस्तान के भीतर पटाखा फेंक दिया. पटाखे की वजह से कब्रिस्तान में आग लग गई.
केवटी पुलिस स्टेशन की एसएचओ रानी कुमारी ने द क्विंट को बताया, "एक शोभा यात्रा कब्रिस्तान के पास से गुजर रही थी. शोभा यात्रा का हिस्सा रहे किसी व्यक्ति ने पटाखा जलाया और उसे कब्रिस्तान के अंदर फेंक दिया, जिससे कब्रिस्तान में आग लग गई."
हालांकि आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन एफआईआर दर्ज कर ली गई है. रानी कुमारी ने कहा, "एफआईआर में 12 लोगों को नामजद किया गया है. इसके अलावा 50-100 अज्ञात लोगों पर भी एफआईआर दर्ज किया गया है. अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है."
महाराष्ट्र से भी हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. मुंबई के अलग-अलग हिस्सों और मुंबई से सटे इलाकों में हिंसा की खबरें हैं. मीरा रोड, पनवेल, नया नगर और भयंदर से हिंसा की खबरें सामने आई हैं.
मीरा रोड के नया नगर इलाके में रविवार और सोमवार को दो घटनाएं हुईं, जिनमें अब तक कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पहला एफआईआर आईपीसी की कई धाराओं के तहत दर्ज किया गया. इसमें 307 (हत्या का प्रयास), 153 ए (धर्म के आधार पर अलग-अलग समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने के लिए दुर्भावनापूर्ण कृत्य) और अन्य शामिल हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर दो समुदायों के बीच हिंसा और हाथापाई के कई वीडियो पोस्ट किए गए हैं. ऐसे ही एक वीडियो में एक युवक मोटरसाइकिल पर जुलूस के दौरान बंदूक लहराते हुए दिख रहा है. कथित तौर पर मीरा रोड के दूसरे वीडियो में एक बाइक सवार युवक को रोककर 'जय श्री राम' का नारा लगाने के लिए मजबूर किया जा रहा है. वहीं एक और वीडियो में इलाके से गुजरने वाली कारों पर हमला करते हुए देखा जा सकता है.
पुलिस इन वीडियो की पुष्टि और मामले की जांच में जुटी है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हजरतगंज के नरही में बज रहे एक नफरती गाने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. यह गाना कथित तौर पर राम मंदिर उद्घाटन के अवसर पर निकाले जा रहे जुलूस के दौरान बजाया जा रहा था. इस संबंध में दर्ज FIR में कहा गया है कि यह गाना इलाके में किए जा रहे भंडारे के आयोजक ने बजाया था.
इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एफआईआर आईपीसी की धारा 294 (सार्वजनिक रूप से कोई अश्लील गाने का गाना या बोलना) के तहत दर्ज की गई है.
वडोदरा के पदरा तालुका के भोज गांव में एक जुलूस पर कथित तौर पर पत्थर फेंका गया. वडोदरा के एसपी रोहन आनंद ने पत्रकारों से कहा, "गांव की एक गली में पहुंचे जुलूस पर कुछ लोगों ने पथराव किया. जिसके बाद जुलूस के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने हालात को काबू में किया."
एसपी ने आगे कहा कि जुलूस से पहले भी गांव में तनाव व्याप्त था. इसके साथ ही उन्होंने कहा, "कथित तौर पर पथराव करने वाले तीन से चार लोगों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है."
एमपी के झाबुआ में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह से एक दिन पहले 'जय श्री राम' का नारा लगा रहे युवकों के एक समूह ने 'चर्च' के ऊपर भगवा झंडा लगा दिया. एक वीडियो में एक शख्स को चर्च पर चढ़ते और चर्च के क्रॉस पर एक झंडा लगाते हुए देखा जा सकता है. भगवा झंडे पर अयोध्या राम मंदिर की तस्वीर थी और उस पर 'जय श्री राम' लिखा था.
द क्विंट से बात करते हुए चर्च के पादरी नरबू अमलियार ने कहा कि रविवार की प्रार्थना पूरी होने के ठीक बाद लोगों का समूह नारे लगाते हुए पहुंचा था.
हालांकि, झाबुआ के एसपी ने बताया कि अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है क्योंकि कोई शिकायत नहीं मिली है.
कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में कई झड़पें हुईं. कोटनूर गांव में सोमवार देर रात अंबेडकर प्रतिमा को जूतों की माला पहनाकर खंडित कर दिया गया. इसके विरोध में कई दलित संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस उपायुक्त कनिका सिकरीवाल ने विरोध प्रदर्शन के बाद घटनास्थल का दौरा किया और प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
इससे पहले कलबुर्गी के चित्तपुर तालुक के वादी कस्बे में राम मंदिर उद्घाटन की खुशी में निकाले गए जुलूस के दौरान दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए और पथराव किया. इसके बाद प्रशासन ने वादी में 25 जनवरी तक धारा 144 लागू कर दी गई है.
(मीनाक्षी शशिकुमार के इनपुट्स के साथ)
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