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Paytm IPO: आ रहा भारत का सबसे बड़ा इश्यू, पहले से जान लीजिए काम की सारी बातें

देश में मोबाइल पेमेंट का मतलब पेटीएम है लेकिन कंपनी ने खुद माना है भविष्य में उसे घाटा होता रहेगा

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PayTM की पेरेंट कंपनी One97 कम्युनिकेशन ने शुक्रवार को IPO के लिए SEBI के साथ ड्राफ्ट प्रोस्पेक्टस फाइल कर दिया. काफी इंतजार के बाद आ रहे इस इश्यू का साइज करीब 16,600 करोड़ हो सकता है. संभावना है कि कोल इंडिया द्वारा 2010 में लाये गए ₹15,475 करोड़ के इश्यू को पीछे छोड़कर ये भारत का अबतक का सबसे बड़ा IPO बन सकता है.

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मई के आखिरी हफ्ते में कंपनी के बोर्ड ने IPO के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी थी.

इश्यू साइज क्या होगा?

PayTM IPO का इश्यू साइज ₹16,600 करोड़ का हो सकता है. जिसमें कंपनी ₹8,300 करोड़ के नये शेयर जारी करेगी, जबकि बाकी के ₹8,300 करोड़ के लिए कंपनी के वर्तमान शेयहोल्डर अपने शेयर बेचेंगे.

कंपनी के फाउंडर विजय शेखर शर्मा और वर्तमान निवेशक सैफ पार्टनर, सॉफ्टबैंक वीजन, अलीबाबा इत्यादि अपने शेयर को 'ऑफर फॉर सेल' के रास्ते बेच सकते हैं.

पेटीएम प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिये ₹2,000 करोड़ जुटा सकती है, ऐसा होने पर कंपनी के फ्रेश इश्यू का साइज कम हो सकता है.

कब आ रहा है PayTM IPO?

PayTM का पब्लिक ऑफर कब तक आएगा इसपर अभी तक कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है. हालांकि सितम्बर से नवंबर के बीच इसके आने की उम्मीद है. प्रोस्पेक्टस के अनुसार कंपनी ₹4,300 करोड़ का इस्तेमाल नये मर्चेंटस और कस्टमर जोड़ने के लिए करेगी. वहीं, ₹2,000 करोड़ का इस्तेमाल नये बिजनेस गतिविधि, पार्टनरशिप, इत्यादि बढ़ाने के लिए किया जायेगा.

कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन कैसा?

वित्तीय वर्ष 2020-21 में कंपनी को 1701 करोड़ का लॉस हुआ जबकि कंपनी का नेट रेवेन्यू 3187 करोड़ का रहा. वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का रेवेन्यू ₹3350 करोड़ जबकि नेट लॉस ₹2833 करोड़ रहा था.

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जोमैटो की तरह PayTM भी अभी घाटे वाली कंपनी है. इसलिए SEBI नियमों के अनुसार इसमें रिटेल निवेशकों के लिए कुल इश्यू का केवल 10% ही शेयर रखा जायेगा. नॉर्मल IPO में रिटेल निवेशकों के लिए आमतौर पर कंपनी के कुल इश्यू का 35% शेयर रखा जाता है.

पेटीएम कंपनी क्या करती है?

PayTM यानी 'पे थ्रू मोबाइल' काफी प्रचलित फिनटेक प्लेटफार्म है. पेमेंट गेटवे सेवा के अलावा कंपनी विभिन्न भुगतान संबंधी सेवाओं, इ-कॉमर्स,बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग इत्यादि क्षेत्रों में भी एक्टिव है. हाल में कंपनी ने PayTM मनी जैसे नए कदमों से फाइनेंस स्पेस में कदम मजबूत किया है. PayTM पहले से ही पेमेंट बैंक चलाती है. नोएडा हेड क्वार्टर वाले पेटीएम की शुरुआत 2010 में की गई थी. कंपनी का रजिस्टर्ड यूजरबेस करीब 35 करोड़ का है. Paytm का इस्तेमाल 2 करोड़ से अधिक मर्चेंटस कर रहे है.

PayTM को फोनपे, गूगलपे, व्हाट्सप्प पे जैसे पेमेंट प्लेटफॉर्म्स से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है.
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PayTM में निवेश करें या नहीं?

भारत में वालमार्ट की कंपनी PhonePe, UPI ट्रांजैक्शन के मामले में मार्केट लीडर है. जून 2021 में UPI के द्वारा किए जाने वाला सबसे ज्यादा 46% ट्रांजैक्शन सिर्फ PhonePe के द्वारा किए गए. वहीं, गूगल पे 34.6% मार्केट शेयर के साथ दूसरे नंबर पर रही.

अनलिस्टेड बाजार में, पेटीएम के शेयर की अच्छी मांग है, रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के शेयर की कीमत आईपीओ की खबर से ₹1,000 से बढ़कर ₹2,500 हो गई है। पेटीएम आईपीओ के लिए हमारे पास सकारात्मक दृष्टिकोण है.
यश गुप्ता, इक्विटी रिसर्च एसोसिएट, एंजेल ब्रोकिंग

जून 2021 में UPI ट्रांसकेशन के मामले में Paytm तीसरे नंबर की कंपनी रही. PayTM, जिसने भारत में मोबाइल के द्वारा भुगतान करने के तरीके में क्रांति लाई, अब काफी समय से तीसरे स्थान पर है. कंपनी ने अपने प्रोस्पेक्टर में ही बताया है कि आने वाले समय में इसे घाटा होता रहेगा. पिछले साल कंपनी 32 बिलियन की आय हुई और घाटा 17 बिलियन का हुआ. इसके बावजूद आज भी देश में मोबाइल पेमेंट का दूसरा नम पेटीएम हो चुका है. तो निवेशकों को कोई फैसला लेने से इन तमाम बातों का ख्याल रखना होगा.

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