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लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) की वोटिंग के बीच फेक न्यूज का बाजार भी गर्म है. कभी नेताओं के एडिटेड वीडियो, बयान गलत संदर्भ में शेयर किए जाते हैं, तो कभी खुच नेता ही फेक न्यूज फैलाते नजर आते हैं.
हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुनावी रैली में ये दावा किया कि कांग्रेस ने सरकार बनने पर लोगों की संपत्ति जब्त करने की बात की है. .ये भी कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो महिलाओं के जेवर की जांच होगी. कांग्रेस के मेनिफेस्टो में ऐसी कोई बात नहीं कही गई है. जाहिर है पीएम के ये दावे सच नहीं हैं.
चुनावी हफ्ते में ऐसे कई दावे हुए हैं, जिनकी पड़ताल क्विंट हिंदी की फैक्ट चेकिंग टीम ने की है. एक नज़र में जानिए इनका सच.
उत्तरप्रदेश के आंवला में भाषण देते हुए दावा किया कि कांग्रेस ने ये घोषणा की है कि लोगों की मृत्यु के बाद उनकी आधी से ज्यादा संपत्ति जब्त कर ली जाएगी. बीजेपी के आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से भी प्रधानमंत्री का बयान पोस्ट करते हुए ये दावा किया गया.
ये दावा सच नहीं हैं. कांग्रेस ने ना तो अपने 2024 के चुनावी घोषणा पत्र में ये दावा किया है कि सरकार बनने पर लोगों की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति जब्त होगी, न ही किसी चुनावी रैली से कांग्रेस नेताओं ने इसकी घोषणा की है.
1985 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मृत्यु के बाद वारिसों को मिलने वाली संपत्ति पर लगने वाले अतिरिक्त टैक्स को खत्म कर दिया था. ये जानकारी भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है.
संपत्ति जब्त करने का मुद्दा हाल में आए कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के इंटरव्यू के बाद सामने आया है. इंटरव्यू में एक सवाल का जवाब देते हुए सैम पित्रोदा ने अमेरिका में Inheritence Tax (विरासत कर) व्यवस्था के समर्थन में कुछ बातें कही थीं. हालांकि, पित्रोदा ने ये नहीं कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर ऐसी व्यवस्था लागू होगी.
सैम पित्रोदा इंटरव्यू में ये भी स्पष्ट करते दिख रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी की घोषणाओं का मतलब ये बिल्कुल नहीं है किअमीरों से संपत्ति लेकर गरीबों को दी जाएगी.
कांग्रेस पार्टी ने आधिकारिक तौर पर Inheritence Tax पर पित्रोदा के विचारों का समर्थन नहीं किया है. बल्कि साफतौर पर इस बयान से किनारा किया है.
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें दिख रहा शख्स VVPAT से पर्चियां निकालते दिख रहा है. यूजर्स इस वीडियो को 2024 के लोकसभा चुनावों से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.
वीडियो दिसंबर 2022 से इंटरनेट पर मौजूद है और इसका हालिया लोकसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है.
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समाजवादी पार्टी (SP) नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का एक रैली को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में अखिलेश कहते दिख रहे हैं "कांग्रेस को भी वोट मत देना. पार्टी चालाक है. सावधान रहोगे या नहीं? उन्होंने हमें धोखा दिया है."
यह दावा गलत है क्योंकि वीडियो हाल का नहीं है. अखिलेश यादव का यह भाषण नवंबर 2023 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान का है. अखिलेश यादव का यह बयान मध्यप्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर INDIA अलायंस में हुए तनाव के बीच आया था.
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बियर बोतल की तस्वीरों का एक फोटो लोकसभा चुनावों से जोड़कर इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. बियर की इन तस्वीरों पर कांग्रेस का चुनाव चिन्ह देखा जा सकता है.
नहीं, यह दावा सच नहीं है. फोटो तेलंगाना में 2023 में हुए विधानसभा चुनावों के समय से वायरल है. इसका हाल में चल रहे लोकसभा चुनावों के प्रचार से कोई संबंध नहीं है.
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बीजेपी नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का एक वीडियो वायरल है. इस वीडियो में उमा भारती पीएम मोदी पर हिंदू समुदाय के बेकसूर लोगों की मदद ना करने का आरोप लगाते हुए कहती हैं कि वो विकास पुरुष नहीं विनाश पुरुष हैं. वीडियो को सोशल मीडिया पर हाल का बताकर बिना पूरा संदर्भ दिए शेयर किया जा रहा है.
उमा भारती का ये बयान असली है, वायरल वीडियो एडिटेड नहीं है. पर ये बयान साल 2011 का है. बयान उस वक्त का है जब उमा भारती मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री नहीं थीं.
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सोशल मीडिया पर लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तस्वीरों का एक सेट वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह वोटिंग एजेंसी Axis My India द्वारा किए गए एक ओपिनियन सर्वे का है. वायरल तस्वीरों में दिखाए गए आंकड़ों में बीजेपी को INDIA अलायंस से कम सीटें मिलती दिखाई गई हैं.
ये पोल फर्जी हैं. Axis My India के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, प्रदीप गुप्ता ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक प्रेस रिलीज शेयर करके इन वायरल दावों का खंडन किया है.
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "हमारे युवा जो सड़कों पर घूम रहे हैं, इंस्टाग्राम और फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके बैंक खातों में सालाना एक लाख रुपये और महीने में 8,500 रुपये जमा किए जाएंगे."
राहुल गांधी का वीडियो एडिट किया गया है.
इस भाषण का पूरा वीडियो सुनने पर पता चलता है कि राहुल गांधी कांग्रेस की 'प्रशिक्षण का अधिकार' (Right to Apprenticeship) योजना के बारे में बोल रहे थे. जिसका जिक्र उनके 2024 लोकसभा चुनाव घोषणापत्र में किया गया है.
यह योजना 25 वर्ष से कम आयु के डिप्लोमा या कॉलेज की डिग्री रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को निजी या सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी के साथ एक साल की ट्रेनिंग उपलब्ध कराएगी. इस दौरान प्रतिभागियों को 1 लाख रुपये तक की सालाना स्कॉलरशिप मिलेगी.
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