कोविड की दूसरी लहर से थोड़ी राहत के साथ ही शेयर बाजार में IPO का सिलसिला फिर से शुरू हो चुका है. बीते कुछ दिनों श्याम मेटालिक्स, डोडला डेयरी और KIMS के शेयरों की मार्केट में अच्छी लिस्टिंग देखी गई है. आने वाले महीनों में भी कई जाने माने नाम अपने इशू के साथ आने वाले हैं. आइए एक नजर डालते हैं, ऐसे ही कुछ IPO पर जिनपर निवेशकों की खास नजर होगी.
फैबइंडिया:
मुख्य तौर पर एथनिक रिटेलर कंपनी फैब इंडिया 2021 के अंत तक शेयर बाजार में लिस्ट हो सकती है. कंपनी IPO के रास्ते करीब ₹3000 करोड़ जुटाने की उम्मीद कर रही है. कंपनी का वर्तमान वैल्यूएशन 1.5 से 2 बिलियन डॉलर के बीच संभव है. फैब इंडिया इशू का मुख्य लक्ष्य वर्तमान निवेशक को निकलने का रास्ता देना हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्राइवेट इक्विटी फर्म प्रेमजीइन्वेस्ट (PremJiInvest) कंपनी में अपनी पूरी 25% हिस्सेदारी बेचेगी. फैब इंडिया के वर्तमान में भारत में 118 शहरों में 311 स्टोर हैं. कंपनी होम फर्नीशिंग, फर्नीचर, गिफ्ट्स, ज्वेलरी, आर्गेनिक फूड और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स क्षेत्र में भी व्यापार करती है. वित्त वर्ष 2020 में कंपनी का नेट सेल बढ़ा था लेकिन नेट मुनाफे में गिरावट देखी गई थी.
नायका:
भारत की टॉप ऑनलाइन वीमेन सेंट्रिक प्लेटफार्म नायका की शुरुआत 2012 में हुई थी. कंपनी पूरी तरह से ब्यूटी और पर्सनल केयर सेगमेंट पर फोकस रखती है. कंपनी द्वारा रेड हेर्रिग प्रॉस्पेक्टस के जुलाई में फाइल कर दिए जाने की उम्मीद है, जिसके बाद इसी वित्त वर्ष में कंपनी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो सकती है. कंपनी खुद के लिए करीब 4.5 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन की संभावना देख रही है. नायका के IPO का आकार 400-500 करोड़ के बीच हो सकता है. कंपनी के वैल्यूएशन में बड़े उछाल की वजह कोविड के कारण ऑनलाइन खरीद की तरफ बढ़ा रुझान है.
नुवोको विस्टास:
निरमा ग्रुप की नुवोको विस्टास कैपेसिटी के मुताबिक भारत की पांचवीं सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है. कंपनी के पब्लिक इशू का कुल आकार 5000 करोड़ के आसपास हो सकता है. इसमें 3500 करोड़ का नियोगी इंटरप्राइज का ऑफर फॉर सेल होगा, जबकि बाकी 1500 करोड़ के फ्रेश शेयर इशू होंगे. जुटाए पैसे का इस्तेमाल डेट को चुकाने के लिए किया जाएगा. उपलब्ध डाटा के मुताबिक कंपनी ने बीते दो फाइनेंशियल ईयर नेट लॉस में रही थी. 2007 में बर्णपुर सीमेंट की लिस्टिंग के बाद नुवोको विस्टास शेयर बाजार में शुरुआत करने इस क्षेत्र की पहली कंपनी होगी. कंपनी के सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरयाणा और पश्चिम बंगाल में हैं.
जोमैटो:
जोमैटो काफी प्रचलित ऑनलाइन फूड डिलीवरी स्टार्टअप है. डिलीवरी के अलावा अपने प्लेटफार्म पर कंपनी विभिन्न रेस्टोरेंट के मेन्यू भी उपलब्ध कराती है. कंपनी वेबसाइट के अनुसार 2008 में शुरू होने वाली यह कंपनी वर्तमान में 24 देशों के करीब 10,000 शहरों में अपनी सेवा दे रही है. खबरों के मुताबिक सितम्बर के अंत तक कंपनी का करीब 8250 करोड़ का IPO आ सकता है. Zomato का कहना है कि आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कंपनी के बिजनेस बढ़ाने के लिए किया जाएगा. इसके वर्तमान निवेशकों में अलीबाबा की एंट फाइनेंशियल, टाइगर ग्लोबल, इंफो एज शामिल हैं.
Paytm:
PayTM यानी 'पे थ्रू मोबाइल' काफी प्रचलित फिनटेक प्लेटफार्म है. पेमेंट गेटवे सेवा के अलावा कंपनी विभिन्न भुगतान संबंधी सेवाओं, इ-कॉमर्स, फाइनेंस क्षेत्रों में भी एक्टिव है. उम्मीद की जा रही है कि PayTM का करीब 22000 करोड़ का IPO नवंबर या दिसंबर में आ सकता है. कोल इंडिया के 2010 में आए 15,200 करोड़ के IPO के बाद भारतीय शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का यह सबसे बड़ा इशू भी हो सकता है. अभी घाटा उठा रही Paytm के 12-18 महीनों में ब्रेक इवन की स्थिति में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. कंपनी के वर्तमान निवेशकों में चीन की अलीबाबा ग्रुप, सॉफ्टबैंक, वारेन बफे की बर्कशायर हैथवे, जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
ऊपर दिए नामों के अलावा LIC, NSE, बजाज एनर्जी, देवयानी इंटरनेशनल, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक इत्यादि भी इसी वर्ष अपने इशू को लाने के लिए जोर शोर के तैयारी कर रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)