Home Sports Cricket CWC 2019: क्या इन स्टेडियमों में इतिहास बदल पाएगी टीम इंडिया?
CWC 2019: क्या इन स्टेडियमों में इतिहास बदल पाएगी टीम इंडिया?
टीम इंडिया इंग्लैंड के 6 अलग-अलग स्टेडियम में अपने 9 मैच खेलेगी.
सुमित सुन्द्रियाल
क्रिकेट
Published:
i
इंग्लैंड के साउथैंप्टन में रोज बॉल क्रिकेट स्टेडियम, जहां टीम इंडिया अपना पहला मैच खेलेगी
(फोटोः ageasbowl.com)
✕
advertisement
इंग्लैंड एंड वेल्स में 30 मई से 12वां क्रिकेट वर्ल्ड कप शुरू होने जा रहा है. इस टूर्नामेंट में इस बार सिर्फ 10 टीम शामिल हैं. 46 दिनों तक चलने वाले इस वर्ल्ड कप में कुल 48 मैच खेले जाएंगे. राउंड रॉबिन फॉर्मेट होने के कारण हर टीम को बाकी सभी टीमों से कम से कम एक मैच जरूर खेलना होगा.
ये 48 मैच इंग्लैंड और वेल्स के 11 अलग-अलग मैदानों में खेले जाएंगे. भारतीय टीम लीग स्टेज के अपने 9 मैच 6 अलग-अलग स्टेडियमों में खेलेगी.
भारतीय टीम का शेड्यूल
भारतीय टीम 5 जून को दक्षिण अफ्रीका के साथ अपने कैंपेन की शुरुआत करेगी और आखिरी मैच 6 जुलाई को श्रीलंका से होगा. भारतीय टीम का वर्ल्ड कप शेड्यूल कुछ इस तरह है-
5 जून- दक्षिण अफ्रीका (रोज बॉल, साउथैंप्टन)
9 जून- ऑस्ट्रेलिया (ओवल, लंदन)
13 जून- न्यूजीलैंड (ट्रेंट ब्रिज, नॉटिंघम)
16 जून- पाकिस्तान (ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर)
22 जून- अफगानिस्तान (रोज बॉल, साउथैंप्टन)
27 जून- वेस्ट इंडीज (ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर)
30 जून- इंग्लैंड (एजबेस्टन, बर्मिंघम)
2 जुलाई- बांग्लादेश (एजबेस्टन, बर्मिंघम)
6 जुलाई- श्रीलंका (हेडिंग्ले, लीड्स)
भारतीय टीम ने इन सभी स्टेडियम्स में मैच खेले हैं और कुछ में जीत मिली, लेकिन ज्यादातर में हार. ऐसे में एक नजर डालते हैं, इन स्टेडियम्स में भारत के वनडे रिकॉर्ड पर-
1. रोज बॉल, साउथैंप्टन
इंग्लैंड के शहर साउथैंप्टन में रोज बॉल स्टेडियम में पहला वनडे इंटरनेशनल 2003 में दक्षिण अफ्रीका और जिंबाब्वे के बीच हुआ था. तब से लेकर आज तक इस मैदान में 23 वनडे खेले गए हैं.
साउथैंप्टन का रोज बॉल स्टेडियम. यहां भारत को दो मैच खेलने हैं.(फोटोः ageasbowl.com)
भारत ने यहां 3 वनडे मैच खेले. पहला 2004, दूसरा 2007 और तीसरा 2011 में.
पहले मैच में भारतन ने केन्या को 98 रन से हराया था.
इसके बाद दोनों बार टीम को इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.
2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी वाली टीम इंडिया सिर्फ 184 रन बना सकी और 104 रन से मैच हार गई.
इसके बाद 2011 में हुए मैच में इंग्लैंड ने भारत को 7 विकेट से हरा दिया.
टीम इंडिया को इस ग्राउंड पर 2 मैच खेलने हैं- पहला मैच 5 जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और दूसरा मैच 22 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ. ऐसे में टीम न सिर्फ इस ग्राउंड पर अपना रिकॉर्ड सुधारना चाहेगी, बल्कि वर्ल्ड कप में सभी मैच जीतना चाहेगी.
लंदन के केनिंगटन में बना यह स्टेडियम भी टीम इंडिया के लिए कुछ अच्छा साबित नहीं हुआ है. भारत ने इस स्टेडियम में 15 मैच खेले हैं, जिसमें से टीम को सिर्फ 5 में जीत मिली और 9 बार हार का सामना करना पड़ा. एक मैच बिना नतीजे के खत्म हो गया था.
इस मैदान पर भारत ने वर्ल्ड कप के 2 मैच खेले हैं. दुर्भाग्य से दोनों में ही हार मिली. पहला मैच 1983 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ था, जिसमें 66 रन से हार मिली थी. दूसरी बार 1999 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने 77 रन से हरा दिया था. इस मैच में ही अजय जड़ेजा ने बेहतरीन शतक जड़ा था.
ओवल में भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा(फोटोः फेसबुक/Surrey Cricket)
भारतीय टीम के लिए इस मैदान पर सबसे दर्दनाक याद भी इस चैंपियंस ट्रॉफी की ही है. 18 जून को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को 180 रन से खिताब जीता था.
भारत के सामने इस स्टेडियम में एक बार फिर कड़ी चुनौती होगी. 9 जून को टीम के सामने 5 बार का चैंपियन ऑस्ट्रेलिया होगा. टीम इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20 साल पुरानी उस हार का बदला लेना चाहेगी.
नॉटिंघम का ट्रेंट ब्रिज स्टेडियम भारत के लिए कुछ बेहतर रहा है. पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ इकलौता टेस्ट नॉटिंघम में ही जीता था. वनडे में यहां पर टीम की हार-जीत का रिकॉर्ड बराबर है.
