टैक्स चोरी के मामले में आयकर विभाग ने देशभर में 39 जगहों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में खरीद-फरोख्त करने वाले ब्रोकरों और ट्रेडरों के खिलाफ की गई है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने शनिवार 7 दिसंबर को बताया कि BSE में करीब 3,500 करोड़ के लेन-देन के मामले में हुई गड़बड़ी को लेकर ये छापेमारी की है.
CBDT ने अपने बयान बताया कि यह कार्रवाई 3 दिसंबर को मुंबई, कोलकाता, कानपुर, दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, हैदराबाद और गाजियाबाद में 39 से अधिक जगहों पर की गयी.
बयान में कहा गया कि तलाशी अभियान से रिवर्सल ट्रेड्स के जरिये गलत तरीके से किए गए कारोबार का पर्दाफाश किया गया. विभाग के अनुसार डेरिवेटिव बाजार में ठंडे पड़े शेयरों के विकल्प के अनुबंधों के लेन-देन के माध्यम से हजारों करोड़ रुपये का प्रॉफिट-लॉस दिखाने की धोखाधड़ी की गई है.
इस अवास्तविक तरीके के जरिये अनैतिक रूप से 3,500 करोड़ रुपये की प्रॉफिट-लॉस में हेरफेर किया गया और हजारों करोड़ों की कमाई भी की गई.
इस कार्रवाई से इन ब्रोकरों और व्यापारी द्वारा इस कथित घपले के तौरतरीकों का भी पता चलता है. बयान में कहा गया है.
‘‘इन अनैतिक इकाइयों ने इन तौर तरीकों के माध्यम से अपनी इच्छा के अनुसार 3,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रॉफिट-लॉस का हेरफेर किया है. इस तलाशी में बीएसई में सूचीबद्ध कम से कम तीन पेनी शेयरों (कौड़ियों के भाव वाले शेयर) में हेराफेरी वाले सौदों का भी पता चला है.
बताया गया है कि इस तरह के सौदों में लिप्त इकाइयों ने कुल मिला कर करीब 2,000 करोड़ रुपये के हेराफेरी के दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ का इस्तेमाल किया.
आयकर विभाग ने अभियान के तहत 1.20 करोड़ रुपये जब्त किए हैं. इस हेरफेर के जरिये लाभ कमाने वाले लोग देशभर में हजारों की संख्या में हैं और उनकी पहचान की जा रही है. यह भी देखा जाएगा कि उन्होंने आयकर छुपाया तो नहीं.
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