वीडियो एडिटरः मोहम्मद इरशाद आलम
प्रोड्यूसरः कनिष्क डांगी
स्वंतत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में देश के विकास में योगदान देने वालों का सम्मान करने की बात कही. पीएम ने कहा था कि ऐसे लोगों का सम्मान होना चाहिए न कि उन पर संदेह किया जाना चाहिए.
पीएम ने देश की तरक्की में योगदान देने वाले ‘वेल्थ क्रिएटरों’ को ही अपने आप में ‘वेल्थ’ बताया. पीएम के इस बयान को जाने-माने उद्योगपति मोहनदास पई ने स्वागत योग्य बताया.
क्विंट हिंदी से बात करते हुए पई ने कहा कि पीएम को उद्यमियों से बात कर उनकी परेशानी को समझना चाहिए ताकि टैक्स टेरर जैसे डर दूर हों.
“प्रधानमंत्री जी को वेल्थ क्रिएटर्स से बात करनी चाहिए और पूछना चाहिए कि क्या समस्या है अर्थव्यवस्था में, ताकि उनका मूड सकारात्मक हो सके, क्योंकि देश में टैक्स टेररिज्म का डर हो गया है. एजेंसियों की कार्रवाई से डर हो गया है.”मोहनदास पई, उद्योगपति
पिछले लगभग 3 सालों में मोदी सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए जिनका असर इंडस्ट्री पर पड़ा. खासतौर पर नोटबंदी, बैंकिंग कोड, रेरा जैसे कदमों ने उद्योगों पर दबाव डाला. मोहनदास पई ने कहा है कि फिलहाल इंडस्ट्री के पास इससे ज्यादा झटके सहने की ताकत नहीं है और सरकार को इससे बचना चाहिए.
“पिछले 4 साल में नोटबंदी, बैंकिंग कोड, रेरा जैसे कुछ कदम उठाए हैं, जो इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़े झटके थे. अब लिक्विडिटी की किल्लत हो गई है और अब इंडस्ट्री में और झटका सहने की ताकत नहीं है. इसलिए बड़े बदलाव करने का वक्त अभी नहीं है.”मोहनदास पई, उद्योगपति
हालांकि पई ने कहा कि देश के उद्योगपतियों को देश पर भरोसा है, लेकिन शॉर्ट टर्म के लिए सरकार को कुछ कदम उठाना पड़ेगा, क्योंकि सिस्टम में लिक्विडिटी नहीं है.
“ऑटोमोबाइल प्रोडक्शन कम हो गया है. घर लेना कम हो गया है. रियल एस्टेट और रिटेल चेन बंद हो रहे हैं. लिक्विडिटी नहीं है. NBFC पैसा देता था लेकिन उनको पैसा मिलना बंद हो गया.”मोहनदास पई, उद्योगपति
पई ने कहा कि अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए इस वक्त सरकार को कुछ कदम उठाने होंगे और उद्यमियों के मूड को ठीक करना होगा.
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