भारत में फास्टफूड चेन चलाने वाली कंपनी मैकडोनाल्ड्स के 169 आउटलेट्स आज से बंद हो जाएंगे. आउटलेट्स बंद होने से मैकडोनाल्ड्स के करीब 7 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर असर पड़ेगा. मैकडोनाल्ड्स ने अपनी पार्टनर कंपनी कनॉट प्लाजा रेस्टॉरेंट लिमिटेड (सीपीआरएल) को 21 अगस्त को टर्मिनेशन नोटिस भेजा था और सीपीआरएल को 5 सितंबर तक का वक्त दिया था, जो अब खत्म हो गया है.
मैकडोनाल्ड्स ने 30 अगस्त को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) में कहा था कि उसके उत्तरी और पूर्वी भारत के ज्वॉइंट वेंचर पार्टनर विक्रम बख्शी के साथ विवाद सुलझाना संभव नहीं है.
मैकडोनाल्ड्स के एक प्रवक्ता ने इकनॉमिक टाइम्स से कहा कि सीपीआरएल अब मैकडोनाल्ड का लोगो, ट्रेडमार्क, डिजाइन और ब्रांडिंग का इस्तेमाल नहीं कर सकता है.
मैकडोनाल्ड्स ने 21 अगस्त को कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट लिमिटेड (सीपीआरएल) से करार रद्द करने के बाद अपने 169 आउटलेट बंद करने का फैसला किया था. सीपीआरएल मैकडोनाल्ड्स और बख्शी का ज्वॉइंट वेंचर है.
क्या है पूरा विवाद?
विक्रम बख्शी की अगुवाई वाली सीपीआरएल और मैकडोनाल्ड्स इंडिया के बीच 2013 से विवाद चल रहा था. 2013 में मैकडोनाल्ड ने विक्रम बख्शी को सीपीआरएल के एमडी पद से हटा दिया था, जिसके खिलाफ बख्शी ने कंपनी लॉ बोर्ड में याचिका दायर की थी.
इसके बाद बख्शी इस मामले को दिल्ली हाईकोर्ट लेकर चले गए थे. सीपीआरएल में विक्रम बख्शी और मैकडोनाल्ड्स के बीच 50-50 की पार्टनरशिप थी.
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