भारतीय शेयर बाजार में कोविड के पहले दौर के बाद की रिकवरी ने सबको चौंकाया था. अब जब दूसरी लहर कमजोर पड़ती दिख रही है तो एक बार फिर मार्केट अपने नए शिखर बना रहा है. इन सबके बीच इकॉनॉमिक रिकवरी पर चिंता के बादल अब भी मंडराते हुए दिख रहे हैं. बीते कुछ हफ्तों में इंटरनेशनल इंस्टिट्यूशंस ने भारत की GDP वृद्धि दर अनुमान को भी घटाया है. ऐसे में आइए एक्सपर्ट्स से समझते हैं मार्केट की तेजी को और आने वाले दिनों में बाजार से क्या करे उम्मीद?
नए शिखर बना रहे हैं सेंसेक्स-निफ्टी:
BSE सेंसेक्स ने ट्रेड के दौरान मंगलवार 22 जून को पहली बार 53,000 का स्तर छू लिया था. इसी तरह NSE निफ्टी इंडेक्स भी तेजी से 15,900 के स्तर के काफी करीब पहुंच गया था. बाजार के दूसरी लहर से रिकवरी में समय-समय पर करेक्शन अहम रहा है. बीते हफ्ते की बात करें तो मार्केट 5 में से 4 दिन हरे निशान में बंद हुआ. निफ्टी और सेंसेक्स इंडेक्स में इस हफ्ते कुल तेजी 1.1% की रही जिसके बाद मार्केट अपने शिखर स्तरों के करीब है.
बाजार में तेजी के पीछे हैं अनेक वजह
शेयर मार्केट में तेजी के पीछे सबसे अहम वजह कोविड के मामलों में लगातार कमी आना है. वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. इसके अलावा वैश्विक बाजारों से अच्छे संकेतों ने भी बाजार में बुल रन को सहारा दिया है. मार्च तिमाही नतीजों में भी कंपनियों का प्रदर्शन मोटे तौर पर संतोषजनक रहा है. नए रिटेल निवेशकों का भी बाजार में आना लगातार जारी है जिससे मार्केट का रिस्क एपेटाइट बढ़ा है. बीते कुछ समय में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भी बाजार में खरीदारों के तौर पर वापसी करते दिखे हैं.
सरकार द्वारा तेजी से वैक्सीनेशन के आगे बढ़ाए जाने का काफी फायदा हैं. खर्च के मामले में US गवर्नमेंट और फेडरल रिजर्व से अच्छे संकेतों के कारण विश्व भर के बाजारों में पॉजिटिव माहौल है. यह इन्वेस्टमेंट साईकल और साइक्लिकल सेक्टरों की दृष्टि से काफी पॉजिटिव है इसलिए हम कमोडिटीज, इंडस्ट्रियल्स, BFSI, को अच्छा करते हुए देख रहे हैं. निवेशक शार्ट टर्म चिंताओं को दरकिनार कर 1-2 साल आगे की सोच रहे हैं.ET से निमेष चंदन, हेड- इन्वेस्टमेंट्स, इक्विटीज, केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड
एक्सपर्ट्स के मुताबिक बाजार में तेजी रह सकती है जारी-
ज्यादातर जानकारों से मुताबिक बाजार में बुलिश सेंटीमेंट जारी रह सकता है.
मुझे नहीं लगता कि अप्रैल-मार्च रिजल्ट्स का इतना महत्व होगा. ग्लोबल इकॉनमी से जुड़े IT जैसे क्षेत्र से अच्छा करने की उम्मीद है क्योंकि दूसरी लहर काफी हद तक भारत तक सीमित थी. घरेलु सेक्टर भी आगे की तरफ देख रहे होंगे.ET से मनीष गुणवानी, CIO - इक्विटी इन्वेस्टमेंट्स , निप्पन इंडिया म्यूचुअल फंड
एक्सपर्ट्स के मुताबिक बाजार में गिरावट खरीद का अच्छा मौका बन सकती है.
(शिखर से थोड़ी गिरावट के बाद भी) मार्केट में पॉजिटिव ट्रेंड बरकरार है. 15400 के मजबूत सपोर्ट स्तर के साथ निफ्टी 16000-16100 की तरफ जाता दिखता है. गिरावट का इस्तेमाल बड़े टारगेट के साथ स्टॉक्स को एक्यूमुलेट करने के लिए किया जा सकता है.फाइनेंशियल एक्सप्रेस से मनीष हथिरामानी, टेक्निकल एनालिस्ट, दीन दयाल इन्वेस्टमेंट्स
मॉर्गन स्टेनली के एनालिस्ट्स के मुताबिक भी आने वाले महीनों में भारतीय शेयर बाजार दूसरे एमर्जिंग मार्केट्स से ज्यादा मुनाफा बनाएगा.
करेक्शन से भी पूरी तरह इंकार नहीं-
एक्सपर्ट्स उम्मीद जता रहे हैं कि समय समय पर मार्केट में प्रॉफिट बुकिंग होती रह सकती है.
हम मार्केट में किसी बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं कर रहे हैं. करेक्शन संभव है जो कि बुल मार्केट का हिस्सा भी है. लेकिन इसको टाइम करना मुश्किल है.मनीष गुणवानी, CIO - इक्विटी इन्वेस्टमेंट्स , निप्पन इंडिया म्यूचुअल फंड
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)