ADVERTISEMENTREMOVE AD

मुंबई में मीरा रोड पर बुलडोजर एक्शन - श्री राम शोभा यात्रा के दौरान हुई थी झड़प

Mumbai: पुलिस ने कहा कि इस इलाके में 15 "अवैध" संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है.

Published
छोटा
मध्यम
बड़ा

महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजधानी मुंबई (Mumbai) के मीरा रोड पर मंगलवार, 23 जनवरी को बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों के साथ बुलडोजर ने अतिक्रमण हटाने का काम किया. अतिक्रमण हटाने का अभियान उसी रोड पर हुआ जहां 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की 'प्राण प्रतिष्ठा' से पहले और बाद में हिंसा देखी गई थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
पुलिस ने कहा कि इस इलाके में 15 "अवैध" संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई के बाद कई बीजेपी शासित राज्यों में इस तरह से कार्रवाई की जा रही है, हालांकि कई आलोचक इसकी वैधानिकता पर सवाल उठाते हैं.

पहली एफआईआर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कई धाराओं के तहत दर्ज की गई थी, जिसमें 307 (हत्या का प्रयास), 153ए (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए गलत कार्य करना), 341 (गलत तरीके से किसी को रोकने के लिए सजा), 141 (गैरकानूनी जमावड़ा), 143 (गैरकानूनी जमावड़ा के लिए सजा), 149 (गैरकानूनी जमावड़े के किसी भी सदस्य द्वारा अपराध करना), और 427 (पचास रुपये या इससे भी ज्यादा की क्षति के लिए सजा)

इस मामले में एक और FIR दर्ज हुई है.

लेकिन मीरा रोड पर हुआ क्या था?

21 जनवरी और 22 जनवरी के कई ऐसे सोशल माडिया पर शेयर हुए, जिसमें मीरा रोड पर दो समूह को एक-दूसरे पर पत्थर फेंकते दिखे.

22 जनवरी की रात तक पुलिस ने इस सिलसिले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये हिंसा उस समय भड़की थी जब मीरा रोड पर शोभा यात्रा निकाली जा रही था. पुलिस ने कहा कि जुलूस पर भीड़ ने पत्थरों से हमला किया, जिसमें भगवा झंडे वाली कारें और बाइकें थीं. इस घटना में कुछ लोग घायल हो गए थे.

"संघर्ष रविवार रात 11 बजे शुरू हुआ जब हिंदू समुदाय के कुछ लोग तीन-चार वाहनों में नारे लगा रहे थे... कुछ ही देर बाद हिंदू समुदाय और मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों के बीच बहस शुरू हो गई. हालात बिगड़ते देख पुलिस की गाड़ी तुरंत मौके पर पहुंची."
जयंत बाजबाले, पुलिस उपायुक्त

"कानून-व्यवस्था को बाधित करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी"

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने 22 जनवरी की रात को एक्स पर लिखा कि, राज्य में "कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति" को कड़ी सजा दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि, "मीरा-भायंदर के नया नगर इलाके में हुई घटना की पूरी जानकारी कल रात ही ले ली गई. मैं सोमवार सुबह 3.30 बजे तक मीरा-भायंदर पुलिस कमिश्नर के साथ लगातार संपर्क में था."

फड़नवीस ने आगे बताया कि, "पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. इस मामले में अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच करके अन्य आरोपियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पनवेल में भी हुई झड़प

पनवेल के कच्छी मोहल्ला इलाके में एक छोटी सी झड़प की भी सूचना मिली थी, जब बाइक रैली निकाल रहे कुछ युवाओं ने एक स्थानीय मस्जिद के बाहर नारे लगाए, जिसके कारण झड़प हुई.

इस झड़प में तीन लोग घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×