Zomato Share: फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के शेयर ने निवेशकों को बर्बाद करने का काम किया है. जोमैटो का मार्केट कैप गिरकर 45,381 करोड़ पर पहुंच गया जोकि नवंबर 2021 में कंपनी के 1,33,144 करोड़ के मार्केट कैप से करीब 88,000 करोड़ कम है. मतलब इस बीच निवेशकों के 88,000 करोड़ रूपये का सफाया!
जोमैटो का स्टॉक ₹169 के अपने रिकॉर्ड स्तर से करीब 65% नीचे आ गया है. इस साल के शुरुआत से अब तक ये स्टॉक 50% से ज्यादा टूट चुका है. सोमवार 9 मई के शुरूआती कारोबार में स्टॉक करीब 2.5% गिरकर ₹59 के आसपास ट्रेड कर रहा था. शुक्रवार 6 मई को शेयर ने कारोबार के दौरान 57.65 रूपये का ऑल टाइम लो बनाया था. कंपनी के शेयर बीते कुछ दिन से लगातार रिकॉर्ड लो बना रहे हैं.
गिरावट की वजह क्या?
हाल में ही ब्रोकरेज फर्म बोफा सिक्योरिटीज (BofA Securities) ने कंपनी पर अपनी रेटिंग को डाउनग्रेड करते हुए 'खरीदारी' से 'न्यूट्रल' कर दिया है. ब्रोकरेज ने टारगेट प्राइस को भी ₹115 से घटाकर ₹80 कर दिया. इसके कारण पिछले कुछ दिनों से कंपनी के शेयर में भारी बिकवाली का दबाब देखा जा रहा है.
ब्रोकरेज के अनुसार, मौजूदा ब्याज दरों में बढ़ोतरी वाले समय, निवेशक राजस्व वृद्धि के बजाय कंपनी के प्रॉफिट पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. बोफा सिक्योरिटीज ने रिपोर्ट में कहां कि- "जोमैटो घाटे में चल रही कंपनी बनी हुई है जो अभी भी आय वृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
जोमैटो के शेयर में बिकवाली तब आई है जब दुनियाभर के लगभग सभी टेक कंपनियों शेयरों की पिटाई हो रही है. अमेरिका में भी लिस्टेड अधिकतर टेक शेयरों का यही हाल है. एनालिस्ट्स को लॉन्ग टर्म में जोमैटो के शेयर पर उम्मीद है. हालांकि उनका मानना है कि शॉर्ट टर्म में मार्केट की वोलाटिलिटी की वजह से इन शेयरों में दबाब बने रहने की संभावना है.
इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने कंपनी में घटाई अपनी हिस्सेदारी
मार्च तिमाही में इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को कम किया. घरेलू संस्थागत निवेशको ने मार्च तिमाही में कंपनी के 83 मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री की. वहीं, फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने कंपनी के 68 मिलियन शेयर्स बेचे.
मालूम हो जोमैटो भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाली पहली यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनी थी. कंपनी आईपीओ के जरिये 9,375 करोड़ रूपये जुटाने में सफल रही थी. कंपनी के पब्लिक इश्यू को निवेशकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी. कंपनी के शेयर पिछले साल जुलाई में शेयर बाजार में लिस्ट हुए थे.
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