क्विंट हिंदी की चुनावी यात्रा पहुंची उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुज्जफरनगर (Muzaffarnagar) जहां क्विंट हिंदी की टीम ने किसानों के साथ चुनाव से पहले आने वाले बजट पर चर्चा की, और उनसे जानने की कोशिश की किसानों को आम बजट से क्या उम्मीदें और मांगें हैं.
मुज्जफरनगर के किसानों ने क्विंट को बताईं अपनी परेशानियां
क्विंट से बातचीत के दौरान किसानों ने कहा कि उन्हें बजट और सरकार से कभी कोई उम्मीदें नहीं रही हैं. लेकिन चुनावी वर्ष के चलते यह सरकार किसानों को लुभाने के लिए कुछ जरूर कर सकती है. किसानों ने बताया कि खेती में इस्तेमाल होने वाली जरूरी चीजें जैसे- खाद, बिजली, कीटनाशक महंगी होने के कारण किसानों की आय दोगुनी होने की जगह आधी हो गई है.
एक अन्य किसान ने कहा कि किसान सम्मान निधि के नाम पर सरकार 2000 रुपये देती है और कीटनाशक महंगा कर देती है तो उसका कोई फायदा नहीं होता. किसानों ने कहा कि 2000 रुपये में सरकार ने खरीद नहीं लिया है, आय दोगुनी करनी होगी. किसानों ने बताया कि आवारा पशुओं की दिक्क्त बड़ी है और गौशाला में जब आवारा पशुओं को भर्ती कराने जाते हैं तो वह लोग पैसे की मांग करते हैं. कई किसानों का दावा है कि उन्हें किसान सम्मान निधि के छह हजार रूपए भी नहीं मिले हैं.
किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की मूलभूत सुविधाओं की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है. किसानों की मांग है कि सरकार दोगुनी आय का वादा पूरा करे और खेती से जुड़ी चीजें सस्ती हों.
हालांकि इस बार किसानों के लिए सरकार बड़े ऐलान कर सकती है क्योंकि तीन कृषि कानूनों पर कदम पीछे खींचने के बाद सरकार किसानों के बीच नाराजगी को दूर करने की कोशिश करेगी. फिलहाल पांच राज्यों में चुनाव होने हैं जिसमें पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसानों ने बड़ी संख्या में किसान प्रदर्शन में हिस्सा लिया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)