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पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों- त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में विधानसभा चुनावों (Election Results 2023) के नतीजे सामने आ गए हैं. इसके अलावा 5 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे भी जारी कर दिया गया है. बीजेपी तीनों राज्यों में अपने प्रदर्शन से खुश होगी क्योंकि त्रिपुरा-नागालैंड में उसे सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत मिला है जबकि मेघालय में भी सबसे बड़ी पार्टी NPP के साथ गठबंधन का रास्ता खुला हुआ है. दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों ने अपने प्रदर्शन पर क्या प्रतिक्रिया दी है? यहां जानते हैं.
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीदों से काफी नीचे रहा है. मेघालय में 5, त्रिपुरा में 3 जबकि नागालैंड में उसे 6 सीट से संतोष करना पड़ा है. इस निराशाजनक प्रदर्शन में कांग्रेस पॉजिटिविटी खोज रही है. कांग्रेस महासचिव के ट्वीट में यही संकेत नजर आ रहा है. उन्होंने ट्वीट किया कि
आज के विधानसभा चुनाव परिणाम:
कांग्रेस ने 33 साल बाद महाराष्ट्र में कसबा विधानसभा सीट जीती
कांग्रेस ने 51 साल बाद पश्चिम बंगाल की सागरदिघी सीट जीती
कांग्रेस त्रिपुरा में 0 से 5 सीटों पर पहुंच गई है
मेघालय में उसे 5 सीट मिले हैं (21 मौजूदा विधायकों को हाईजैक करने के बावजूद)
तमिलनाडु के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत
साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रणजीत मुखर्जी ने ट्वीट करके कहा है कि
पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी को मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बड़ा झटका लगा है. यहां कांग्रेस के बायरन बिस्वास ने तृणमूल के देबाशीष बंदोपाध्याय को 22,986 मतों के अंतर से हराया है. अपने गढ़ में मिली इस करारी हार के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस-लेफ्ट के गठबंधन को अनैतिक बता दिया है.
कांग्रेस की जीत से उत्साहित कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि "इसी मुर्शिदाबाद में तृणमुल ने पुलिस की मदद से लोगों पर अत्याचार कर, उन्हें लालच देकर कितनी बार कांग्रेस को हराया है. तब मैंने कहा था कि कांग्रेस हारने वाली नहीं है और आज ये सिद्ध हो गया कि कांग्रेस हारने वाली नहीं हराने वाली पार्टी है."
हालांकि मेघालय में TMC के प्रदर्शन पर ममता बनर्जी संतुष्ट नजर आईं हैं. उन्होंने कहा कि "मैं मेघालय के लोगों को बधाई देना चाहती हूं. हमने 6 महीने पहले ही यहां शुरूआत की थी और हमें 15% वोट मिला है. यह TMC को राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर मजबूत करेगा."
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी और शिवसेना को एक बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर ने गुरुवार को कसबा विधानसभा उपचुनाव में करीबी मुकाबले में बीजेपी के हेमंत रासने को 10,000 से अधिक वोटों से हरा दिया. विपक्ष के नेता और एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने इस जीत पर कहा, "कसबा उपचुनाव ने साबित कर दिया है कि एमवीए एकजुट होकर आने वाले चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को हरा सकता है."
रवींद्र धंगेकर की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी की "इस्तेमाल करो और फेंको" की नीति ही उसके लिए नाश करने वाली साबित हुई है.
झारखंड की रामगढ़ सीट पर महागठबंधन की हार से हेमंत सोरेन सरकार को बड़ा झटका लगा है. यहां AJSU की सुनीता चौधरी ने कांग्रेस के बजरंग महतो को 21,644 हजार वोट से हरा दिया है. रामगढ़ उपचुनाव के नतीजों पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राजनीति में जो आंतरिक और बाहरी व्यवस्था है उसे लोग जानते ही हैं. हम जनादेश को स्वीकार करते हैं...मुख्य मैच तो अभी बाकी है.
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