ट्रेंट ब्रिज में भारत और न्यूजीलैंड के बीच 1999 वर्ल्ड कप में भी मैच हुआ था.(फोटोः trentbridge.co.uk)
ट्रेंट ब्रिज में भारत ने 6 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें से 3 जीते हैं, जबकि 3 में ही हार मिली है.
इतना ही नहीं, टीम इंडिया ने यहां वर्ल्ड कप के 2 मैच भी खेले हैं. दोनों में ही हार मिली.
1983 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 162 रन से करारी शिकस्त दी थी. उस मैच में कपिल देव ने 5 विकेट लिए थे.
दूसरी बार 1999 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड ने 5 विकेट से हरा दिया था.
संयोग की बात है कि 1999 में 13 जून को ही मैच था और इस बार भी 13 जून को ही मुकाबला है. सामने एक बार फिर न्यूजीलैंड की टीम है.
भारत ने पिछले 2 वनडे मैच में दोनों में ही जीत दर्ज की. टीम इंडिया ने पिछले साल इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया था. इस मैच में कुलदीप यादव ने 6 विकेट लिए थे, जबकि रोहित शर्मा ने शानदार 137 रन मारे थे.
इंग्लैंड के बाकी स्टेडियमों की तरह ओल्ड ट्रैफर्ड भी भारतीय टीम पर मेहरबान नहीं रहा है. इंग्लैंड के सबसे पुराने स्टेडियमों में से एक इस मैदान पर भारत ने 3 बार जीत दर्ज की है. संयोग से तीनों वर्ल्ड कप में ही मिली हैं. ये तीनों जीत इस मैदान की तरह ही ऐतिहासिक थी.
ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत ने ऐतिहासिकजीत दर्ज की हैं(फोटोः lancashirecricket.co.uk)
भारत ने मैनचेस्टर के इस मैदान में 8 मैच खेले हैं. इनमें से 5 बार हार का सामना करना पड़ा.
इन 8 में से 5 मैच वर्ल्ड कप के थे और यहां टीम का रिकॉर्ड बेहतर है- 3 जीत और 2 हार.
1975 में न्यूजीलैंड ने और फिर 1979 में श्रीलंका ने भारत को हराया था, लेकिन 1983 में भारत ने इतिहास बदला.
1983 में भारत ने 2 मैच खेले और दोनों में सबको चौंकाया. सबसे पहले उस वक्त की डबल वर्ल्ड चैंपियन वेस्ट इंडीज को 34 से हराकर बड़ा उलटफेर किया.
इसके बाद पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 6 विकेट से हराकर पहली बार फाइनल में प्रवेश किया था. उसके बाद की कहानी पूरी दुनिया जानती है.
तीसरी जीत भी किसी से कम नहीं. 8 जून को भारत का सामना पाकिस्तान से हुआ और एक बार फिर वर्ल्ड कप में भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया.
एक बार फिर ओल्ड ट्रैफर्ड में 16 जून को भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होंगे. आखिरी बार भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हुई थी, जिसमें भारत को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी. भारत के पास इस हार का बदला लेने का मौका तो है ही, वर्ल्ड कप में पाकिस्तान पर जीत का सिलसिला बरकरार रखने की भी उम्मीद है.
साथ ही 27 जून को वेस्ट इंडीज के खिलाफ भी टीम इस मैदान में उतरेगी.
इंग्लैंड में अगर भारतीय टीम को सबसे ज्यादा कहीं सफलता मिली है, तो वो यही स्टेडियम है. वर्ल्ड कप से लेकर चैंपियंस ट्रॉफी तक भारत ने यहां कई मैच जीते और विपक्षी टीमों पर भारी पड़ा है.
एजबेस्टन में टीम इंडिया का रिकॉर्डबेहद शानदार है.(फोटोः edgbaston.com)
भारत ने एजबेस्टन में 10 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें से 7 में जीत मिली है और सिर्फ 3 में हार.
वर्ल्ड कप में भारत ने 2 मैच खेले हैं. पहला 1979 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ, जिसमें हार झेलनी पड़ी थी.
दूसरा मैच 199 वर्ल्ड कप में मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ. बारिश से प्रभावित ये मैच में 2 दिन तक चला और भारत ने 63 रन से जीत दर्ज की.
आखिरी बार टीम इंडिया ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ खेला. दोनों ही मैच टीम ने आसानी से जीत लिए.
इस बार भारत को इस मैदान में 2 मैच खेलने हैं. एक बार फिर टीम के सामने होंगे इंग्लैंड और बांग्लादेश. 30 जून को इंग्लैंड और फिर 2 जुलाई को बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया उतरेगी.
लीड्स का ये स्टेडियम भी टीम इंडिया पर भारी ही पड़ा है. हेडिंग्ले में भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब है.
हेडिंग्ले में भारत अपना आखिरी मैच श्रीलंका के खिलाफ खेलेगा.(फोटोः yorkshireccc.com)
लीड्स में भारत ने कुल 9 वनडे मैच खेले हैं. टीम को सिर्फ 3 मैच में जीत मिली है, जबकि 6 में हार का सामना करना पड़ा है.
वर्ल्ड कप में भारत ने दो मैच खेले हैं. 1975 में ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ भारत ने 10 विकेट से आसान जीत दर्ज की थी.
दूसरी बार 1979 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में टीम को 8 विकेट से बार झेलनी पड़ी थी.
लीड्स में भारत को अपने पिछले दोनों मैच में इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है. इस बार टीम इंडिया अपने आखिरी लीग मैच में 6 जुलाई को श्रीलंका से भिड़ेगी.