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अमेरिका (America) की मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी Intel ने कथित तौर पर घरेलू चिप के लिए 20 बिलियन डॉलर की सेमीकंडक्टर फैक्ट्री बनाने की योजना में देरी की है, जिसकी वजह अमेरिका का CHIPS एक्ट बताया जा रहा है. ZDNet की रिपोर्ट के मुताबिक चिप बनाने वाली कंपनी ने बताया कि वह CHIPS एक्ट देरी की वजह से सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं.
इंटेल ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि दुर्भाग्य से, CHIPS (Creating Helpful Incentives to Produce Semiconductors) एक्ट की फंडिंग हमारी उम्मीद से ज्यादा धीरे आगे बढ़ी है और हम अभी भी नहीं जानते हैं कि यह कब किया जाएगा.
हालांकि, इंटेल ने कहा कि वह इस साल प्रोजेक्ट पर निर्माण शुरू करने की तैयारी कर रहा है, और उम्मीद की जा रही है कि 2025 तक मेन्युफैक्चरिंग शुरू हो जाएगी.
आइए जानते हैं कि अमेरिकी सीनेट द्वारा पारित किया गया CHIPS (Creating Helpful Incentives to Produce Semiconductors) एक्ट क्या है और इसमें किस तरह के प्रावधान शामिल किए गए हैं.
CHIPS एक्ट, यूएस डोमेस्टिक चिप्स मेन्युफैक्चरिंग में प्रोत्साहन के लिए 52 बिलियन डॉलर का फंडिंग पैकेज है. 2021 के दौरान अमेरिकी सीनेट ने इस एक्ट का एक वर्जन पारित किया था. अमेरिकी कांग्रेस की वेबसाइट पर पब्लिश जानकारी के मुताबिक...
यह एक्ट यूएस सेमीकंडक्टर मेन्युफैक्चरिंग, रिसर्च एंड डेवलप्मेंट और सप्लाई चेन सिक्योरिटी के सपोर्ट के लिए इन्वेस्टमेंट और प्रोत्साहन स्थापित करता है.
यह एक्ट विशेष रूप से सेमीकंडक्टर इक्विपमेंट और मेन्युफैक्चरिंग सुविधा के लिए इनकम टैक्स क्रेडिट देता है.
अमेरिकी कॉमर्स डिपार्टमेंट, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैंडर्ड एंड टेक्नोलॉजी के माध्यम से आने वाली जनरेशन के माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक के डिजाइन, प्रोग्रेस और मेन्युफैक्चरिंग क्षमता में तेजी लाने के लिए रिसर्च और डेवलप्मेंट प्रोग्राम चलाएगा.
डिफेंस डिपार्टमेंट सेमीकंडक्टर और संबंधित टेक्नोलॉजी प्रोग्राम्स, प्रोजेक्ट्स और एक्टिविटीज के लिए उपलब्ध राशियों के उपोयग को प्राथमिकता देगा.
राष्ट्रपति, सेमीकंडक्टर और इनोवेशन में अमेरिकी सरकार से संबंधित मामलों पर एनआईएसटी के अंदर एक उपसमिति बनाएंगे, जो सेमीकंडक्टर रिसर्च पर एक स्ट्रेटेजी बनाएगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में स्थित मॉडर्न सेमीकंडक्टर मेन्युफैक्चरिंग क्षमता 1990 के मुकाबले काफी कम हो गई है, जो उस वक्त 37 प्रतिशत थी और 2021 में घटकर यह 12 प्रतिशत ही रह गई है. इसकी वजह अन्य देशों में बड़े पैमाने पर चिप मेन्युफैक्चरिंग में बड़ा निवेश बताया जा रहा है.
कहा जा रहा है कि वित्त वर्ष 2021 के राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (NDAA) में CHIPS एक्ट को अधिनियमित करके अमेरिकी कांग्रेस ने यह स्वीकार किया है कि यूएस सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री देश के भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका होगी.
चिप्स एक्ट को अभी हाउस ऑफ रीप्रजेंटेटिव के द्वारा अप्रूव नहीं किया गया है. कोई विधेयक पारित करने के लिए दोनों सदनों के अप्रूवल की जरूरत होती है.
Newstack की रिपोर्ट के मुताबिक हाउस के कानून में ट्रेड प्रपोजल शामिल है, जो सीनेट एक्ट में नहीं है. जबकि सीनेट एक्ट चीन के साथ कॉम्पटीशन में तेजी लाने के लिए 200 बिलियन अतिरिक्त डॉलर का अधिकार देता है.
(इनपुट- TOI, Economic Times, Telangana Today)
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