रामलला के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के एक दिन बाद, मंगलवार (23 जनवरी) सुबह अयोध्या में राम मंदिर के दरवाजे भक्तों के लिए पूजा-अर्चना के लिए खोले जाने पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह नई राम लला की मूर्ति के दर्शन के लिए भक्त सुबह 3 बजे से बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए.
"ये भीड़ सदा रहेगी"
ANI के अनुसार, मुंबई से अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए पहुंची एक महिला श्रद्धालु ने कहा, "हम यहां तीन दिन से रूके हुए हैं, दर्शन करके ही जाएंगे."
एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, "ये भीड़ सदा रहेगी और रहनी भी चाहिए. भारत धर्म की भूमि है."
पुलिस ने खबर को बताया फेक
वहीं, भक्तों की राम मंदिर के बाहर भारी भीड़ के मद्देनजर दर्शन बंद करने की खबर को अयोध्या पुलिस ने फेक बताया है. अयोध्या पुलिस ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "सोशल मीडिया के माध्यम से असत्य खबर फोटो के साथ सार्वजनिक रुप से प्रसारित की जा रही है कि जनपद अयोध्या में श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लम्बी भीड़ की वजह से श्री रामलला के दर्शन अस्थाई रूप से बंद किया गया है.अयोध्या पुलिस इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खण्डन करती है."
इस बीच बाराबंकी पुलिस ने श्रद्धालुओं से भीड़ के मद्देनजर मंगलवार को अयोध्या ने आने की अपील की है.
राम लला के कब कर सकेंगे दर्शन?
भगवान राम लला के दर्शन के इच्छुक भक्तों के लिए, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र वेबसाइट ने विशिष्ट समय स्लॉट प्रदान किए हैं- सुबह का स्लॉट सुबह 7 बजे से 11:30 बजे तक और दोपहर का स्लॉट दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक.
राम लला की कब होगी आरती/जागरण/श्रृंगार
'आरती' के समय में सुबह 6:30 बजे जागरण/श्रृंगार और शाम 7:30 बजे संध्या आरती शामिल है. कोई भी व्यक्ति 'आरती' के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से पास प्राप्त कर सकता है. ऑफलाइन पास श्री राम जन्मभूमि के कैंप कार्यालय में उपलब्ध हैं, जिसके लिए वैध सरकारी पहचान प्रमाण की आवश्यकता होती है.
"सभी को नहीं मिल पाएगा आज दर्शन"
ANI से बात करते हुए राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, "अयोध्या नगरी दिव्य दिखाई दे रही है. इस समय त्रेतायुग की झलक देखने को मिल रही है. अयोध्या भक्तों के समूह से भर गई है. पहले दिन दर्शन के लिए इतने लोग यहां उपस्थित हैं कि आज सभी लोग दर्शन नहीं कर पाएंगे. 4000 संतों के समूह भी आए हैं. आज अयोध्या नगरी राममय दिखाई दे रही है."
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "कल, 22 जनवरी को हमने अयोध्या में जो देखा, वह आने वाले वर्षों तक हमारी स्मृतियों में अंकित रहेगा."
बता दें कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह सोमवार (22 जनवरी) दोपहर 12.29 बजे आयोजित किया गया. मेगा इवेंट तक पहुंचने वाली औपचारिक यात्रा में सात दिवसीय अनुष्ठान शामिल था जो 16 जनवरी को शुरू हुआ था.
समारोह में विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी क्षेत्रों के लोगों ने भाग लिया. प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदाय के नेता को भी अभिषेक समारोह में आमंत्रित किया गया था.
पारंपरिक नागर शैली में निर्मित श्री राम जन्मभूमि मंदिर की लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट और चौड़ाई 250 फीट है. यह जमीन से 161 फीट ऊपर है और कुल 392 स्तंभों और 44 दरवाजों द्वारा समर्थित है.
मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं और देवी-देवताओं के जटिल चित्रण प्रदर्शित हैं. राम मंदिर के गर्भगृह में बाल स्वरूप भगवान राम विराजमान हैं.
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